बंद शराब के ठेकेः इतने तारीख तक हुई बंदी, इसलिए लिया गया फैसला
राजकुमार के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए बड़ी संख्या में लोग उनके आवास के बाहर और कांतिरवा स्टेडियम में पहुंच रहे हैं।
बेंगलुरु में शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 31 अक्टूबर तक शराब की दुकानें बंद रहेंगी। इसकी जानकारी पुलिस अधिकारी ने दी है। पुलिस अधिकारी ने बताया है कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए बार, रेस्तरां, वाइन की दुकानें समेत सभी शराब की दुकानों को बंद रखने के निर्देश हैं। पुलिस ने यह फैसला कन्नड़ अभिनेता पुनीत राजकुमार के आकस्मिक निधन के बाद लिया है।
शांति बनाए रखने के लिए पुलिस ने लिया यह फैसला
पुलिस के अनुसार, राजकुमार के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए बड़ी संख्या में लोग उनके आवास के बाहर और कांतिरवा स्टेडियम में पहुंच रहे हैं। इस दौरान कुछ लोगों को शराब पीने की वजह से कानून-व्यवस्था की स्थिति को बिगाड़ने की आशंका जताई जा रही है। इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी माहौल खराब करने की पुलिस को आशंका है। इसी को देखते हुए पुलिस ने एहतियात के तौर पर सभी शराब की दुकानों को 31 अक्टूबर तक बंद किया गया है।
2006 में हुआ था पिता का निधन
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया की जब 2006 में पुनीत राजकुमार के पिता और कन्नड़ एक्टर राजकुमार का निधन हुआ था उस समय फैंस की ओर से हिंसा भड़की हुई थी। उस दौरान राज्य सरकार को शांति बनाए रखने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी थी। वहीं, उस समय कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने भी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा था कि मैं उनके प्रशंसकों और लोगों से हाथ जोड़कर शांति बनाये रखने का आग्रह करता हूं। लोग लोग शांतिपूर्ण ढंग से राजकुमार को श्रद्धांजलि दें। इसी को ध्यान में रखते हुए पुलिस प्रशासन ने इस बार पहले से ही पूरी तैयारी कर रखी है।
पुनीत राजकुमार के निधन से देश शोक में डूबा
बता दें कि फेमस कन्नड़ एक्टर पुनीत राजकुमार का शुक्रवार को आकस्मिक निधन हो गया था, जिसके बाद से ही दक्षिण भारत समेत पूरा देश शोक में है। पुनीत राजकुमार 46 साल के थे। जानकारी के अनुसार, पुनीत को गुरुवार शाम से ही सीने में दर्द हुआ था, लेकिन वह डॉक्टर के पास नही गए थे। शुक्रवार को जब वह जिम गए तो करीब 2 घंटे की कसरत के बाद उनके सीने में तेज दर्द हुआ, जिसके बाद उन्हें एक क्लिनिक ले जाया गया। जांच के दौरान उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। आनन फानन में उन्हें विक्रम अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया।
2002 से शुरू किया था करियर
पुनीत राजकुमार का जन्म 17 मार्च 1975 को हुआ था। वह प्रसिद्ध अभिनेता और निर्देशक डॉ.राजकुमार और उनकी पत्नी पर्वतम्मा के बेटे थे। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर की थी। उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है। पुनीत एक गायक भी थे। पुनीत ने 2002 में आई फिल्म 'अप्पु' से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी। वह 29 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय कर चुके थे। फिल्मों के अलावा उन्होंने छोटे पर्दे पर एक गेम शो कन्नड़ा कोटियाधिपाति को भी होस्ट किया था। पुनीत कन्नड़ सिनेमा में सबसे ज्यादा फीस लेने वाले एक्टर्स में शुमार थे। पुनीत राजकुमार का नाम दक्षिण भारतीय फिल्मों में बेहद मशहूर है।
भाई बहनों में सबसे छोटे थे पुनीत राजकुमार
पुनीत राजकुमार के पांच भाई बहन हैं, वह सबसे छोटे थे। जब पुनीत छोटे थे तब उनके पिता राजकुमार उन्हें उनकी बड़ी बहन के सेट पर शूटिंग दिखाने ले जाया करते थे। पुनीत के बड़े भाई शिवा राजकुमार भी एक मशहूर एक्टर हैं।
भाई को दी थी शुभकामनाए
पुनीत ने अपने निधन से पहले अपनी नई फिल्म, भजरंगी 2 के प्रीमियर पर अपने भाई शिवराजकुमार को शुभकामनाएं देने के लिए ट्वीट किया था। यह उनका आखिरी ट्वीट माना गया है। भजरंगी 2 स्टार पुनीत राजकुमार ने अपने भाई शिवराजकुमार के पक्ष में एक सकारात्मक संदेश ट्वीट किया, वह भी फिल्म में।