कोरोना से ठीक हुए लोग 6 महीने तक न लगवाएं टीका, वैक्सीन की डोज के बीच अंतर बढ़ाने की सिफारिश
NTAGI ने कोविड रोधी कोविशील्ड टीके की दो खुराकों के बीच अंतर बढ़ाकर 12-16 हफ्ते करने की सिफारिश की है।
नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस कहर बरपा रहा है। रोजाना 3 लाख के पार संक्रमित मामले आ रहे हैं। मरने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। हालांकि इन सब के बीच वैक्सीनेशन का काम भी तेजी से किया जा रहा है, जिसकी वजह से वैक्सीन की कमी कमी दर्ज की जा रही है। अब कोरोना वैक्सीन की कमी के बीच वैक्सीनेशन पर बनाई गई राष्ट्रीय तकनीकी सलाहाकर समूह (NTAGI) ने कई सिफारिशें की हैं।
ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोविशील्ड वैक्सीन की दो खुराक दिए जाने के बीच अंतर बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। NTAGI ने कोविड रोधी कोविशील्ड टीके की दो खुराकों के बीच अंतर बढ़ाकर 12-16 हफ्ते करने की सिफारिश की है। साथ ही यह भी कहा है कि कोरोना संक्रमित हुए लोगों को रिकवरी के 6 महीने के बाद वैक्सीन लगाई जाए। हालांकि कोवैक्सीन की खुराकों के लिए बदलाव की सिफारिश नहीं की गई है।
एनटीएजीआई ने ये भी कहा कि गर्भवती महिलाओं को कोरोना की कोई भी वैक्सीन लगवाने का विकल्प दिया जा सकता है। साथ ही स्तनपान करवाने वाली महिलाएं बच्चे को जन्म देने के बाद किसी भी समय टीका लगवा सकती हैं।
संक्रमित ठीक होने के 6 महीने बाद ही लगवाएं टीका
जानकारी के मितबिक एनटीएजीआई ने यह भी सलाह दी है कि जो लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं और जांच में उनके संक्रमित होने की पुष्टि हुई है उन लोगों को ठीक होने के बाद छह महीने तक टीकाकरण नहीं करवाना चाहिए। आपको बता दें कि वर्तमान में कोविशील्ड टीके की दो खुराकें चार से आठ हफ्ते के अंतराल पर दी जाती हैं।