Archana Balmukund Sharma: इस बॉलीवुड अभिनेत्री का इंतजार 40 मुल्कों की पुलिस कर रही है, देवानंद संग पर्दे पर नजर आई थी ये
अर्चना बालमुकुंद मुंबई अभिनेत्री बनने आई थी। लेकिन पैसों की चकाचौंध ने उन्हें अंडरवर्ल्ड की 'लेडी डॉन' बना दिया।
Archana Balmukund Sharma: बहुत से लोग मुंबई आकर बड़ा नाम कमाना चाहते हैं। ऐसी ही एक लड़की थी जिसने मुंबई आकर बॉलीवुड फिल्मों और कुछ म्यूजिक एल्बम में काम किया। लेकिन जल्दी से बड़ा होने और खुद का नाम बनाने की उसकी इच्छा ने उसे अपराध की दुनिया में धकेल दिया। लड़की का नाम अर्चना बालमुकुंद शर्मा था, जिसे लेडी डॉन या किडनैपिंग क्वीन के नाम से भी जाना जाता है। हालांकि, अब वह जिंदा है या नहीं यह कोई नहीं जानता। क्योंकि उनकी मौत की खबरें अक्सर आती रहती हैं।
अर्चना बालमुकुंद शर्मा (Archana Balmukund Sharma) का इतिहास संहिता अभी जारी नहीं किया गया है। माफिया और अंडरवर्ल्ड पर लिखी गई किताबों में भी उनके परिचय को लेकर दो तरह के मत हैं। अर्चना के पिता बालमुकुंद शर्मा उज्जैन में पुलिसकर्मी थे। वह 90 के दशक में मुंबई आईं और कुछ म्यूजिक एल्बम और मशहूर अभिनेता देवानंद की 'गैंगस्टर' फिल्म में काम किया। साथ ही वो सिंगिंग में हाथ आजमा रही थीं। लेकिन इसी बीच वो अपहरण की दुनिया के निर्विवाद बादशाह फजल उर रहमान, इरफान गोगा और बबलू श्रीवास्तव के संपर्क में आ गई।
हत्या के मामले में अर्चना को गिरफ्तार किया गया था
1990 के बाद अर्चना (Archana Balmukund Sharma) की दुनिया बदल गई और वो नेपाल होते हुए दुबई चली गईं। वह कुछ साल वहां रही लेकिन सिंगापुर में बबलू की गिरफ्तारी के बाद 1995 में भारत लौट आई। यहां आकर उन्होंने गोगा और फजल के साथ गैंग बना लिया। अब तक उन पर फिरौती, अपहरण और हत्या समेत कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है। उन्हें 1997 में दिल्ली में एक हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था। लेकिन कुछ दिनों के बाद वो जमानत पर रिहा हो गई। और उसके बाद वो फिर से गायब हो गई।
निर्मम हत्या के मामले में अर्चना का नाम सामने आया
दिसंबर 1998 में, अर्चना (Archana Balmukund Sharma) कोलकाता के एक व्यापारी राजू पुनवाई की हत्या की साजिश रच रही थी। हालांकि पुलिस की सतर्कता के चलते साजिश को नाकाम कर दिया गया। हत्या करने में असमर्थ अर्चना फरार हो गई थी। इसी साल 22 मई 1998 को पुणे में एक पेट्रोल पंप चालक के बेटे सागर लड़कट के अपहरण और निर्मम हत्या के मामले में अर्चना का नाम सामने आया। मामले में अर्चना और बबलू समेत 14 लोगों को आरोपित किया गया था।
नेपाल में उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी
1998 में सागर लडक़ट के अपहरण और नृशंस हत्या की जांच में पाया गया कि अर्चना शर्मा इस मामले की मास्टरमाइंड थी। जब पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने पहुंची तो, वो भारत से भाग गई थी। इसके बाद वो भारत कभी वापस नहीं आई। 2010 में, कथित तौर पर नेपाल में उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। लेकिन उनकी मौत की पुष्टि नहीं हुई है। अर्चना बालमुकुंद शर्मा के नाम पर अब तक 40 से ज्यादा देशों में रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जा चुका है।