किसानों को बडा तोहफा: अब पुरानी दरों पर ही मिलेगी खाद, सरकार ने बढ़ाई सब्सिडी

पीएम मोदी ने किसानों के हित में कदम उठाते हुए पुरानी दरों पर ही खाद मुहैया कराने का आदेश दिया है।

Newstrack Network :  Network
Published By :  Shreya
Update: 2021-05-19 17:41 GMT

पीएम मोदी-खेतों में काम करते किसान (फोटो साभार-सोशल मीडिया)

PM Narendra Modi: केंद्र की मोदी सरकार (Modi Government) ने किसानों के पक्ष में एक ऐतिहासिक फैसला किया है। आज यानी बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने खाद कीमतों के मुद्दे पर एक उच्च स्तरीय बैठक करते हुए किसानों को पुरानी दरों पर ही खाद मुहैया कराने का आदेश दिया है। इस बारे में खुद पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए जानकारी दी है।

पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि सरकार किसानों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसलिए अंतरराष्ट्रीय मूल्यों में बढ़ोतरी के बावजूद हमने उन्हें पुरानी दरों पर ही खाद मुहैया कराने का निर्णय लिया है। आज के फैसले के बाद DAP खाद का एक बैग 2400 रुपये की जगह 1200 रुपये में ही मिलेगा।

 सब्सिडी में 140 फीसदी का किया गया इजाफा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्‍यक्षता में हुई उच्‍चस्‍तरीय बैठक में डीएपी फर्टिलाइजर पर दी जाने वाली सब्सिडी में 140 फीसदी इजाफा किया गया है। इससे किसानों को अब डीएपी फर्टिलाइजर का एक बैग 1200 रुपये में ही मिलेगा। इस फैसले के बाद सरकार के ऊपर 14,775 करोड़ रुपये का अतिरिक्ट बोझ बढ़ेगा। आपको बता दें कि अब तक किसानों को डीएपी फर्टिलाइजर के एक बैक पर 500 रुपये की ही छूट मिला करती थी।

मीटिंग में इस बात पर चर्चा हुई थी कि इंटरनेशनल लेवल पर फॉस्फोरिक एसिड, अमोनिया आदि की कीमतों में इजाफा होने की वजह से खाद की कीमतें बढ़ रही हैं। जिसके बाद पीएम ने जोर देते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय कीमतों में कीमतों में इजाफा होने के बाद भी किसानों को पुरानी दरों पर ही खाद उपलब्ध कराया जाए। आपको बता दें कि इससे पहसे कभी भी एक बार में प्रति बोरी सब्सिडी की राशि को इतना ज्यादा नहीं बढ़ाया गया है।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कीमतें बढ़ने से हुई बढ़ोत्तरी

बताते चलें कि बीते साल DAP की वास्तविक कीमत 1,700 रुपये प्रति बोरी थी। जिसमें केंद्र की ओर से प्रति बैग 500 रुपये की सब्सिडी दी जा रही थी। ऐसे में कंपनियां किसानों को DAP की प्रति बोरी 1200 रुपये में बेच रही थीं। लेकिन हाल में ही में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर DAP में इस्तेमाल होने वाले फॉस्फोरिक एसिड, अमोनिया आदि की कीमतों में बेहिसाब बढ़ोत्तरी की गई है।

फॉस्फोरिक एसिड, अमोनिया आदि की अंतरराष्ट्रीय कीमतें 60% से 70% तक बढ़ गई हैं। इसलिए प्रति डीएपी बैग की वास्तविक कीमत अब 2400 रुपये तक जा पहुंची है, जिस पर 500 रुपये की सब्सिडी हटाने के बाद कंपनियां इसे 1900 रुपये में बेच रही थीं। लेकिन आज के फैसले के बाद किसानों को डीएपी का एक बैग 1200 रुपये में ही मिलेगा।

खेतों में काम करते किसान (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

इससे पहले जारी की थी PM Kisan की 8वीं किस्त

आपको बता दें कि इससे पहले भी केंद्र सरकार ने देश भर के करोड़ों किसानों को बड़ी राहत दी थी। दरअसल, कोरोना वायरस (Corona Virus) संकट के बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने 14 मई को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi Scheme) के तहत 9.5 करोड़ किसानों के बैंक अकाउंट में 8वीं किस्त डाली थी।

पीएम ने इस योजना के तहत देश के 9.5 करोड़ किसानों के खातों में 8वीं किस्त के तौर पर 20,667 करोड़ रुपये की राशि DBT के जरिए हस्तांतरित की थी। ऐसे में PM-KISAN के तहत किसानों के खाते में राशि सीधे ट्रांसफर करने के बाद, किसानों के हित में यह दूसरा बड़ा फैसला है।

कांग्रेस ने लगाया था ये आरोप

आपको बता दें कि आज ही कांग्रेस की ओर से केंद्र पर आरोप लगाया गया था कि सरकार ने डीएपी खाद की कीमतों को बढ़ाकर किसानो पर 20,000 करोड़ का बोझ डाल दिया है। कांग्रेस का कहना है कि डीएपी खाद की कीमत में प्रति बैग 700 रुपये का इजाफा किया गया है। इससे कंपनियों क 13,000 करोड़ रुपये का मुनाफा होगा।


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