राहत की खबर: यूक्रेन में फंसे भारतीय जल्द होंगे अपने देश में, एयर इंडिया इस दिन लाएगी भारत
एयर इंडिया की ओर से जानकारी देते हुए बताया गया है कि अगले सप्ताह मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को भारत से यूक्रेन के लिए 256 सीटों वाली बोइंग 787 ड्रीमलाइनर उड़ानें भेजी जाएंगीं।
Russia-Ukraine Conflict: बुरे हालातों से गुजर रहे यूक्रेन पर खतरा लगातार मंडरा रहा है। रूस के हमले के डर यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने की जद्दोजहत जारी है। ऐसे में यूक्रेन में फंसे भारतीयों के लिए राहत की खबर है। जीं हां यूक्रेन से भारतीयों को बाहर निकालने के लिए एयर इंडिया ने अपना हाथ आगे बढ़ाया है। जिसके चलते ये एयरलाइन 22, 24 और 26 फरवरी को भारत और यूक्रेन के बोरिस्पिल इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बीच 3 हवाई उड़ाने संचालित करेगी। जिससे जल्द से जल्द भारतीयों को लाया जा सके।
इस बारे में एयर इंडिया की ओर से जानकारी देते हुए बताया गया है कि अगले सप्ताह मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को भारत से यूक्रेन के लिए 256 सीटों वाली बोइंग 787 ड्रीमलाइनर उड़ानें भेजी जाएंगीं। इसमें यूक्रेन से भारत आने वाले नागरिक एयर इंडिया की बुकिंग ऑफिसों, वेबसाइट्स, कॉल सेंटर और अधिकृत ट्रैवल एजेंटों के माध्यम से बुकिंग शुरू कर सकते हैं।
यूरोपीय देश से भारतीय अपने देश में
आपको बता दें कि भारत के सिविल एविएशन मंत्रालय ने दोनों पक्षों की तरफ से किए गए 'एयर बबल' समझौते के तहत ये संभव हो सका है। इसके तहत भारत और यूक्रेन के बीच संचालित होने वाली उड़ानों की संख्या संबंधी प्रतिबंध को हटा दिया है। जिससे पूर्वी यूरोपीय देश से भारतीय अपने देश आ सकें।
इन सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें पर कोरोना महामारी के दौर से प्रतिबंध लगा हुआ था, जो अभी तक पूरी तरह शुरू नहीं हुआ है। ऐसे में अभी जो उड़ानें हो रही हैं, वो एयर बबल एग्रीमेंट के तहत उड़ रही हैं। फिलहाल इससे उड़ानों की संख्या सीमित हो गई है। जिसकी वजह से यूक्रेन में फंसे भारतीयों ने यूक्रेन में भारतीय दूतावास से फ्लाइट्स न मिलने की शिकायत की थी।
इससे पहले भारत-यूक्रेन के बीच चार्टर्ड उड़ानों को जोर दिया जा रहा था। गुरुवार को विदेश मंत्रालय (MEA) ने जानकारी देते हुए इस बारे में बताया था। यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों के मुद्दे पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि भारतीय दूतावास यूक्रेन में हालात की लगातार निगरानी कर रहा है। इसको ध्यान में रखते हुए एक कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है। जिस पर आगे बताते हुए उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि वहां से भारतीय नागरिकों को लाने पर कोई निर्णय लिया गया है, हमारा दूतावास सामान्य रूप से काम कर रहा है और यूक्रेन में भारतीय नागरिकों को सेवाएं प्रदान कर रहा है। साथ ही विदेश मंत्रालय (MEA) ने कहा, जब हम कोई एडवाइजरी जारी करते हैं, तो हम उसमें हो रहे घटनाक्रमों के साथ-साथ इस बात का आकलन भी करते हैं कि हम वहां अपने नागरिकों की सहायता कैसे कर सकते हैं। मौजूदा हालातों के चलते विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमारा ध्यान भारतीय नागरिकों और छात्रों पर है, और रहेगा।