Himalayan Fig: पीएम मोदी को खाने में पसंद बेडू, सेहत के लिए वरदान है बेडू, जाने इसके जबरदस्त फायदे
Himalayan Fig: बेडू या हिमालयन फिग के बारे में आपने पहले बहुत कम सुना होगा। लेकिन हाल ही में पीएम मोदी ने अपने मन की बात रेडियो कार्यक्रम में बेदू या हिमालयन अंजीर का जिक्र किया।
Himalayan Fig Benefits: बेडू या हिमालयन फिग के बारे में आपने पहले बहुत कम सुना होगा। लेकिन हाल ही में पीएम मोदी ने अपने मन की बात रेडियो कार्यक्रम में बेडू या हिमालयन अंजीर का जिक्र किया। जिसके बाद यह नाम हर किसी के जुबान पर हैं। पीएम मोदी ने बेडू के बारे में जिक्र करते हुए इसके कई फायदे में बारे में लोगों को जानकारी दी।
पीएम मोदी ने कहा कि दोस्तों, हमारे पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में भी ऐसे कई सराहनीय प्रयास देखने को मिल रहे हैं। उत्तराखंड में कई तरह की दवाएं और पौधे पाए जाते हैं, जो हमारे सेहत के लिए बहुत फायदेमंद हैं। उनमें से एक है बेडू का फल। हिमालयन अंजीर के रूप में जाना जाता है। पीएम मोदी ने अपनी बातों को आगे जारी रखते हुए कहा कि पिथौरागढ़ प्रशासन की पहल और स्थानीय लोगों के सहयोग से, यह बेदू को विभिन्न रूपों में बाजार में लाने में सफल रहा है। बेडू ऑनलाइन में लॉन्च किया गया है। इसे पहाड़ी अंजीर का ब्रांड बनाकर बाजार में उतारा गया है। इससे किसानों को न सिर्फ आमदनी का नया जरिया मिला है, बल्कि बेडू के औषधीय गुणों का लाभ भी दूर-दराज तक पहुंचना शुरू हो गया है। ऐसे में आइए जानते हैं क्या है बेडू और इसके फायदे, जिसके बारे में पीएम मोदी ने किया जिक्र:
बता दे कि बेडू में एंटी-ऑक्सीडेंट होता है, जो कई शरीर को कई बीमारियों से दूर रखता है। बेडू के फल से निकलने वाले सफेद दूध को चोट में लगाने पर चोट जल्दी ठीक होता है। बेडू फेफड़ों की बीमारियां में बहुत फायदेमंद होता है। बेडू का फल ट्यूमर, अल्सर, मधुमेह जैसी बीमारियों में भी बहुत मददगार साबित होता है। इससे रोगियों को बहुत लाभ पहुंचाता है। इसके अलावा मूत्राशय से संबंधी रोगों के लिए बेडू का फल रामबाण इलाज है। बेडू का फल कई तरह से सेहत के लिए फायदेमंद होता है। इसलिए उत्तराखंड के अधिकतर लोग इस फल का सेवन करते हैं। इससे कई तरह से सेहत को लाभ पहुंचता है।
बेडू का सेवन करने के हैं कई तरीके
दरअसल उत्तराखंड में बेडू के फल से निकलने वाले दूध को चोप के नाम से जाना जाता है। बेडू को उत्तराखंड में सब्जी के तौर पर इस्तेमाल या यूं कहें खाया जाता है। इसमें कई तरह के पोषक तत्व होने के कारण ज्यादातर उत्तराखंड के लोगों के घर में इसकी सब्जी का सेवन किया जाता है। बता दे कि इसकी सब्जी बनाने के लिए कच्चे बेडू को उबाला जाता है और फिर इसकी सब्जी बनाई जाती है। जून में बेडू पकने पर इससे जूस, स्कवाश, जैम और जैली भी बनाई जाती है। इतना ही नहीं बेडू के फल के पत्ते दुधारु पशुओं को भी खिलाए जाते हैं। इससे जानवरों को चारे के रूप में देने से वह अच्छे से दूध देते हैं। बता दे कि इसका कच्चा और पका हुआ दोनों फल खाए जा सकते हैं लेकिन ध्यान रखें इस फल को ज्यादा न खाएं, क्योंकि इससे जीभ छिल सकती है। बेडू को हमेशा सीमित मात्रा में खाने से फायदा होता है।