Prashant Kishor: सोनिया गांधी को मिली कांग्रेस कमेटी की रिपोर्ट, प्रशांत किशोर को लेकर आज हो सकता है फैसला
Congress : चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) के कांग्रेस में शामिल होने पर फैसले को लेकर आज सोनिया गांधी के आवास पर कांग्रेस नेताओं की एक अहम बैठक होगी।
Congress Party : हाल ही में हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस पार्टी ने 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के लिए तैयारियां तेज कर दी हैं। इसी सिलसिले में आज कांग्रेस (Congress) की कमेटी एक रिपोर्ट सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को सौंपेंगी जिसमें यह फैसला लिया जा सकता है कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) कांग्रेस में शामिल होंगे या नहीं। इस मुद्दे को लेकर आज सोनिया गांधी अपने आवास पर एक बड़ी बैठक करेंगी।
प्रशांत किशोर ने जताई थी कांग्रेस में जाने की इच्छा
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने विधानसभा चुनाव का परिणाम आने के बाद कांग्रेस पार्टी में शामिल होने की इच्छा जता रहे थे। इस सिलसिले में उन्होंने कांग्रेस पार्टी को एक बार फिर पहले की तरह खड़ा करने के लिए एक बड़ी रणनीति का राहुल गांधी और सोनिया गांधी के सामने प्रजेंटेशन भी दिया था। जिसके बाद कांग्रेस पार्टी की ओर से एक कमेटी का गठन किया गया था। कमेटी ने सोनिया गांधी के समक्ष अपना रिपोर्ट पेश कर दिया है। जिसके बाद इस मुद्दे को लेकर आज सोनिया गांधी के आवास पर एक बड़ी बैठक होने वाली है।
प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने के मुद्दे को लेकर आज सोनिया गांधी के आवास पर जो बैठक होना है उसमें प्रियंका गांधी वाड्रा, दिग्विजय सिंह, केसी वेणुगोपाल, रणदीप सुरजेवाला, अंबिका सोनी और जयराम रमेश जैसे पार्टी के कई बड़े नेता शामिल रहेंगे। गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के लिए प्रशांत किशोर और सोनिया गांधी के बीच बीते कुछ दिनों में कई बार बैठके हुईं।
कांग्रेस पार्टी में मतभेद
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर पार्टी के भीतर नेताओं के बीच काफी ज्यादा मतभेद है। इस मतभेद का सबसे बड़ा कारण प्रशांत किशोर का जनता दल यूनाइटेड, टीएमसी और भारतीय जनता पार्टी समेत कई अन्य राजनीतिक दलों में उनकी भागीदारी है। कांग्रेसी नेताओं का मानना है कि अन्य पार्टियों में प्रशांत किशोर की भागीदारी होने के कारण उन्हें कांग्रेस पार्टी में शामिल करना सही फैसला नहीं होगा।