छात्रों के लिए बड़ी खुशखबरी, UGC ने दी मंजूरी, पढ़ें पूरी डिटेल्स

 अब छात्रों के लिए खुशी की खबर हैं। एक साथ दो डिग्री कोर्स जो छात्र करना चाहते हैं उनके लिए खुशखबरी है।  विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, यूजीसी ने इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। जो छात्र अधिकारियों ने बताया कि हालांकि दो डिग्रियों को छात्रों को अलग-अलग माध्यमों से पूरा करना होगा जिसमें एक रेग्युलर माध्यम से और दूसरा दूरस्थ शिक्षा माध्यम (ओडीएल) के जरिए किया जा सकता है।

Update: 2020-05-22 05:32 GMT

नई दिल्ली अब छात्रों के लिए खुशी की खबर हैं। एक साथ दो डिग्री कोर्स जो छात्र करना चाहते हैं उनके लिए खुशखबरी है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, यूजीसी ने इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। जो छात्र अधिकारियों ने बताया कि हालांकि दो डिग्रियों को छात्रों को अलग-अलग माध्यमों से पूरा करना होगा जिसमें एक रेग्युलर माध्यम से और दूसरा दूरस्थ शिक्षा माध्यम (ओडीएल) के जरिए किया जा सकता है।

यूजीसी के सचिव रजनीश जैन ने कहा, ‘‘ हाल ही में आयोग की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई जिसमें भारत में छात्रों को एक साथ दोहरी डिग्री पूरा करने का रास्ता खुल गया है।’’ उन्होंने बताया कि छात्रों को एक ही समय में दो डिग्री एक समान फैकल्टी में या अलग फैकल्टी में करने की सुविधा होगी।

 

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यूजीसी ने इस संबंध में पिछले साल वाइस चेयरमैन भूषण पटवर्धन की अध्यक्षता में एक पैनल का गठन किया है। एक ही विश्वविद्यालय या अलग-अलग विश्वविद्यालयों में डिस्टेंट मोड, ऑनलाइन मोड और पार्टटाइम मोड में पाठ्यक्रम निर्धारित किए गए हैं।यूजीसी के अधिकारियों के अनुसार यह पहली बार नहीं है कि आयोग इस मुद्दे पर विचार कर रहा है।

 

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यूजीसी के अधिकारियों के अनुसार यह पहली बार नहीं है कि आयोग इस मुद्दे पर विचार कर रहा यूजीसी ने इससे पहले भी साल 2012 में एक समिति गठित कर उसे इस विषय पर विचार करने को कहा गया था। उस समिति ने इस विषय पर व्यापक विचार विमर्श किया था लेकिन इस प्रस्ताव (दो डिग्री एक साथ करने) को आगे नहीं बढ़ाया जा सका था।उस समय की कमेटी की अध्यक्षता तब हैदराबाद यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर फुरकान कमर ने की थी। उन्होंने सिफारिश की थी कि एक छात्र जिसका यूनिवर्सिटी के नियमित डिग्री पाठ्यक्रम के लिए पंजीकरण हुआ हो, वह साथ-साथ एक अतिरिक्त डिग्री कोर्स भी कर सकता है। लेकिन वह कोर्स ओपन यूनिवर्सिटी या डिस्टेंट मोड में उसी विश्वविद्यालय या किसी अन्य विश्वविद्यालय से होना चाहिए।

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