IMA vs Ramdev: आईएमए की मांग- रामदेव पर चले देशद्रोह का केस, योगगुरु बोले- अरेस्ट तो किसी का बाप नहीं करा सकता
IMA vs Ramdev: आईएमए ने अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर मामले में दखल देने की मांग की है।
IMA vs Ramdev: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) और योगगुरु बाबा रामदेव के बीच चल रहे विवाद में अब नया मोड़ आ गया है। आईएमए ने अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर मामले में दखल देने की मांग की है। आईएमए की मांग है कि बाबा रामदेव के खिलाफ देशद्रोह का केस चलाया जाए। आईएमए का तर्क है कि बाबा रामदेव लगातार भ्रामक सूचनाएं फैलाने में जुटे हुए हैं और उन्हें ऐसी गलत सूचना सूचनाएं फैलाने से रोका जाना चाहिए।
दूसरी ओर आईएमए से विवाद में उलझे बाबा रामदेव ने फिर एक विवादित बयान देकर माहौल को गरमा दिया है। उनका कहना है कि रामदेव को किसी का बाप भी गिरफ्तार नहीं करा सकता है। सोशल मीडिया पर चल रहे अरेस्ट बाबा रामदेव के अभियान का जवाब देते हुए योगगुरु ने यह टिप्पणी की है। रामदेव के इस बयान के बाद विवाद और गहरा गया है।
रामदेव के बयानों से आईएमए नाराज
एलोपैथी चिकित्सा पद्धति को लेकर आईएमए और बाबा रामदेव के बीच कई दिनों से वार-पलटवार का दौर चल रहा है। बाबा रामदेव के बयानों से नाराज आईएमए ने अब इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है। आईएमए का कहना है कि बाबा रामदेव के बयानों को देखते हुए उनके खिलाफ देशद्रोह का केस चलाया जाना चाहिए। पिछले दिनों बाबा रामदेव का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें उन्होंने कहा था कि वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद भी दस हजार डॉक्टरों की कोरोना से मौत हो गई। इसके अलावा वैक्सीन की दोनों डोज लेने वाले लाखों अन्य लोग भी मरे हैं।
रामदेव पर भ्रम फैलाने का आरोप
आईएमए की ओर से लिखे गए पत्र में कहा गया है कि आईएमए लगातार लोगों को टीकाकरण कराने की नसीहत दे रहा है। संगठन ने 18 वर्ष से से ऊपर आयु वर्ग के लोगों से जल्द से जल्द वैक्सीन लगवाने की अपील की है। केंद्र सरकार और मॉडर्न मेडिकल हेल्थ केयर पेशेवरों के चलते देश में करीब 20 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है।
भारत में चल रहा टीकाकरण अभियान दुनिया में सबसे तेज है। ऐसे हालात में भी बाबा रामदेव टीकाकरण को लेकर लोगों के बीच भ्रम फैलाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। कोरोना से लड़ने में वैक्सीन ही सबसे बड़ा हथियार है मगर फिर भी बाबा रामदेव लोगों को गुमराह कर रहे हैं। पत्र में वैक्सीन बनाने और अन्य देशों के टीकों को भारत में इस्तेमाल करने की इजाजत देने पर प्रधानमंत्री मोदी के प्रति आभार भी जताया गया है।
बाबा रामदेव दो-दो हाथ करने के लिए तैयार
दूसरी और बाबा रामदेव भी आईएमए से दो-दो हाथ करने के लिए तैयार दिख रहे हैं। एलोपैथिक चिकित्सा पद्धति को लेकर लगातार हमलावर बाबा रामदेव ने एक नई चुनौती दे डाली है। सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहे अरेस्ट बाबा रामदेव अभियान पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि किसी का बाप भी रामदेव को गिरफ्तार नहीं करा सकता। बाबा रामदेव ने कहा कि वे लोग ट्रेंड चलाते रहते हैं। माना जा रहा है कि उनका इशारा आईएमए की ओर ही था।
विवाद और गरमाने के आसार
बाबा रामदेव की इस बयान के बाद आईएमए और उनके बीच चल रहा विवाद और गरमाने के आसार हैं। बाबा रामदेव ने पिछले दिनों एलोपैथी और एलोपैथिक चिकित्सकों पर टिप्पणी की थी जिसे लेकर दोनों पक्षों की ओर से वार-पलटवार का दौर चल रहा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने इस बाबत बाबा रामदेव को पत्र लिखकर सख्त संदेश भी दिया था। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के पत्र के बाद बाबा रामदेव ने खेद तो जताया था मगर उसके दूसरे दिन ही उन्होंने नए सवाल दाग कर विवाद को फिर जिंदा कर दिया। विवाद शुरू होने के बाद बाबा रामदेव के कई ऐसे वीडियो वायरल हो चुके हैं जिनमें वे डॉक्टरों का उपहास उड़ाने वाली टिप्पणियां कर रहे हैं।