मिजोरम के सीएम बोले- बॉर्डर एरिया को ड्रोन के लिए 'नो फ्लाइंग' जोन
मिजोरम के कोलासिब जिला प्रशासन ने कई क्षेत्रों को ड्रोन के लिए 'नो फ्लाइंग' जोन घोषित किया है
मिजोरम संग हुए सीमा विवाद के बाद से असम सरकार एक्शन में आ गई है। ये विवाद इतना ज्यादा बढ़ चुका है कि एक सांसद की तलाश में असम पुलिस राजधानी दिल्ली तक आ चुकी है। अब एक और कार्रवाई करते हुए असम सरकार की तरफ से मिजोरम के 6 अधिकारियों को समन भेज दिया गया है। सभी से 2 अगस्त को ढोलाई पुलिस स्टेशन में पेश होने को कहा गया है।
असम के साथ चल रहे सीमा विवाद के बीच मिजोरम के कोलासिब जिला प्रशासन ने कई क्षेत्रों को ड्रोन के लिए 'नो फ्लाइंग' जोन घोषित किया है। इस आदेश से प्रभावित क्षेत्रों में वैरेंगटे और ऐतलांग शामिल हैं। शुक्रवार को एक आदेश में कोलासिब जिला प्रशासन ने कहा कि सेना को भी संबंधित क्षेत्रों में ड्रोन संचालित करने के लिए जिला मजिस्ट्रेट की अनुमति लेनी होगी।
असम-मिजोरम में स्थिति पर नजर रखने के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की छह कंपनियों को तैनात किया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक सीआरपीएफ के जवानों ने दोनों राज्यों के बीच नेशनल हाईवे 306 पर गश्त शुरू कर दी है। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने बुधवार को असम और मिजोरम के शीर्ष अधिकारियों की एक बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखने के लिए एक समझौता किया गया था।
साजिश वाला एंगल क्या है?
लेकिन अभी के लिए असम सरकार उस हिंसक घटना के लिए पूरी तरह मिजोरम को जिम्मेदार मान रही है। कई मौकों पर सीएम हिमंता बिस्वा सरमा की तरफ से कहा गया है कि क्योंकि उन्होंने ड्रग्स तस्करों के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया, इसलिए कई लोग नाराज चल रहे हैं, उन्हें राजनीतिक संरक्षण देने वाले परेशान चल रहे हैं। इस विवाद पर मिजोरम के मुख्यमंत्री की तरफ से ज्यादा प्रतिक्रिया देखने को नहीं मिली है. उन्होंने इतना जरूर कहा है कि असम पुलिस ने पहले गोली चलाई थी. वहीं उन्होंने शांति की पैरवी करते हुए कहा है कि बातचीत के जरिए समाधान निकलना चाहिए।
दोनों राज्यों के मुख्य सचिवों और डीजीपी ने केंद्रीय बलों को शांति रक्षक के रूप में कार्य करने की अनुमति देने पर सहमति व्यक्त की। बता दें कि, असम और मिजोरम के बलों के बीच सोमवार को हुई झड़प में पांच पुलिस अधिकारियों समेत छह लोगों की मौत हो गई थी। जबकि असम के सीएम हेमंत बिस्वा सरमा ने दावा किया कि मिजोरम ने असम पुलिस कर्मियों पर गोली चलाने के लिए "लाइट-मशीन गन" का इस्तेमाल किया, मिजोरम ने आरोप लगाया कि यह असम पुलिस थी जिसने पहले गोली चलाई थी।