Summer 2022: सही तरीके से चलाएं AC और बचाएं बिजली बिल

Summer 2022: एसी का ज्यादा इस्तेमाल करने से बिजली भी बहुत खर्च होती है और लम्बा बिल भरना पड़ता है। लेकिन स्मार्ट तरीकों से एसी चलने के बाद भी बिजली बिल में बचत की जा सकती है।

Written By :  Neel Mani Lal
Published By :  Shreya
Update: 2022-03-23 15:06 GMT

एयरकंडीशनर (कॉन्सेप्ट फोटो साभार- सोशल मीडिया) 

Summer 2022: गर्मी और उमस बढ़ने पर एसी (Air Conditioner) से ही राहत मिल पाती है। लेकिन एसी चलाने से बिजली (Electricity) भी बहुत खर्च होती है और लम्बा बिल भरना पड़ता है। ऐसे में स्मार्ट तरीके से एयरकंडीशनर (AC) का इस्तेमाल किया जाए तो बिजली बिल (Electricity Bill) में बचत की जा सकती है।

24 डिग्री पर रखें तापमान

ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी (BEE) ने एसी निर्माताओं को अपने उपकरणों के डिफॉल्ट टेम्परेचर (AC Default Temperature) को 24 डिग्री सेल्सियस पर रखना अनिवार्य किया है। यानी जब आप एसी खरीदते हैं तो टेम्परेचर 24 डिग्री पर सेट रहता है। लेकिन आप इसे कम ज्यादा भी कर सकते हैं। लेकिन ये जान लीजिए कि जितना कम तापमान उतनी ज्यादा बिजली का खर्च। इसके उलट हर एक डिग्री तापमान बढ़ाने पर लगभग 6 फीसदी बिजली की बचत होती है।

ऐसे में एसी का तापमान जितना कम रखेंगे उसके कंप्रेसर को उतना अधिक काम करना पड़ेगा और बिजली का बिल बढ़ता जाएगा। इसलिए अगर एसी को उसके डिफॉल्ट तापमान पर रखते हैं तो इससे 24 फीसदी बिजली बचा सकते हैं। ये जान लीजिए कि जापान में 28, हॉन्गकॉन्ग में 25.5 और ब्रिटेन में 24 डिग्री सेल्सियस पर इसे तय किया गया है।

अमेरिका के कैलिफ़ोर्निया में भी इसके मानक तय हैं जहां गर्मियों में एसी को 25.6 डिग्री सेल्सियस से कम तापमान नहीं रख सकते। दुनिया की जानी-मानी हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में इसे 23.3-25.6 डिग्री सेल्सियस रखने को कहा जाता है तो लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स में 24 डिग्री सेल्सियस के आसपास रखने के निर्देश हैं।

एयरकंडीशनर (कॉन्सेप्ट फोटो साभार- सोशल मीडिया) 

बन्द कमरा और पंखा

जब भी एसी चलाएं तो कमरे के खिड़की दरवाजे बंद रखें ताकि ठंडी हवा कमरे से बाहर न निकले। एसी का वेंट नीचे या सामने की ओर रखें। वेंट को ऊपर न रखें। खासकर रात में कुछ घंटों तक एसी को चालू रखने के बाद एक या दो घंटे के लिए बंद कर दें। कमरा काफी ठंडा रहेगा और इससे बिजली की भी बचत होगी।

जब भी एसी चलाएं तो सीलिंग फैन को चालू रखें। इससे पूरे कमरे में हवा सर्कुलेशन में रहती है और सभी कोनों में ठंडी हवा पहुंचती है। बेहतर होगा कि एसी चलाने से पहले पंखा चालू करें और अपने कमरे में गर्म हवा को बाहर निकलने दें और फिर एसी चालू करें।

इन्वर्टर और नॉन इन्वर्टर

इन्वर्टर (Inverter AC) और नॉन इन्वर्टर एसी (Non Inverter AC) से भी बिजली बिल पर काफी असर पड़ता है। नॉन इन्वर्टर एसी बार बार चालू और बंद होने के कारण बिजली ज्यादा खर्च करता है जबकि इन्वर्टर एसी लगातार चलने के बाद भी तापमान को स्थिर रखता है और बिजली भी बहुत कम लेता है।

एसी के दुष्प्रभाव (Air Conditioner Side Effects)

- ड्राई स्किन: लगातार एसी की ठंडी हवा में रहने से त्वचा शुष्क पड़ जाती है।

- ड्राई आई: एसी की हवा से आंखें ड्राई हो जाती हैं। जिनको ड्राई आई कि समस्या होती है उनको एसी में न रहने की सलाह दी जाती है।

- डिहाइड्रेशन: एसी की हवा शुष्क होती है जो शरीर को भी शुष्क करती है। ऐसे में डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। सो, एसी में रहने पर पानी पीते रहें।

- सांस की परेशानी: लंबे समय तक वातानुकूलित कमरों में रहने से विशेष रूप से नाक और गले में सांस की समस्या हो सकती है। एसी में लंबे समय तक रहने के कई लक्षणों में नाक बंद होना, नाक का सूखना, लगातार छींक आना, नाक बहना और यहां तक कि राइनाइटिस भी शामिल हैं।

- मतली और सिरदर्द: एसी की वजह से होने वाली डिहाइड्रेशन के कारण जी मिचलाना, सिरदर्द और यहां तक कि माइग्रेन भी हो सकता है। यह आमतौर पर तब होता है जब आप लंबे समय तक एसी में रहने के बाद अचानक बाहर जाते हैं। तापमान में अचानक परिवर्तन हमारे शरीर द्वारा आसानी से स्वीकार नहीं किया जाता है और इससे सिरदर्द और उल्टी होती है। 

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