Covid Death Data : कोरोना मृत्यु दर आकलन के तरीकों को लेकर भारत ने WHO की पद्धति पर उठाया सवाल

Covid19 Death in India : भारत में विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) के कोरोना वायरस (Corona Virus) के कारण हुए मृत्यु का आकलन करने वाले पद्धति पर सवाल उठाया है।

Report :  Bishwajeet Kumar
Update:2022-04-17 15:40 IST

विश्व स्वास्थ संगठन (तस्वीर साभार : सोशल मीडिया) 

Corona Virus : कोरोना वायरस महामारी के दशक के बाद दुनिया भर में इससे हुए मौत के आंकड़े को लेकर हमेशा ही विवाद रहा है। कभी चीन पर कोरोना से मौत का आंकड़ा छुपाने का आरोप लगा, तो कभी भारत में कोरोना से जुड़े गलत आंकड़ों को लेकर आरोप लगाए गए हैं। इन सबके बीच भारत ने विश्व स्वास्थ संगठन (World Health Organization) के कोरोना से मौत का अनुमान लगाने वाले कार्यप्रणाली पर बड़ा सवाल उठाया है। भारत ने कहा इस तरह के गणितीय मॉडल का उपयोग इतने बड़े भौगोलिक आकार और जनसंख्या वाले देश के लिए मौत के आंकड़ों का पता लगाने में नहीं किया जा सकता।

भारत में डब्ल्यूएचओ की पद्धति पर उठाया सवाल

शनिवार को भारत ने देश में कोरोना वायरस के कारण हुए मृत्यु दर का आकलन करने वाले विश्व स्वास्थ्य संगठन के पद्धति पर बड़ा सवाल उठाते हुए कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा कोरोना के कारण हुए मौत कैलकुलेशन का जो पद्धति बनाया गया है वह सही नहीं है। भारत ने कहा इस तरह के गणितीय मॉडल से भारत जैसे बड़े देश में मौत के आंकड़ों का सही अनुमान लगाना नामुमकिन है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा डब्ल्यूएचओ (WHO) को जवाब न्यूयॉर्क टाइम्स के 16 अप्रैल वाले संस्करण में प्रकाशित एक आर्टिकल को लेकर दिया गया। उस आर्टिकल में एक खबर को शीर्षक दिया गया था कि "भारत वैश्विक कोविड संख्या सार्वजनिक करने की डब्ल्यूएचओ के प्रयास को बाधित कर रहा है।" इसी आर्टिकल पर जवाब देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा विश्व स्वास्थ्य संगठन के मृत्यु दर का कैलकुलेशन करने वाले पद्धति पर सवाल उठाया गया है।

भारत का सवाल

न्यूयॉर्क टाइम्स में छपे आर्टिकल पर जवाब देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा भारत की मूल आपत्ती नतीजे से नहीं बल्कि इस कैलकुलेशन को पूरा करने के लिए जो पद्धति अपनाई जा रही है उस पर है। भारत की ओर से जारी जवाब में कहा गया कि "डब्ल्यूएचओ का मॉडल अतिरिक्त मृत्यु दर अनुमानों के लिए 31 देश के देशों के डेटा का उपयोग करते समय और अट्ठारह भारतीय राज्यों के और सत्यापित डेटा का उपयोग करते समय दो अलग-अलग मापदंड अपनाता है अनुमानों में इस तरह की व्यापक भिन्नता इस तरह के मॉडलिंग अभ्यास की सटीकता पर चिंता पैदा कर रही है।"

बता दें यह पहला मामला नहीं है जब किसी देश को विश्व स्वास्थ्य संगठन के कोरोना के कारण हुए मौतों की गणना करने वाले पद्धति पर सवाल उठाया हो। भारत के अलावा चीन, ईरान, सीरिया, बांग्लादेश और इकोपिया जैसे देशों ने भी इस कैलकुलेशन पद्धति पर सवाल उठाया है। इस मामले को लेकर डब्ल्यूएचओ को कई बार पत्र भी लिखा गया।

भारत की ओर से जारी बयान में कहा गया कि कोरोना के कारण हुई मौत का गणना करने वाली विश्व स्वास्थ्य संगठन की पद्धति किसी छोटे देश के लिए सही हो सकती है। मगर यह सांख्यिकीय मॉडल भौगोलिक आकार और आबादी के दृष्टि से बड़े भारत में लागू नहीं हो सकता।

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