Mann Ki Baat: मन की बात में PM ने बताया नदियों का महत्व, जानें संबोधन की बड़ी बातें
Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) रविवार को 'मन की बात' कार्यक्रम के जरिए देश को संबोधित किया। ये इस कार्यक्रम का 81वां एपिसोड रहा।
Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) रविवार को 'मन की बात' कार्यक्रम के जरिए देश को संबोधित किया। ये इस कार्यक्रम का 81वां एपिसोड रहा। आज 'वर्ल्ड रिवर डे' के मौके पर पीएम मोदी नदियों के महत्व के बारे में भी जिक्र किया। यहां देखें पीएम ने कार्यक्रम में क्या क्या कहा-
वैक्सीनेशन को लेकर कही ये बात
इस दौरान उन्होंने वैक्सीनेशन के रिकॉर्ड को लेकर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि देश ने टीकाकरण के कई रिकॉर्ड बनाए हैं, जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है। इस लड़ाई में सभी भारतवासी की अहम भूमिका रही। पीएम ने देशवासियों से वैक्सीन लगाने की अपील करते हुए कहा कि ध्यान रखें कि कोई भी इस सुरक्षा चक्र से छूट न जाए।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा आयुष मंत्रालय ने बच्चों में Medicinal और Herbal Plants के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए एक बेहद दिलचस्प पहल की और प्रोफेसर आयुष्मान ने इसकी बीड़ा उठाया। बता दें कि प्रोफेसर आयुष्मान एक कॉमिक बुक है, जिसमें कार्टून करैक्टर के जरिए छोटी-छोटी कहानियां तैयार की गई हैं। इनके जरिए सेहतमंद मेडिकल प्लांट की उपयोगिता बताई गई है।
कोरोना ने सिखाया बहुत कुछ
पीएम ने कहा कि कोरोना महामारी ने सभी देशवासी को बहुत कुछ सिखाया है। Healthcare और Wellness को लेकर आज जिज्ञासा भी बढ़ी है और जागरूकता भी बढी है। इस दौरान पीएम ने कहा रांची के सतीश ने झारखंड के एलोवेरा विलेज के बारे में बताया है। यहां पर महिलाएं मंजू कच्छप के नेतृत्व में एलोवेरा की खेती करती हैं। कोरोना काल के दौरान भी इनकी कमाई हुई, क्योंकि इनसे सैनेटाइजर बनाने वाली कंपनियों ने एलोवेरा खरीदा था।
इसके साथ ही पीएम ने बताया कि ओडिशा के पतायत साहू ने भी मेडिकल प्लांट लगाए हैं। उन्होंने कहा कि इन लोगों ने खेती को जिस प्रकार स्वास्थ्य के क्षेत्र से जोड़ा है, वो एक अपने आप में एक मिसाल है।
पीएम ने बताया सियाचिन ग्लेशियर को फतह करने का ये ऑपरेशन भारतीय सेना के विशेष बलों के veterans की वजह से सफल हुआ है। यह हमारे देशवासियों के “Can Do Culture”, “Can Do Determination” “Can Do Attitude” के साथ हर चुनौती से निपटने की भावना को भी प्रकट करता है।
सियाचिन ग्लेशियर का भी किया जिक्र
पीएम मोदी ने कहा कि सियाचिन ग्लेशियर के बारे में हम सभी जानते हैं। वहाँ की ठण्ड ऐसी भयानक है, जिसमें रहना आम इंसान के बस की बात ही नहीं है। इस दौरान उन्होंने सियाचिन ग्लेशियर पर दिव्यांगों की टीम का जिक्र करते हुए बताया, कुछ ही दिन पहले सियाचिन के इस दुर्गम इलाके में 8 दिव्यांग जनों की टीम ने जो कमाल कर दिखाया है वो हर देशवासी के लिए गर्व की बात है।
खादी और हैंडलूम का उत्पादन कई गुना बढ़ा
पीएम मोदी ने इस दौरान यह भी कहा कि आज खादी और हैंडलूम का उत्पादन कई गुना बढ़ा है और उसकी मांग भी बढ़ी है। आप भी जानते हैं ऐसे कई अवसर आये हैं जब दिल्ली के खादी शोरूम में एक दिन में एक करोड़ रूपए से ज्यादा का कारोबार हुआ है। उन्होंने कहा कि 2 अक्टूबर को बापू की जयंती है और उस दिन भी एक नया रिकॉर्ड बनाएं। दिवाली के त्योहार में खादी, हैंडलूम और कुटीर उद्योग से खरीदारी 'वोकल फॉर लोकल' अभियान को मजबूत करेगी।
उन्होंने कहा कि आज इतने दशकों बाद, स्वच्छता आन्दोलन ने एक बार फिर देश को नए भारत के सपने के साथ जोड़ने का काम किया है और ये हमारी आदतों को बदलने का भी अभियान बन रहा है। ये स्वच्छता पूज्य बापू को इस देश की बहुत बड़ी श्रद्धांजलि है और ये श्रद्धांजलि हमें हर बार देते रहना है, लगातार देते रहना है।
पीएम ने कहा कि साबरमती के तट पर महात्मा गांधी ने साबरमती आश्रम बनाया था, बीते कुछ दशकों में यह साबरमती नदी सूख गई थी, इसमें साल में 6 से 7 महीने पानी ही नजर नहीं आता था, लेकिन नर्मदा नदी और साबरमती नदी को जोड़ दिया गया। आज साबरमती का पानी ऐसा मन को प्रफुल्लित करता है। हमारे आज के नौजवान को ये जरुर जानना चाहिए कि साफ़-सफाई के अभियान ने कैसे आजादी के आन्दोलन को एक निरंतर ऊर्जा दी थी। ये महात्मा गांधी ही तो थे, जिन्होंने स्वच्छता को जन-आन्दोलन बनाने का काम किया था।
नदी को मां कह रहे हो तो ये नदी प्रदूषित क्यों हो जाती है?
मन की बात कार्यक्रम में पीएम ने आगे कहा- 'जब हम हमारे देश में नदियों की महिमा पर बात कर रहे हैं, तो स्वाभाविक रूप से हर कोई एक प्रश्न उठाएगा और प्रश्न उठाने का हक भी है और इसका जवाब देना ये हमारी जिम्मेवारी भी है. कोई भी सवाल पूछेगा कि आप नदी के इतने गीत गा रहे हो, नदी को मां कह रहे हो तो ये नदी प्रदूषित क्यों हो जाती है? हमारे शास्त्रों में तो नदियों में जरा सा प्रदूषण करने को भी गलत बताया गया है.'
पीएम मोदी ने कहा कि आजकल एक विशेष E-ऑक्शन, ई-नीलामी चल रही है। ये इलेक्ट्रॉनिक नीलामी उन उपहारों की हो रही है, जो मुझे समय-समय पर लोगों ने दिए हैं। इस नीलामी से जो पैसा आएगा, वो ‘नमामि गंगे’ अभियान के लिये ही समर्पित किया जाता है। आप जिस आत्मीय भावना के साथ मुझे उपहार देते हैं, उसी भावना को ये अभियान और मजबूत करता है।