कोरोना काल में रसोई गैस की खपत बढ़ी, पेट्रोल - डीजल की डिमांड घटी , जानें यह खास वजह
Kitchen Gas : देश में कोरोना महामारी के दौरान रसोई गैस की खपत बढ़ गई है जबकि पेट्रोल - डीजल की खपत में कमी आई है।
Kitchen Gas : देश में कोरोना महामारी (Corona epidemic) के दौरान रसोई गैस की खपत बढ़ गई है जबकि पेट्रोल - डीजल (Petrol - Diesel) की खपत में कमी आई है। कोरोना के बढ़ते केसों को देखते हुए कई राज्यों में लॉकडाउन (Lockdown) की स्थिति बनी हुई है जिसकी वजह से पेट्रोल - डीजल कि मांग प्रभावित हो रही है। बताया जा रहा है कि ज्यादातर लोग घरों में अपने परिवार वालों के साथ समय बिता रहे हैं इसलिए रसोई गैस की मांग बढ़ गई है।
बताया जा रहा है कि वित्त वर्ष 2020 -21 में देश में पेट्रोल की खपत 280 लाख टन रही। इससे पहले साल 2019 -20 में 300 टन बिका था। इस प्रकार पेट्रोल के दामों में गिरावट देखने को मिली है। देश के ज्यादातर सभी राज्यों में लॉकडाउन लगने से पेट्रोल की बिक्री में 6.67 की बिक्री देखने को मिली है। इसी तरह डीजल की खपत भी देखने को मिली है।
रसोई गैस की मांग में 5 फीसदी बढ़त मिली
देश की सबसे बड़ी तेल कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष एम. एम. वैध ने कंपनी की तिमाही घोषणा क दौरान बताया कि कोरोना काल के चलते पेट्रोल- डीजल की मांग सामान्य दिनों की तुलना में 15 से 20 फीसद कम है। वहीं रसोई गैस की मांग में 5 फीसदी बढ़त देखने को मिली है।
घट रही पेट्रोल - डीजल की डिमांड
देश में कोरोना महामारी बढ़ती दूसरी लहर में कई राज्यों में पूर्ण या आंशिक लॉकडाउन लगाया गया है जिसकी वजह से पेट्रोल - डीजल की मांग प्रभावित हो रही है। बताया जा रहा है कि उड़ानों पर प्रतिबन्ध लगाने से दोनों ईंधन काफी प्रभावित हो रहे हैं। एक साल पहले इन ईंधनों की खपत 80 लाख टन थी और वित्त वर्ष 2020- 21 में इसकी खपत 37 लाख टन रह गई है।
इस वजह से बढ़ी रसोई गैस की खपत
देश में लॉकडाउन के लगने के कारण गैस की खपत में बढ़त दिखी है। लॉकडाउन लगने से बाजार पूरी तरह से बंद हैं जिसकी वजह से लोग घरों में ही बाहर के खाने का जायका ले रहे हैं। जिसकी वजह से रसोई गैस की डिमांड काफी हद तक बढ़ गई है। पिछले साल लॉकडाउन के दौरान रसोई गैस की कीमत में काफी कमी नजर आई थी लेकिन इस साल गैस की कीमत अपने चल रहे दाम में बिक रही है।