गौ-माता की कब्रगाह बनीं ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की गौशाला, इसका जिम्मेदार कौन?
खबरों के मुताबिक गौशाला में एक दर्जन से ज्यादा गायों की मौत हो गई है। ग्रेटर नोएडा के जलपुरा गांव में गौशाला है।
नोएडा : गायों की मौत का एक मामला सामने आया है।जिसको लेकर कानाफूसी हो रही है। ये मामला ग्रेटर नोएडा से है। गायों की मौत का गुरुवार को बेहद दर्दनाक घटना सामने आई है। घटना सामने आने के बाद विकास प्राधिकरण, जिला प्रशासन और पशु चिकित्सा में हड़कंप मचा हुआ है। ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण की जलपुरा गांव के पास स्थित गौशाला करीब एक दर्जन गायों की मौत हो गई है। मौत की वजह का अभी पता नहीं चल पाया है। सूचना मिलने के बाद पशु चिकित्सा विभाग और जिला प्रशासन ने जांच-पड़ताल शुरू . कर दी है। खबरों के अनुसार भूख और प्यास के कारण गायों की मौत हुई है।
भूख-प्यास या कोई और वजह
खबरों के मुताबिक More than a dozen cows have died in a cowshed in Jalpura village in Greater Noida.जिसमें गायों की मौत के बाद ग्रेटर नोएड़ा प्राधिकरण के अधिकारी मामले की जांच-पड़ताल में जुटे हैं।यह गौशाला ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण संचालित कर रहा है। गायों की मौत के कारणों की अभी पुष्टि नहीं हो सकी है। आशंका है कि गायों की मौत भूख-प्यास की वजह से हुई है।
— Pankaj Parashar (@PANKAJPARASHAR_) March 25, 2021
भूख-प्यास या कोई और वजह
ग्रेटर नोएडा के ईकोटेक थर्ड थानाक्षेत्र के जलपुरा में यह गौशाला मौजूद है। इस घटना के बारे में बात करने के लिए ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के सक्षम अधिकारियों से संपर्क किया जा रहा है। हालांकि, प्राधिकरण का कोई भी अफसर रखना के बारे में कुछ भी बताने के लिए तैयार नहीं है। अभी किसी अधिकारी से संपर्क नहीं हो सका है। दूसरी और सूचना मिलने के बाद पशु चिकित्सा विभाग से डॉक्टरों टीम गौशाला पहुंची। शवों का पोस्टमार्टम किया गया है। कई गाय बुरी तरह बीमार और मरणासन्न अवस्था में हैं। उनका उपचार करवाया जा रहा है। गौशाला में गई टीम के एक डॉक्टर ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि वहां की स्थितियां बेहद खराब हैं। गायों का प्रबंधन घटिया है। साफ-सफाई का भी उचित इंतजाम नहीं किया गया है। गर्मी बढ़ने और खाने-पीने की सही व्यवस्था नहीं होने की वजह से गायों ने दम तोड़ा है।
गायों की इस तरह मौत चिंताजनक है। लेकिन अब ये भी सवाल है कि वो� गौभक्त कहा है जो� कल तक गायों के लिए तांडव कर रहे थे। और चुनावी रोट सेंक रहे थे। आज जब बदहाली में गायों की मौत हो रही है तो सुधी कौन लेगा?