Khalistani Terrorist Conspiracy: खालिस्तानी आतंकियों को लेकर IB की चेतावनी, संसद घेराव को उकसाने की हो रही है बड़ी साजिश
Khalistani Terrorist Conspiracy: इंटेलिजेंस ब्यूरो ने 22 जुलाई को संसद में चल रहे मानसून सत्र की प्रक्रिया शुरू होने पहले खालिस्तानी आतंकी साजिश को लेकर बड़ा अर्लट जारी किया है।
Khalistani Terrorist Conspiracy: देश में संसद का मानसून सत्र (Monsoon Session 2021) चल रहा है। इंटेलिजेंस ब्यूरो (Intelligence Bureau) ने 22 जुलाई को संसद में चल रहे मानसून सत्र की प्रक्रिया शुरू होने पहले खालिस्तानी आतंकी (Khalistani Terrorist) साजिश को लेकर बड़ा अर्लट जारी किया है। खबर है कि देश की शांति को भंग करने के लिए खालिस्तानी आतंकी कोई बड़ी साजिश रच रहे हैं। इस साजिश के पीछे गुरूपतवंत सिंह पन्नू का नाम सामने आया है।
मिली जानकारी के अनुसार, आईबी (IB) ने सिख फॉर जस्टिस (Sikh for Justice) को लेकर आगाह किया है। बताया जा रहा है कि सिख फ़ॉर जस्टिस को लेकर 22 जुलाई को संसद का घेराव करने के लिए गुरूपतवंत सिंह पन्नू ने कई वीडियो और ऑडियो मैसेज लोगों तक पहुंचाए हैं। इस मैसेज में पन्नू ने पंजाब के नौजवानों को कृपाण और केसरी झंडे के साथ दिल्ली कूच करने की बात कही है। साथ ही संसद का घेराव कर उस पर कब्जा करने के लिए उकसाया है। यह जानकारी मिलने के बाद आईबी ने दिल्ली पुलिस समेत अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ साझा किया है और हर जगह कड़ी सुरक्षा करने की बात कही है।
बता दें कि सिख फॉर जस्टिस का प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannu) काफी दिनों से पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के लोगों को फोन कॉल और सोशल मीडिया के माध्यम से भड़काने की कोशिश में जुटा हुआ है। पिछले साल वो सोशल मीडिया पर चंडीगढ़ के पत्रकारों और लोगों को मैसेज के जरिए स्वतंत्रता दिवस (Independence Day 2020) के मौके पर चंडीगढ़ और मोहाली में जनमत संग्रह कराने की बात कही थी, जिसके लिए वे लोगों को सोशल मीडिया के माध्यम से भड़काने का भी काम किया था।
कौन है गुरपतवंत सिंह पन्नू
गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannu) सिख फॉर जस्टिस (Sikh for Justice) का प्रमुख हैं। पिछले साल राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने गुरपतवंत सिंह पन्नू और 10 खालिस्तानी आतंकियों के खिलाफ यूएपीए (UAPA) के तहत मोहाली स्पेशल कोर्ट (Mohali Special Court) में चार्जशीट दाखिल किया गया था। ये मामला साल 2017-18 का है, जब पंजाब में कई जगहों पर आगजनी और हिंसा हुआ था। यह घटना एसएफजे (SFJ) रेफरेंडम- 2020 के समर्थन में आने के लिए सोशल मीडिया और इसके प्रचार-प्रसार को लेकर हुआ था। इस घटना को अंजाम कट्टरपंथी सिख युवाओं के गिरोह ने दिया था।
आपको बता दें कि जब से केंद्र सरकार की ओऱ से गुरपतवंत सिंह पन्नू को आतंकवादी घोषित किया गया है, तभी से वह रिकॉर्डेड फोन कॉल्स के माध्यम से अपने नापाक इरादों को अंजाम देने की कोशिश कर रहा है। पन्नू दुनिया के अलग-अलग देशों से रिकॉर्डेड फोन कॉल करवाकर लोगों की भड़काने की कोशिशों में लगा हुआ है। दिल्ली, पंजाब और हरियाणा के लोगों को पाकिस्तान, बेल्जियम और न्यूयॉर्क जैसे देशों से भड़काऊ कॉल आ रही हैं।
आज से शुरू होगा किसान संसद
बताते चलें कि संसद के करीब 2 किमी की दूरी पर आज यानी गुरुवार को 'किसान संसद' (Kisan Sansad) शुरू होगा। यह आयोजन जंतर-मंतर (Kisan Sansad at Jantar-Mantar) पर होगा। आंदोलन पर बैठे किसानों को दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने कुछ शर्तों के साथ यह आयोजन करने की मंजूरी दी है। किसानों का 'किसान संसद' रोज सुबह 11 बजे से शरू होगा, जो शाम 5 बजे तक चलेगी। किसानों का यह 'किसान संसद' 13 अगस्त तक चलेगा यानी जब तक संसद का मानसून सत्र (Parliament Monsoon Session) चलेगा, तब तक किसानों का किसान संसद भी चलेगा।