JNU Violence Update: जेएनयू प्रशासन की सख्त वार्निंग, हिंसा से करें परहेज वरना होगी कड़ी कार्रवाई

JNU Violence Update: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के कावेरी छात्रावास में छात्रों के दो समूहों के बीच हुई हिंसक झड़प ने एक बार फिर उसकी साख पर बट्टा लगाया है।

Published By :  Shashi kant gautam
Update:2022-04-11 15:24 IST

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय: Photo - Social Media

New Delhi: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) एकबार फिर सुर्खियों में है। रामनवमी (Ram Navami) के मौके पर यूनिवर्सिटि कैंपस (University Campus) में लेफ्ट विंग और राइट विंग (left wing and right wing) के छात्रों के बीच हुई हिंसक झड़प (violent clash) में तकरीबन 60 से अधिक छात्र घायल हो गए हैं। इस घटना के बाद एकबार फिर यह विश्वविद्यालय विवादों में आ गया है। घटना के बाद जेएनयू प्रशासन ने सख्त रवैया अपनाते हुए एक आदेश जारी किया है। जिसमें छात्रों को हिंसा से दूर रहने की चेतावनी दी गई है।

जेएनयू प्रशासन ने छात्रों को चेताया

रविवार शाम जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के कावेरी छात्रावास में छात्रों के दो समुहों के बीच हुई हिंसक झड़प ने एकबार फिर उसकी साख पर बट्टा लगाया है। घटना को लेकर जेएनयू प्रशासन की भी काफी आलोचना हो रही है। मारपीट की इस घटना ने यूनिवर्सिटी कैंपस का माहौल तनावपूर्ण बना दिया है। लिहाजा किसी भी संभावित टकराव से बचने के लिए जेएनयू प्रशासन (JNU Administration) ने छात्रों के लिए सख्त चेतावनी जारी की है। 10 अप्रैल को हिंसा के बाद जारी किए गए आदेश में, जेएनयू प्रशासन ने छात्रों को अनुशासनात्मक कार्रवाई का हवाला देते हुए किसी भी प्रकार की हिंसा से परहेज करने की चेतावनी दी है। अगर कोई छात्र कावेरी छात्रावास में कल हुए छात्रों के समूह के बीच विवाद के जवाब में इस तरह के कृत्यों में शामिल पाया गया, तो उसके खिलाफ विवि प्रशासन सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई करेगा।

घटना के बाद एक्शन में दिखे जेएनयू के डीन

जेएनयू (JNU) में लगातार हो रही इस तरह की घटना को लेकर विवि प्रशासन निशाने पर है। कैंपस में बिगड़ते माहौल को संभालने में प्रशासन की असफलता की काफी आलोचना की जा रही है। कल शाम हुई घटना के बाद जेएनयू के डीन सुधीर प्रताप (JNU Dean Sudhir Pratap) एक्शन में दिखे। उन्होंने एबीवीपी और लेफ्ट विंग के छात्रों के साथ बैठकर कावेरी हॉस्टल (Kaveri Hostel) में खाना खाया और दोनों पक्षों के बीच शांति स्थापित करने की कोशिश की।

कहां से शुरू हुआ मामला

दरअसल, रविवार 10 अप्रैल को एबीवीपी और लेफ्ट विंग के छात्रों के बीच मांसाहार भोजन को लेकर विवाद हो गया। जेएनयू के कावेरी छात्रावास में रामनवमी और इफ्तार पार्टी एक साथ थी। इफ्तार पार्टी में मांसाहार भोजन परोसने पर दूसरे पक्ष ने आपत्ति जताई। खाने को लेकर दोनों गुटों के बीच कहासुनी ने अचनाक हिंसक झड़प का रूप ले लिया है। जिसमें कई छात्र घायल हो गए। घटना के बाद दोनों छात्र संगठन एक दूसरे पर आरोप–प्रत्यारोप कर रहे हैं। फिलहाल मामले की जांच दिल्ली पुलिस कर रही है।

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