Ayushmann Khurrana: पिता के अंतिम संस्कार में सनग्लासेस लगाने पर ट्रेल हुए आयुष्मान, नेटिजंस ने किए भद्दे कमेंट
Ayushmann Khurrana: 19 मई 2023 को एक्टर आयुष्मान खुराना के पिता का मोहाली के अस्पताल में निधन हो गया। इस बीच आयुष्मान और उनके भाई अपारशक्ति को सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल किया जा रहा है। आइए आपको विस्तार से बताते हैं।
Ayushmann Khurrana: यह समय एक्टर आयुष्मान खुराना और उनके भाई अपारशक्ति के लिए काफी मुश्किल है। दोनों भाईयों ने अपना पिता खोया है। जी हां, 19 मई 2023 को एक्टर के पिता का मोहाली में निधन हो गया था। 74 वर्षीय पी खुराना ह्रदय रोग से पीड़ित थे। वहीं, कल शाम 5.15 पर मनीमाजरा स्थित श्मशान घाट में उनका अंतिम संस्कार किया गया, जिसकी कुछ तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। हालांकि, इन तस्वीरों के वायरल होने के बाद से दोनों भाईयों को काफी ट्रोल किया जा रहा है।
आयुष्मान-अपारशक्ति ने पित को दिया कंधा
दरअसल, सोशल मीडिया पर आयुष्मान और अपारशक्ति की कुछ तस्वीरें काफी तेजी से वायरल हो रही हैं, जिनमें दोनों भाई अपने पिता को कंधा देते नजर आ रहे हैं। इस दौरान आयुष्मान और अपारशक्ति काफी भावुक नजर आ रहे हैं। दोनों ने अपने चेहरे पर सनग्लासेस लगाए हुए हैं। वहीं, अंतिम संस्कार के पूरे समय दोनों भाईयों ने चेहरे पर सनग्लासेस लगाए हुए थे, जिसे देख नेटिजंस भड़क गए हैं।
नेटिजंस ने सनग्लासेस पहनने पर किया ट्रोल
अब जैसे ही ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आई, नेटिजंस ने दोनों भाईयों को ट्रोल करना शुरू कर दिया। जहां एक यूजर ने लिखा, ''वाह! बाप मरा है, लेकिन आंखों से सनग्लासेस नहीं हट रहे हैं।'' तो किसी ने लिखा, ''यार बाप मरा है तुम्हारा, चश्मा तो हटा लो...'' वहीं किसी ने कमेंट किया, ''मुझे तो यकीन नहीं हो रहा है। अंतिम संस्कार में चश्मा...'' किसी ने लिखा, ''यार हद है ये क्या फैशन शो चल रहा है। तुम्हारा अपना बाप मरा है।'' हालांकि, कुछ लोगों ने आयुष्मान और अपारशक्ति का स्पोर्ट भी किया और कहा कि दोनों भाई अपने आंसू छूपा रहे हैं इसलिए सनग्लासेस लगाए हैं।
Also Read
जन्मदिन के एक दिन बाद हुआ निधन
बता दें कि पी खुराना का जन्मदिन 18 मई को ही था। ऐसे में उनकी तबीयत खराब होने के चलते इस खान दिन कोई जश्न नहीं मनाया जा सका। वहीं 19 मई को उन्होंने अंतिम सांस ली। वो सेलिब्रिटी एस्ट्रोलॉजर थे। उन्होंने अपनी लाइफ में इसी पर लगभग 34 किताबें लिखी थीं।