Physical Fitness ही भगा सकता है Alzheimer रोग को दूर, रोजाना करें इतना व्यायाम और रहें फिट

Alzheimer Treatment In Hindi: अल्जाइमर एक सामान्य बीमारी नहीं है। अल्जाइमर एक ऐसी बीमारी है जो मनुष्य की याददाश्त की क्षमता पर प्रभाव डालती है। इस बीमारी के नाते मनुष्य का दिमाग सिकुड़ने लगता है।

Written By :  Preeti Mishra
Published By :  Shreya
Update: 2022-03-02 06:59 GMT

Alzheimer (कॉन्सेप्ट फोटो साभार- सोशल मीडिया)  

Alzheimer Treatment In Hindi: अल्जाइमर (Alzheimer) का नाम तो हम सबने सुना होगा लेकिन यह बीमारी क्या (Alzheimer Kya Hai) है? और कैसे इससे बचा (Alzheimer Treatment) जा सकता है? इस सम्बन्ध में सभी को जानकारी नहीं होगी। सबसे पहले हम यह जानने की कोशिश करते हैं कि यह बीमारी है क्या?

अल्जाइमर एक सामान्य बीमारी नहीं है। अल्जाइमर एक ऐसी बीमारी है जो मनुष्य की याददाश्त की क्षमता पर प्रभाव डालती है। इस बीमारी के नाते मनुष्य का दिमाग सिकुड़ने लगता है। इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति की याददाश्त में कमी तो आती ही है, साथ हो रोगी ठीक से बोल भी नहीं पाता है। अल्जाइमर रोग एक ऐसा मस्तिष्क विकार है जो धीरे-धीरे स्मृति और सोचने की क्षमता को नष्ट कर देता है और अंत में इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति अपने दैनिक कार्यों तक को ठीक से अंजाम नहीं दे पाता है।

क्यों होती है यह बीमारी?

यह बीमारी आनुवंशिकता के कारण तो हो ही सकती है साथ में एक ख़राब जीवन- शैली भी इस बीमारी का एक प्रमुख कारण है। यही नहीं यह बीमारी पर्यावरणीय कारकों के कारण भी हो सकती है। यह बीमारी ज्यादातर बुजुर्गों में पायी जाती है। ख़राब जीवन शैली इस बीमारी का एक प्रमुख कारण है। 

अल्जाइमर (कॉन्सेप्ट फोटो साभार- सोशल मीडिया)  

क्या कहती है स्टडी?

अमेरिकन एकेडमी ऑफ न्यूरोलॉजी के अध्ययन से पता चलता है कि फिट लोगों में अल्जाइमर रोग विकसित होने का खतरा अनफिट लोगों के मुकाबले बहुत कम होता है। वाशिंगटन मेडिकल सेंटर के विशेषज्ञों के एक अध्ययन में पाया गया कि जैसे-जैसे लोग शारीरिक रूप से अधिक स्वस्थ होते जाते हैं, उनमें अल्जाइमर रोग का खतरा कम होता जाता है। इसका मतलब है कि लोग अपनी शारीरिक फिटनेस में धीरे-धीरे बदलाव और सुधार पर काम कर सकते हैं और गंभीर बीमारी के खतरे को बहुत कम कर सकते हैं। 

649,000 सैनिकों को अध्ययन में किया गया शामिल 

जानकारी के अनुसार वाशिंगटन मेडिकल सेंटर के विशेषज्ञों के एक अध्ययन में 649,000 सैनिकों को शामिल किया गया था। इन सभी की औसत आयु 61 थी। अध्ययन की शुरुआत में उन्हें अल्जाइमर रोग नहीं था। अध्ययन की अवधि नौ वर्ष की थी। शोधकर्ताओं ने प्रतिभागियों के कार्डियो-श्वसन सहनशक्ति को यह समझने के लिए निर्धारित किया कि शरीर मांसपेशियों तक ऑक्सीजन कितनी अच्छी तरह से ले जाता है और व्यायाम के दौरान मांसपेशियां ऑक्सीजन को कितनी अच्छी तरह अवशोषित कर सकती हैं।

प्रतिभागियों को फिटनेस स्तर के आधार पर 5 समूहों में बांटा गया था। फिटनेस का स्तर इस बात से निर्धारित होता था कि प्रतिभागियों ने ट्रेडमिल टेस्ट में कितना अच्छा प्रदर्शन किया। स्टडी के अनुसार मध्यम आयु वर्ग और वृद्ध लोग प्रति सप्ताह 2.5 घंटे सक्रिय रूप से चलकर सर्वश्रेष्ठ फिटनेस स्तर प्राप्त कर सकते हैं। 

स्टडी के अनुसार सब से काम फिट लोगों वाले समूह में, अल्जाइमर रोग प्रति 1,000 व्यक्ति प्रति वर्ष में 9.5 मामलों की दर से बढ़ा, जबकि स्वस्थ समूह में प्रति 1,000 व्यक्ति-वर्ष में 6.4 मामलों सामने आये। दूसरे सबसे कम फिट समूह के लिए यह 1,000 व्यक्ति प्रति वर्ष में या आंकड़ा 8.5 रहा तो वहीँ औसत समूह के लिए 7.4 और दूसरे सबसे फिट समूह के लिए 7.2 पर यह आंकड़ा रहा।

स्टडी से यह निकल कर सामने आया कि जो भी लोग नियमित रूप से व्यायाम करते हैं उन्हें इस रोग का खतरा बहुत कम हो जाता है। स्टडी में यह पाया गया कि फिटनेस स्तर में जैसे -जैसे वृद्धि होती गयी इस बीमारी का खतरा कम होता गया। 

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