Bael Fruit: बेल के सेवन से स्वस्थ रहती है किडनी, थायराइड के मरीज़ों को करना चाहिए परहेज़

Bael Fruit: गर्मियों के मौसम में तेज़ धुप और गर्मी होने के कारण कई तरह की बीमारियां व्यक्ति को घेर लेती हैं। जिसमें आमतौर पर दस्त, लू लगना, पेचिश आदि शामिल है।

Report :  Preeti Mishra
Update:2022-06-03 20:05 IST

Bael Fruit (image credit social media)

Bael Fruit : गर्मियों के मौसम में तेज़ धुप और गर्मी होने के कारण कई तरह की बीमारियां व्यक्ति को घेर लेती हैं। जिसमें आमतौर पर दस्त, लू लगना, पेचिश आदि शामिल है। लेकिन प्रकृति ने भयंकर गर्मी के प्रकोप से बचने का भी उपाय कर रख है। इस मौसम मिलने वाले फल ही इसका तोड़ हैं। बता दें कि ऐसे मौसम में बेल का सेवन इन सभी समस्याओं से आराम दिलाने में बहुत प्रभावी होता है। बेल मुख्य रुप से भारत में ही पाया जाने वाला एक ऐसा पौधा है। जिसके फल को लोग जूस या शरबत के रुप में भी सेवन करते हैं।  

हिंदू धर्म शास्त्रों में तो बेल को एक पवित्र पौधा भी माना जाता है। इतना ही नहीं भगवान की पूजा में भी बेल के पत्तों का इस्तेमाल किया जाता है। आमतौर पर बहुत से लोगों को बेल के फायदों (Bael Benefits) के बारे में पूरी जानकारी ही नहीं है जबकि आयुर्वेद में इसे महत्वपूर्ण औषधि तक माना गया है जो आपके पाचन संबंधी कई बीमारियों को दूर करने में सहायक होता है। बता दें कि यह फल बाहर से जितना कठोर होता है अंदर से उतना ही मुलायम और गूदेदार होता है। इसके गूदे में मौजूद बीज भी कई बीमारियों के इलाज में फायदे मंद होते हैं।

बेल में मौजूद पोषक तत्व -

बेल के फल में मौजूद विटामिन और पोषक तत्वों की प्रचुरता पायी जाती है। इसके अलावा बेल (Bael) में मौजूद टैनिन और पेक्टिन मुख्य रुप से डायरिया और पेचिश के इलाज में अहम भूमिका भी निभाते हैं। इसके अलावा बेल के फल में मौजूद विटामिन सी, कैल्शियम, फाइबर, प्रोटीन और आयरन की अत्यधिक शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। बता दें कि बेल के नियमित सेवन से शरीर में आवश्यक पोषक तत्वों की आपूर्ति भी होती है। 

बेल के सेवन का सही तरीका (How to take bael fruit) -

आमतौर पर लोग बेल का रस या बेल के शरबत का इस्तेमाल करते हैं लेकिन आप इस फल को तोड़कर सीधे भी खा सकते हैं। बता दें कि इसका बाहरी हिस्सा काफी कठोर होता है। ध्यान रहे अंदर के लिसलिसे गूदे में से बीज को निकालकर ही खाएं या रात भर इस गूदे को पानी में भिगोकर रखकर अगली सुबह इसका शरबत बना कर पिए। इतना ही नहीं इसके गूदे को सुखाकर उसका चूर्ण भी बनाया जाता है जिसे बेलगिरी चूर्ण कहा जाता है। इसके अलावा बेल की पत्तियों का रस भी बहुत गुणकारी है और कई बीमारियों को दूर करने में इसका इस्तेमाल भी किया जाता है। 

बेल के फायदे (Bael benefits ) -

पाचनतंत्र को दुरुस्त करने के अलावा भी बेल के अनगिनत फायदे होते हैं। बता दें कि बेल आपके पाचन को ठीक करने के साथ अन्य शारीरिक समस्याओं में राहत पहुंचाने के साथ ही शरीर में आवश्यक पोषक तत्वों और विटामिनों की आपूर्ति को भी पूरा करता है। 

- बेल का सेवन डायरिया और पेचिश के इलाज में करना फायदेमंद माना जाता है। 

- अक्सर कई लोग बार- बार शौच जाने की समस्या से भी पीड़ित रहने के साथ उन्हें हमेशा महसूस होता है कि जैसे उनका पेट ठीक से साफ़ ही नहीं हो पाता। ऐसे में इनलोगों के लिए बेल का सेवन पेट ठीक से साफ़ होने के साथ बार- बार शौच जाने की समस्या से भी राहत दिलाता है। 

- बेल के जूस (bael juice) में मौजूद गुण शरीर के खून को साफ़ करने में मददगार होते हैं। इसके नियमित सेवन से खून शुद्ध होने के साथ संक्रमण से बचाव करता है। 

- गर्मियों के दिनों में लू लग जाना एक आम समस्या होती है। लू से बचाव करने में बेल का शरबत बहुत फायदेमंद होता है। उल्लेखनीय है कि बेल शरीर को ठंडक पहुंचाने के साथ शरीर को लू से भी बचाती है। इतना ही नहीं इसके सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। 

- बेल का सेवन करने से किडनी की कार्यक्षमता बढ़ती है ,जिससे वो स्वस्थ बनती है। 

- बेल की पत्तियां आपके लीवर को स्वस्थ रखने में सहायक होती हैं। बेल में मौजूद एंटी-फंगल, एंटी बैक्टीरियल और एंटी माइक्रोबियल गुण के अलावा बीटा-कैरोटीन भी पाया जाता है जो आपके लीवर को किसी भी तरह के संक्रमण और चोट से बचाने में सहायक होता है। 

गुणों से भरपूर बेल खाने के कुछ नुकसान भी होते है -

हालाँकि बेल फल के फायदे बहुत ज्यादा हैं और देखा जाए तो सीधे तौर पर इससे कोई ख़ास नुकसान नहीं होता है। लेकिन ज़रुरत से ज्यादा मात्रा में इसका सेवन करने से बेल के नुकसान (bael side effects) भी झेलने पड़ सकते हैं। तो आइये जानते हैं कि बेल का सेवन किन परिस्थितियों में पहुंचाता है नुक्सान। 

- अगर आप कब्ज की समस्या से परेशान हैं तो बेल का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि बेल आपके मल को कठोर बनाता है। 

- डायबिटीज के मरीजों को बेल के सेवन में सतर्कता बरतनी चाहिए। चूँकि यह एक मीठा फल होता है और इसके शरबत में लोग चीनी भी मिला देते हैं जो डायबिटीज के लिए हानिकारक होते हैं। 

- बेल के सेवन से थायराइड हार्मोन पर और थायराइड की दवाइयों के प्रभाव पर असर पड़ता है। इसलिए थायराइड के मरीजों को बेल के सेवन से परहेज करना चाहिए। 

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