Kanhaiya Kumar: कन्हैया कुमार पर CPI ने लगाया बड़ा आरोप, जानें किसने क्या कहा

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कन्हैया कुमार को पार्टी की सदस्यता दिलाई

Update: 2021-09-28 17:32 GMT

कांग्रेस में शामिल हुए कन्हैया कुमार (फोटो साभार-सोशल मीडिया)

Kanhaiya Kumar: अवसरवाद की राजनीति में कौन, कब, किस दल का हो जाएगा कुछ कहा नहीं जा सकता। जेएनयू के पूर्व छात्र नेता कन्हैया कुमार(Kanhaiya Kumar)  ने सीपीआई (CPI) छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। वामपंथ विचारधारा से जुड़कर कन्हैया कुमार ने बहुत ही कम समय में लेफ्ट की सियासत में अपनी अलग पहचान बना ली। जेएनयू विवाद के बाद कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) को लेफ्ट के आइकान की तरह इस कदर प्रस्तुत किया गया कि उन्होंने पार्टी के कद्दवर नेताओं को भी काफी पीछे छोड़ दिया। हालांकि सीपीआई (CPI) छोड़ते ही पार्टी महासचिव डी राजा की प्रतिक्रिया आई है, जिसमें उन्होंने कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

डी राजा ने दावा किया है कि कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) को उन्होंने खुद पार्टी से निकाल दिया है। बता दें कि अभी बीते दिनों डी राजा ने कन्हैया कुमार के पार्टी छोड़ने के सवाल का खंडन भी किया था। कांग्रेस में जाने की ​अटकलों पर उन्होंने कहा था कि मीडिया मुख्यालय में आकर बात करे। वहीं आज के उनके बयान से लग रहा है कि कम्यूनिस्ट और काम करने वालों में तालमेल की कमी है। कन्हैया कुमार कांग्रेस में शामिल होने वाले हैं यहां खबर महीने भर से मीडिया में तैर रही है, लेकिन सीपीआई अभी तक इन खबरों से अनजान बनी रही।

सीपीआई दफ्तर न पहुंचन और नेताओं के फोन न उठाने को लेकर हैदरा बाद में डी राजा की मौजूदगी में कन्हैया कुमार के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। इससे यह साफ हो रहा है कि कन्हैया कुमार और सीपीआई के बीच दूरियां काफी बढ़ गई हैं।

वहीं कन्हैया कुमार के पार्टी में शामिल होने से पहले ही कांग्रेस में विरोध देखने को मिल गया था कांग्रेस सांसद और पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने कन्हैया कुमार को लेकर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने इस बाबत ट्वीट करते हुए नेतृत्व के सामने सवाल खड़े किए। उनका कहना था कि कुछ कम्युनिस्ट नेताओं के कांग्रेस में शामिल किए जाने की बात सामने आई है। ऐसे में कम्युनिस्ट इन कांग्रेस किताब को पढ़ा जाना चाहिए। यह किताब 1973 में छपी थी। उन्होंने कहा कि बदलने के साथ चीजें उतनी ही समान लगती हैं।

भाजपा ने बोला तीखा हमला

इसी क्रम में भाजपा ने भी कन्हैया कुमार को लेकर कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पार्टी ने कांग्रेस को याद दिलाया है कि कन्हैया कुमार टुकड़े-टुकड़े गैंग की अगुवाई करने वालों में शामिल थे। पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि टुकड़े-टुकड़े गैंग की ओर से ही भारत तेरे टुकड़े होंगे का नारा दिया गया था। अब कांग्रेस नेतृत्व की ओर से ऐसे नेताओं को पार्टी में एंट्री दी जा रही है। राहुल गांधी ने जेएनयू जाकर इस गैंग का समर्थन किया था। अब इस गैंग से जुड़े लोग कांग्रेस में दाखिल हो रहे हैं। 

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