Rajat Sambyal: 10 साल के प्रयास में भी UPSC में नहीं हुआ सफल, हिम्मत के साथ ट्ववीट की एक भावुक पोस्ट

Rajat Sambyal: पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज, चंडीगढ़ से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने वाले रजत संब्याल के बारे में बात करते हैं।

Report :  Preeti Mishra
Update:2022-06-01 15:17 IST

रजत संब्याल (फोटो-ट्विटर) 

Rajat Sambyal: यूपीएससी परीक्षा (UPSC exam) के चयनित लोगों के लिए हर तरफ से बधाई सन्देश आ रहे हैं। देश के सर्वोच्च सर्विस के रिजल्ट को लेकर लोगों में अजीब सा उत्साह है जिसके प्रमाण आपको सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म पर आये ढेरों बधाई संदेशों से देख सकते हैं। लेकिन एक उम्मीदवार ने जो अपने अंतिम प्रयास में भी मौका चूक गया, उसने अपनी भावनाओं को सोशल मीडिया में व्यक्त करते हुए कहा, कि "उनकी दस साल की कड़ी मेहनत मिट्टी में मिल गई". लेकिन बावजूद इसके उसने इस परिणाम को अपनी प्रगति मानते हुए जीवन की ओर सकारात्मक रवैया अपनाते हुए कहा कि "और फिर भी मैं आगे बढ़ रहा हूं."

जी हाँ , हम बात कर रहे हैं पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज, चंडीगढ़ (Punjab engineering college,Chandigarh) से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने वाले रजत संब्याल (Rajat Sambyal) की। जिन्होंने सिविल सर्विसेज की परीक्षा में असफल होने के बाद कहा कि देश में सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक को पास करने का यह उनका छठा और आखिरी प्रयास था।

इसके अलावा उन्होंने बताया कि वह अपने पहले के प्रयासों में कभी भी इस परीक्षा के अंतिम दौर में जगह नहीं बना पाये थे। .लेकिन इस बार अपने अंतिम छठे प्रयास में वह इसमें शामिल भी हुए और परीक्षा में पास होने की भी उन्हें पूरी उम्मीद थी।

बता दें कि जम्मू और कश्मीर के सांबा जिले में पैदा हुए संब्याल जम्मू में पले-बढ़े हैं। अपने यूपीएससी परीक्षा के अंतिम प्रयास में 11 अंकों से सफल होने चूक गए। उन्होंने ट्वीट करके अपने दर्द को सबसे साझा करते हुए बताया कि " मेरी दस साल की मेहनत मिट्टी में मिल गई। मेरे यूपीएससी के छह प्रयास पूरे हो गए हैं। तीन बार प्रीलिम्स फेल दो बार मेन फेल हो गया। अपने आखिरी प्रयास में, कल, मैंने एक इंटरव्यू में कम अंक मिलने के बाद हार मान ली " ।

उल्लेखनीय है कि अपने ट्वीट के साथ, संब्याल ने अपनी दो तस्वीरें भी शेयर कीं, जिनमें उनका रिपोर्ट कार्ड और दिल्ली में संघ लोक सेवा आयोग कार्यालय के बाहर खींची गई उनकी तस्वीर शामिल है। इस रिपोर्ट कार्ड को देखकर यह पता चलता है कि उन्होंने कुल 942 अंक प्राप्त किए थे। लेकिन आपको बता दें कि संब्याल के इस ट्वीट का कई लोगों ने उत्साहजनक संदेशों के साथ जवाब भी दिया है।

जिसमें से एक यूजर ने कहा, कि संब्याल एक स्ट्रक्चरल इंजीनियर के रूप में बेहतर काम कर सकते हैं। जबकि दूसरे यूजर ने लिखा है कि "मैं आपकी भावनाओं को समझता हूं पर नियति को बदला नहीं जा सकता है। लेकिन आप एक स्ट्रक्चरल इंजीनियर के रूप में उभर सकते हैं."।

वहीँ तीसरे यूजर ने लिखा है कि सफलता की कहानियों के अलावा, कई बार "ऐसी यात्राओं को सुनना भी जरूरी है" । एक यूजर ने तो संब्याल का उत्साह वर्धन करते हुए कहा कि यह बिल्कुल भी समय की बर्बादी नहीं है और "यह ज्ञान और पूरा अनुभव आपके भविष्य के जीवन के निर्माण में सबसे मूल्यवान साबित होगा" । वहीँ एक यूजर ने भी संब्याल को "खुद को व्यक्त करने के साहस और क्षमता" के लिए सराहना भी की है।

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