कोरियोग्राफर Ganesh Acharya पर दर्ज हुआ यौन उत्पीड़न का केस, पुराने मामले में फंसते दिख रहे हैं
Ganesh Acharya Harassment Case: कोरियोग्राफर गणेश आचार्य पर संगीन आरोप लगाते हुए एक महिला कोरियोग्राफर ने उनपर यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया है। जानिए क्या है पूरा मामला
Ganesh Acharya Harassment Case: कोरियोग्राफर गणेश आचार्य पर संगीन आरोप लगाते हुए एक महिला कोरियोग्राफर ने उनपर यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया है। गणेश पर आरोप है कि वो महिला कोरियोग्राफर पर गतल टिप्पणियां करते थे और साथ ही महिला ने ये भी बताया कि एक मीटिंग में गणेश आचार्य का विरोध किया तो उनके साथ मारपीट भी की गई थी ।
दरअसल ये पूरा मामला साल 2020 का है जब गणेश पर ये मामला दर्ज कराया गया था। फिलहाल इस मामले में अभी तक गणेश आचार्य की तरफ से कोई बयान नहीं आया है।मुंबई पुलिस ने महिला कोरियोग्राफर की ओर से दर्ज कराए गए मामले में कोरियोग्राफर गणेश आचार्य पर मामला दर्ज कर लिया है। साथ ही गुरुवार को एक पुलिस अधिकारी ने इस मामले की जानकारी दी।उन्होंने बताया कि कोरियोग्राफर गणेश आचार्य पर उत्पीड़न, पीछा और ताक-झांक करने का आरोप लगाकर एक आरोप पत्र दायर किया है। मामले की जांच कर रहे ओशिवारा पुलिस स्टेशन के अधिकारी संदीप शिंदे ने बताया कि इस मामले में हाल ही में अंधेरी में संबंधित मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की आदालत में आरोप पत्र दायर किया गया है।
आपको बता दें कि कोरियोग्राफर गणेश आचार्य और उनके सहायक पर धारा 354-ए (यौन उत्पीड़न), 354-सी (दृश्यरतिकता, 345-डी (पीछा करने), 509 (महिला की विनम्रता का अपमान करना), 323 (चोट पहुंचाना), 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान), भारतीय दंड संहिता की धारा 506 (आपराधिक धमकी) और 34 (अपराध करने का सामान्य इरादा) के तहत आरोप लगाए गए हैं। वहीं, अभी इस मामले में गणेश आचार्य ने कोई सफाई नहीं दी है।
क्या है पूरा मामला
आपको बता दें कि महिला कोरियोग्राफर ने साल 2020 में अपनी शिकायत में कहा था कि जब भी वह गणेश के दफ्तर में काम करने के लिए जाती थीं, तो वह उनपर गतल टिप्पणियां करने के साथ ही उनसे अश्लील वीडियो देखने के लिए भी कहा जाता था। जब महिला ने इनकार किया तो छह महीने बाद ही भारतीय फिल्म और टेलीविजन कोरियोग्राफर एसोसिएशन ने उनकी सदस्या समाप्त कर दी थी।साथ ही महिला ने ये भी आरोप लगाया था कि जब उन्होंने एक मीटिंग में गणेश आचार्य का विरोध किया तो उनके साथ मारपीट की गई। उन्होंने कहा कि महिला सहायकों ने मारपीट करने के साथ ही उन्हें गालियां भी दीं, जिसके बाद ही उन्होंने पुलिस के पास जाने का फैसला लिया। लेकिन पुलिस ने उस वक़्त मामला दर्ज करने से इनकार कर दिया, जिसके बाद उन्होंने एक वकील की मदद ली और केस दर्ज कराया। फिलहाल इस पूरे मामले में गणेश आचार्य का पक्ष अभी सामने नहीं आया है।