अस्थमा के मरीज थे Anant Ambani, इसलिए बढ़ता गया वजन, जानें लक्षण व इलाज

Asthma Symptoms And Treatment: अनंत अंबानी बचपन से ही अस्थमा के मरीज थे। इसके इलाज के चलते उनका वजन बढ़ता चला गया। आइए जानें इसके लक्षण व बचाव।

Written By :  Shreya
Update: 2024-07-14 05:14 GMT

Anant Ambani (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

Anant Ambani Asthma: देश के सबसे रईस व्यक्ति और रिलायंस इंडस्‍ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) और नीता अंबानी (Nita Ambani) के छोटे बेटे अनंत अंबानी (Anant Ambani) इन दिनों अपनी शादी को लेकर सुर्खियों में हैं। अनंत अक्सर चर्चाओं का विषय बने रहते हैं। कई बार उन्हें उनके वजन (Anant Ambani Weight) के लिए भी ट्रोल किया जाता है। सोशल मीडिया पर उनके मोटापा को लेकर कई तरह की बातें और मीम्स बनते हैं। लेकिन अनंत का वजन एक बीमारी के चलते बढ़ा था। अनंत बचपन से ही अस्थमा (Asthma) की बीमारी से जूझ रहे थे। इस बीमारी के इलाज (Asthma Ka Ilaj) के लिए यूज होने वाली दवाइयों के साइड इफेक्ट्स भी उन्हें झेलने पड़े। आइए जानें अस्थमा के लक्षण (Asthma Ke Lakshan) व बचाव (Asthma Treatment) के तरीके।

अनंत की मां नीता अंबानी ने एक इंटरव्यू में बताया था कि अनंत को अस्थमा था, जिसके इलाज के लिए उन्हें स्टेरॉइड्स के हेवी डोज दिए जाते थे। स्टेरॉइड्स ज्यादा होने की वजह से उनका वजन बार-बार बढ़ जाता था। हालांकि इसके बाद भी अनंत ने अपना वजन घटाने (Anant Ambani Weight Loss) की पूरी कोशिश की और साल 2016 में उन्होंने 18 महीने में अपना 108 किलो वजन कम किया था। जिसे देख सब ताज्जुब हो गए थे। लेकिन इसके कुछ समय बाद ही उनका वजन एक बार फिर बढ़ने लगा। जिसे लेकर उन्हें अक्सर ट्रोल होना पड़ता है।

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

क्या होता है अस्थमा?

सबसे पहले जानते हैं कि आखिर अस्थमा क्या (Asthma Kya Hai) होता है। यह फेफड़ों में वायुमार्ग से जुड़ी एक बीमारी है। फेफड़ों में कई छोटे-छोटे वायुमार्ग होते हैं, जो हवा से ऑक्सीजन को अलग करके ब्लड में पहुंचाते हैं। लेकिन जब वायुमार्ग की परत में सूजन आ जाती है तो मांसपेशियों में तनाव होता है। इससे सांस लेने में कठिनाई, खांसी, छाती में जकड़न और घरघराहट होने लगती है। इस स्थिति को ही अस्थमा (Asthma In Hindi) कहते हैं।

अस्थमा के लक्षण (Asthma Symptoms In Hindi)

1- छाती में जकड़न होना

2- सांस लेने में परेशानी

3- बलगम वाली खांसी या सूखी वाली खांसी होना

4- थकान

5- हंसते समय खांसी का बढ़ना

6- बार-बार इंफेक्शन होना

अस्थमा का इलाज (Asthma Ka Ilaj)

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अस्थमा का कोई स्थायी इलाज तो नहीं है, लेकिन इसके प्रभाव को कम किया जा सकता है। अस्‍थमा से निपटने के लिए आमतौर पर इन्‍हेल्‍ड स्टेरॉइड और अन्‍य एंटी इंफ्लामेटरी दवाएं जरूरी मानी जाती हैं। मरीज को बीमारी की गंभीरता के आधार पर दवा की डोज दी जाती है।

अस्थमा से बचाव के तरीके (Asthma Prevention Tips)

1- ज्‍यादा गर्म और ज्‍यादा नम वातावरण से बचने की कोशिश करें

2- प्रदूषण से बचने बचें, इसके लिए मास्क का उपयोग करें

3- धूम्रपान न करें और धूम्रपान करने वाले लोगों से दूरी बनाकर रहें

4- सर्दी के मौसम में धुंध में जानें से बचें

5- सूर्य नमस्‍कार, प्राणायाम, भुजंगासन जैसे योग कर सकते हैं

6- कोल्‍ड ड्रिंक, ठंडा पानी और ठंडी प्रकृति वाले आहारों के सेवन से बचें

7- हमेशा गर्म या गुनगुने पानी का सेवन करने की कोशिश करें।

नोट- यह खबर सामान्य जानकारी पर आधारित है। इससे जुड़ी ज्यादा जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

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