Bulandshahr Crime News: बंदी गृह से 5 बाल बंदी फरार, तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड

Bulandshahr Crime News: पुलिस ने लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज की जांच की और एसएसपी ने ड्यूटी पर तैनात 3 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया।

Written By :  Sandeep Tayal
Published By :  Pallavi Srivastava
Update:2021-08-17 10:51 IST

पांच बाल बन्दी फरार pic(social media)

Bulandshahr Crime News: बुलन्दशहर में राजकीय सम्परेक्षण गृह (किशोर) ट्रांजिट हॉस्टल का ताला खोलकर पांच बाल बन्दी फरार हो गये। मामले का पता चलते ही गृह प्रशासन में हड़कंप मच गया। एसएसपी ने बाल सम्प्रेक्षण गृह की सुरक्षा में तैनात 3 सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया। और कोतवाली प्रभारी निरीक्षक को मामला दर्ज कर कार्रवाई करने व फरार बाल बंदियों का पता लगाने के निर्देश दे दिये। वहीं दूसरी ओर यूपी की जेलों में बंद बंदियों से कोरोना के चलते मुलाकात पर रोक लगा दी गई थी। रोक हटने के बाद बंदियों से परिजनों का मिलना जुलना शुरू हुआ।

मेन गेट का ताला खोलकर हुए फरार

15 अगस्त को देश भर में एक तरफ स्वतंत्रता दिवस की धूम मची थी तो देर रात को बुलंदशहर के राजकीय सम्परेक्षण गृह (किशोर) ट्रांजिट हॉस्टल के मेन गेट की चाबी चुराकर ताला खोल 5 बाल बंदी फरार हो गए। जिसका पता चलने पर पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन फानन में पुलिस ने वहां लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज की जांच की और एसएसपी ने ड्यूटी पर तैनात 3 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। साथ ही नगर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक को तीनों पुलिसकर्मियों समेत बाल संप्रेक्षण गृह अधीक्षक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के निर्देश दिए।

डिबाई, शिकारपुर, अहमदगढ़, हापुड के हैं फरार बाल बंदी

कोतवाली प्रभारी नीरिक्षक अखिलेश त्रिपाठी ने बताया कि फरार हुए बाल बंदियों में दो डिबाई, एक शिकारपुर, एक अहमदगढ़ और एक हापुड़ क्षेत्र का रहने वाला है। पांचों बाल बंदी मेन गेट का ताला खोल फरार हुए है।

कई घंटे तक उच्चाधिकारियों से छुपाए रखी गयी जानकारी

राजकीय संप्रेक्षण गृह (किशोर) से पांच बाल बंदियों के फरार होने के मामले जानकारी सोमवार दोपहर तक पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों को नहीं दी गई। पुलिसकर्मी चुपचाप फरार हुए बाल बंदियों की तलाश में जुटे रहे। दोपहर बाद जैसे ही बाल संप्रेक्षण गृह के प्रभारी अधीक्षक एवं जिला प्रोवेशन सहायक अधीक्षक ने एसएसपी और कोतवाली नगर पुलिस को मामले की जानकारी दी तो हड़कम्प मच गया।

डीएम-एसएसपी ने किया निरीक्षण, 3 सिपाही निलंबित

राजकीय संप्रेक्षण गृह(किशोर) ट्रांजिट हॉस्टल से 5 बाल बंदियों के फरार होने की जानकारी पाकर अविलम्ब डीएम रविन्द्र कुमार और एसएसपी संतोष कुमार सिंह अदिनस्थ अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे। वहां लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला गया, तो बाल बंदी गृह की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों की लापरवाही उजागर हुई। एसएसपी ने ड्यूटी पर तैनात सिपाही सुभाष धामा, राहुल बंसल और सचिन कुमार को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही तीनों सिपाहियों और बाल संप्रेक्षण गृह के प्रभारी अधीक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए नगर कोतवाल अखिलेश त्रिपाठी को निर्देश दिए हैं।

इसके साथ ही तीन होमगार्ड चित्र कुमार, दिनेश कुमार तथा नागेंद्र सिंह के खिलाफ कमांडेंट को पत्र लिखा गया है। एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित करते हुए उनके समेत बाल संप्रेक्षण गृह के प्रभारी अधीक्षक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई जा रही है। फरार हुए बाल बंदियों की तलाश के लिए पुलिस टीमों को लगाया गया है।

पुलिस-प्रशासन में मचा हड़कंप pic(social media)

लंबे समय बाद बंदियों से मिले परिजन

बुलंदशहर। यूपी की जेलों में बंद बंदियों से कोरोना के चलते मुलाकात पर रोक लगा दी गई थी। कई महीने बाद जब बंदियों से परिजनों की मुलाकात पर लगी रोक हटी तो कोरोना गाइड लाइन के साथ सीमित बंदियों की मुलाकात उनके परिजनों व परिचितों से करायी गयी। जिसके बाद बंदियों के परिजन खुश नजर आये।

बुलंदशहर जेल अधीक्षक मिजाजी लाल ने बताया कि जेल में बंद बंदी व उनके परिजन एक दूसरे से मिलने के लिये परेशान थे। कोरोना के कहर से बचाने के लिए बंदियों की मुलाकात पर रोक लगी थी। जिसके हटने के बाद सोमवार को बुलंदशहर जेल में बंदियों से उनके परिजनों की कोविड 19 नियमो के पालन के साथ मुलाकात शुरू करायी गयी। मुलाकात के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को बाकायदा जेल के मुलाकाती परिसर में गोल घेरे बनाये गए, मास्क लगाने के बाद ही बंदियों के परिजनों को जेल परिसर में नियमानुसार प्रवेशोपरांत मुलाकात करायी गयी।

बंदियों से मिलते परिजन pic(social media)

27 ने की मुलाकात

सोमवार को पहले दिन 25 पुरुष, 11 महिला व एक बच्चे ने अपने परिचित बंदियों से कारागार में मुलाकात की है। जेल अधीक्षक ने बताया कि कोविड 19 नियमो के पालन के साथ शाशनदेशांे के अनुसार बंदियों की मुलाकात करायी जा रही है।

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