Price Rise In April: अप्रैल में महंगाई ने जनता की कमर तोड़ी, सभी जरूरी चीजों के बढ़े दाम

Price Rise In April: अप्रैल में सभी चीजों के दाम बढ़े हैं, जिसने लोगों की कमर तोड़ दी है।

Published By :  Ragini Sinha
Update:2022-04-09 13:00 IST

अप्रैल में महंगाई ने जनता की कमर तोड़ी (social media)

Price Rise In April: बीते दो साल से कोरोना वायरस महामारी के कारण लोगों के रोजी – रोटी पर असहनीय प्रभाव पड़ा है। कई बिजनेस या तो बंद हो चुके हैं या वेंटिलेटर पर पड़े हैं। नौकरियों का भी कुछ ऐसा ही हाल है। ऐसे में पहले से ही आर्थिक संकट का सामना कर रही जनता को महंगाई ने कहीं का नहीं छोड़ा है। अप्रैल माह के शुरू होते ही जिस तरह से सभी चीजों के दाम बढ़े हैं उसने निम्न और मध्यम आय वर्ग के लोगों की कमर तोड़ दी है। तो आइए एक नजर अप्रैल माह में विभिन्न चीजों के मूल्यवृध्दि पर डालते हैं। 

पेट्रोल – डीजल में लगी आग 

कांग्रेस के जमाने में महंगे पेट्रोल – डीजल का माखौल उड़ा कर सत्ता पर काबिज होने वाली मोदी सरकार में पेट्रोल – डीजल ने शतक मार दिया है। चुनाव परिणाम आने के बाद 22 मार्च से जिस तरह से पेट्रोल – डीजल की कीमतों में लगातार इजाफे हो रहे हैं, उससे जनता हलकान है। पेट्रोल – डीजल की बढ़ती कीमतें बताती हैं कि जिस तरह गाड़ी के इंजन के लिए इसकी जरूरत होती है उसी तरह मौजूदा सरकारें भी अपना इंजन इसी से जुटाए गए राजस्व पर खींच रही है। खासकर डीजल के महंगा हो जाने से माल ढुलाई भी महंगी हो जा रही है। जिससे सभी चीजों के दाम में स्वाभाविक रूस से उछाल आ जाता है। 

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आज पेट्रोल 105.41 रुपए प्रति लीटर मिल रहा है जबकि डीजल की कीमत 96.67 रुपए प्रति लीटर है। वहीं देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल की कीमत 120.51 रुपए प्रति लीटर है। जबकि डीजल का दाम 104.77 रुपए प्रति लीटर है। वहीं बात करें यूपी की राजधानी लखनऊ की तो आज वहां वहां  पेट्रोल का भाव 105.25 रुपए प्रति लीटर है जबकि डीजल का भाव 96.83 रुपए प्रति लीटर है। वहीं चेन्नई, भोपाल और इंदौर समेत देश के अन्य शहरों में डीजल भी 100 के पार जा चुके हैं। 

कमर्शियल गैस सिलेंडर महंगा 

कोरोना महामारी लॉकडाउन का सबसे गहरा असर जिन सेक्टरों पर पड़ा है, उनमें होटल एवं रेस्टोरेंट सेक्टर भी शामिल है। लॉकडाउन खुलने के बाद जब इनके लिए बिजनेस का मौका आय़ा तब महंगाई ने इनका धंधा चौपट कर दिया है। कमर्शियल गैस सिलेंडर में एकाएक 250 रूपये की वृध्दि ने इस सेक्टर को गहरा झटका दिया है। रही सही कसर महंगी सब्जियों ने पूरी कर दी है। 19 किलो वाले कमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम में 250 रूपये के इजाफे के बाद दिल्ली में इसकी कीमत अब 2253 रूपये हो गई है। पहले इसकी कीमत 2003.50 रूपये थी। 

फल – सब्जियों के बढ़े दाम 

अप्रैल माह आते – आते लोगों की थाली से हरी सब्जियां और फल दूर होने लगे हैं। बाजार में जिस तरह से इनके दामों में बेतहाशा वृध्दि हो रही है। उससे लोगों को लगता है कि वो कोई लग्जरी आइटम खरीद रहे हैं। नींबू के दाम इसका सबसे ताजा उदाहरण है। अमूमन 70 से 100 रूपये किलो रहने वाला यह फल अचनाक 200,300 कहीं कहीं तो 400 रूपये तक पहुंच गया है। फल- सब्जियों के दाम इतने ज्याअदा बढ़ गए हैं कि आम आदमी की बजट से बाहर होते जा रहे हैं। नींबू , करेला, ब्रोकली, मिर्च, शिमला मिर्च सबके दाम आसमान पर पहुंच गए। पहले जिन सब्जियों की डिमांड कम होती थी, अब वो भी महंगी हो गई हैं। 

बाजार में सब्जी खरीदने पहुंचे लोग कहते हैं कि पहले 500 रूपये में एक सप्ताह लायक सब्जी की खरीद हो जाया करती थी। अब तो इतने रूपये में दो दिन के लिए भी खरीदना मुश्किल हो रहा है। सब्जी विक्रेता भी परेशान हैं। उनका कहना है कि महंगी खरीद होने के कारण वो सस्ते में नहीं बेच पा रहे, वहीं जनता भी कम मात्रा में सब्जी खरीद रही है जिससे उनका तगड़ा नुकसान हो रहा है। 

दवाईयां हुई महंगी 

अप्रैल महीने में दवाईयां भी महंगी हो चुकी हैं। भारत की ड्रग प्राइसिंग अथॉरिटी द्वारा जरूरी दवाओं की कीमतों में 10.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी किए जाने के अनुमति देने के बाद 800 से अधिक दवाओं की कीमत बढ़ चुकी है। बता दें कि जरूरी दवाओं की सूची में 875 से अधिक दवा शामिल हैं। जिसमें डायबिटीज के इलाज, कैंसर की दवाओं, हेपेटाइटिस, हाई ब्लड प्रेशर, गुर्दे की बीमारी आदि के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले एंटीरेट्रोवायरल शामिल है। 

टीवी, फ्रिज, एसी, एलईडी बल्ब के बढ़े दाम

भारत सरकार द्वारा बजट में एल्युवमीनियम के अयस्क औऱ कंसन्ट्रेट पर 30 फीसदी इंपोर्ट टैक्स लगाया गया है। इसका उपयोग टीवी, फ्रिज और एसी का हार्डवेयर बनाने में होता है। कंपनियों के लागत में इजाफा होने के कारण इसकी कीमतों में इजाफा किया गया है। वहीं सरकार ने एलईडी बल्ब बनाने में इस्तेमाल होने वाली सामग्री पर टैक्स बढ़ा दिया गया है। जिसके कारण इसके भी दाम बढ़ गए हैं। 

बता दें कि बढ़ती कीमतों को लेकर लगातार विपक्ष मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। विभिन्न राज्यों मॆं बढ़ती महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा है। वहीं सरकार का कहना है कि रूस – यूक्रेन जंग के कारण वैश्विक परिस्थितियों में आए बदलाव की वजह से महंगाई में बढ़ोतरी हो रही है। 

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