बहुत खतरनाक अगले तीन हफ्ते, घरों से कत्तई बाहर न निकलें
इटली में कोरोना से बुरे और बदतर हालात दुनिया ने देखे हैं। अगर नहीं चेते तो दवाओं और आक्सीजन की कमी से...
नई दिल्ली: इटली में कोरोना से बुरे और बदतर हालात दुनिया ने देखे हैं। अगर नहीं चेते तो दवाओं और आक्सीजन की कमी से और बिगड़ सकते हैं हालात। यह चेतावनी देते हुए सेंटर फार सेल्युलर एंड मालीक्यूलर बॉयोलाजी (सीएसआईआर-सीसीएमबी) के डायरेक्टर राजेश मिश्र ने कहा है कि अगले तीन हफ्ते बहुत ही संकटपूर्ण हैं। कोरोना गाइडलाइन का जनता बहुत ही कड़ाई से पालन करे।
अस्पतालों में तेजी से बढ़ रही बेड, आक्सीजन और दवाओं की किल्लत पर टिप्पणी करते हुए मिश्र ने कहा कि मौजूदा हालात खतरनाक हैं और यह स्थिति अगर कुछ दिन और बनी रही तो देश तबाही की हालत में पहुंच जाएगा।
उन्होंने कहा कि इटली में इस तरह के हालात सबने देखे थे जहां दवाओं और आक्सीजन की कमी से संक्रमित मरीजों ने अस्पतालों के गलियारों में दमतोड़ दिया था। इसलिए लोग अगले तीन हफ्ते बहुत अधिक सतर्कता बरतें। खुद को और अपने परिवार को संक्रमण से बचाएं। कोरोना गाइड लाइन का बहुत सख्ती से पालन करें।
डायरेक्टर ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर संभावित थी। हमें ऐसी स्थिति के लिए थोड़ा और सतर्क और सावधान रहना चाहिए था। इस तरह की महामारियों में दूसरी तीसरी लहर आती रहती हैं।
खास बात दूसरी लहर में वायरस म्यूटेंट होकर ज्यादा तेजी से हमला करता है। और इस समय वायरस के बहुत से म्यूटेंट देखने को मिल रहे हैं। यह संक्रमित व्यक्ति को सम्हलने का मौका ही नहीं दे रहे हैं। कुछ ही घंटों में व्यक्ति के श्सन तंत्र और फेफड़ों को जकड़ लेते हैं।
गौरतलब है कि इटली के बारे में मीडिया में आई खबरों में उस समय कहा गया था कि जब वहां दूसरी लहर आई तो अस्पतालों, श्मशान घाटों में जगह कम पड़ गई। तमाम घरों में कोई नहीं बचा। घरों व सड़कों पर जहां तहां पड़ी लाशों को उठाने वाला कोई नहीं था। ऐसे बदतर हालात न होने पाएं इसलिए हम सबको बहुत अधिक सतर्क रहने की जरूरत है।