'भविष्य की कार' से संसद पहुंचे गडकरी, बोले- जल्द ही हम ग्रीन हाइड्रोजन निर्यात करने वाला देश बनेंगे

Gadkari on Hydrogen Powered car: भारत पेट्रोल-डीजल का आयात करता है। पेट्रोल-डीजल प्रदूषण का भी कारण बनती हैं। गडकरी बोले, आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करने के लिए हमें तेल में भी आत्मनिर्भर होना पड़ेगा।

Written By :  aman
Update: 2022-03-30 09:09 GMT

ग्रीन हाइड्रोजन से चलने वाली कार 

Gadkari on Hydrogen Powered car:केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) बुधवार, 30 मार्च को 'ग्रीन हाइड्रोजन' से चलने वाली कार से पार्लियामेंट पहुंचे। वो जिस कार से पहुंचे वो आज सुर्खियों में रहा। बता दें, कि इस कार का नाम 'मिराई' है। इसे भविष्य की कार कहकर पेश किया गया। इस मौके पर नितिन गडकरी ने कहा, पेट्रोल-डीजल और गैस की कीमतें लगातार बढ़ती जा रही हैं। उन्होंने कहा, 'आत्मनिर्भर बनने के लिए, हमने ग्रीन हाइड्रोजन पेश किया है, जो पानी से उत्पन्न होता है।'   

इस मौके पर मीडिया से मुखातिब केंद्रीय मंत्री बोले, भारत पेट्रोल-डीजल का आयात करता है। साथ ही, पेट्रोल-डीजल प्रदूषण का भी कारण बनती हैं। नितिन गडकरी आगे बोले, प्रधानमंत्री के 'आत्मनिर्भर' भारत के सपने को पूरा करने के लिए हमें तेल में भी आत्मनिर्भर होना पड़ेगा। उस नजरिये से देखें तो यह गाड़ी जल्द ही भारत में आ जाएगी।

ये कार 'पायलट प्रोजेक्ट' है 

केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने कहा, 'आने वाले समय में देश में एक बड़ी क्रांति होगी। तब, आयात कम होगा और हमारा आत्मनिर्भर भारत बनने का सपना अवश्य साकार होगा। उन्होंने कहा, 'आत्मनिर्भर' बनने के लिए, हमने ग्रीन हाइड्रोजन पेश किया है। यह पानी से उत्पन्न होता है। ये कार 'पायलट प्रोजेक्ट' है। अब देश में ग्रीन हाइड्रोजन का निर्माण शुरू होगा। जिससे आयात पर अंकुश लगेगा। साथ ही, रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।'

जल्द बनेंगे ग्रीन हाइड्रोजन के निर्यातक 

गडकरी आगे कहते हैं, केंद्र सरकार ने 3,000 करोड़ रुपए का एक मिशन शुरू किया है। जिसके तहत जल्द ही हम हाइड्रोजन का निर्यात करने वाला देश बन जाएंगे। जहां भी कोयले का इस्तेमाल होगा, वहां ग्रीन हाइड्रोजन का इस्तेमाल किया जाएगा।'

2047 तक 'ऊर्जा आत्मनिर्भर' बनाने का लक्ष्य

गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बीते 16 मार्च को दिल्ली में दुनिया की सबसे उन्नत तकनीक द्वारा विकसित 'ग्रीन हाइड्रोजन फ्यूल सेल' इलेक्ट्रिक वाहन (एफसीईवी) टोयोटा मिराई का शुभारंभ किया था। इस मौके केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, आरके सिंह, महेंद्र नाथ पांडेय, टोयोटा किर्लोस्कर मोटर लिमिटेड के एमडी मसाकाजू योशिमुरा, टीकेएम लिमिटेड के वीसी विक्रम किर्लोस्कर सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। गडकरी के अनुसार, यह एक महत्वपूर्ण पहल है। ये जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता को कम करेगा और स्वच्छ ऊर्जा तथा पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देगा। इस तरह भारत वर्ष 2047 तक 'ऊर्जा आत्मनिर्भर' बन जायेगा। 

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