Bird Flu Alert: सावधान! खतरनाक टर्न ले सकता है बर्ड फ्लू, इंसानों में फैलने का बड़ा खतरा
Bird Flu Alert in India: नई दिल्ली। वैसे तो बर्ड फ्लू या एवियन इन्फ्लूएंजा बड़े पैमाने पर जानवरों को ही प्रभावित करता है, लेकिन इस वायरस का एक नया प्रकार मनुष्यों में आसानी से ट्रांसफर हो सकता है और एक गंभीर खतरा पैदा कर सकता है।
Bird Flu Alert in India: नई दिल्ली। वैसे तो बर्ड फ्लू या एवियन इन्फ्लूएंजा बड़े पैमाने पर जानवरों को ही प्रभावित करता है, लेकिन इस वायरस का एक नया प्रकार मनुष्यों में आसानी से ट्रांसफर हो सकता है और एक गंभीर खतरा पैदा कर सकता है। तीन तीन बड़े संगठनों - एफएओ, डब्ल्यूएचओ और डब्ल्यूओएएच ने संयुक्त रूप से ये चेतावनी दी है। स्तनधारियों के बीच एच5एन1 एवियन इन्फ्लूएंजा की बढ़ती संख्या को देखते हुए, तीनों संगठनों ने इंसानों के लिए जोखिम के बारे में चिंता जताई है और आगाह किया है।
एफएओ (फ़ूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गनाइजेशन) संयुक्त राष्ट्र का खाद्य एवं कृषि संगठन है, डब्लूएचओ विश्व स्वास्थ्य संगठन है तथा डब्लूओएएच पशु स्वास्थ्य के लिए विश्व संगठन है। इन संगठनों ने सभी देशों से यथासंभव अधिक से अधिक जानवरों को बचाने और लोगों की सुरक्षा के लिए मिलकर काम करने का आग्रह किया है।
स्तनधारियों में फैल रहा वायरस
एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस आम तौर पर पक्षियों के बीच फैलता है, लेकिन एच5एन1 टाइप का वायरस स्तनधारियों के बीच घातक रूप से फैल रहा है। चूंकि स्तनधारी जंतु जैविक रूप से मनुष्यों के करीब हैं इसलिए विशेषज्ञों को डर है कि वायरस मनुष्यों को अधिक आसानी से संक्रमित करने के लिए अनुकूल हो सकता है। विशेषज्ञों ने नए इन्फ्लूएंजा वायरस के उभरने की भी आशंका व्यक्त की है जो जानवरों और मनुष्यों के लिए बहुत हानिकारक हो सकते हैं।
67 देशों में एच5एन1 फैला
डब्लूओएएच के मुताबिक 2022 में पाँच महाद्वीपों के 67 देशों में पोल्ट्री और जंगली पक्षियों में खतरनाक एच5एन1 का प्रकोप दर्ज किया गया था। जिसके कारण 13 करोड़ से अधिक घरेलू मुर्गियां मर गईं या मार दी गईं।
- इस वर्ष 14 और देशों में एच5एन1 के प्रकोप की सूचना मिली है। मुख्यतः ये अमेरिका में हुआ है। बड़ी संख्या में जंगली पक्षियों की मौत को इन्फ्लूएंजा ए (एच5एन1) क्लैड 2.3.4.4बी वायरस से जोड़ा गया है।
- स्तनधारियों के बीच हाल ही में एच5एन1 का प्रकोप बढ़ गया है। 2022 के बाद से तीन महाद्वीपों के 10 देशों से स्तनधारियों में प्रकोप की रिपोर्ट मिली है। हालाँकि, यह संदेह है कि इस प्रकोप का सामना ज्यादा देश कर रहे होंगे। - जो स्तनधारी प्रभावित हुए हैं, जिनमें बिल्लियाँ और कुत्ते, फ़ार्म्ड मिंक, सील और सी लायन शामिल हैं।
इन्फ्लुएंजा ए (एच5एन1) संक्रमण इंसानों में बहुत दुर्लभ है। दिसंबर 2021 से इसके सिर्फ आठ मामले सामने आए हैं। हालाँकि, यह वायरस इंसानों में उच्च मृत्यु दर के साथ गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है।
क्या करना चाहिये
- इन लक्षणों के मिलने पर सतर्क हो जाएं और डॉक्टर से संपर्क करें : सांस फूलना, मांसपेशियों में दर्द और अकड़न, गले में खराश, सिरदर्द, खांसी, बुखार।
- किसी भी पक्षी के निकट संपर्क में न आएं।
- पोल्ट्री मांस को हाई टेम्परेचर पर अच्छी तरह पका कर खाएं।
- पोल्ट्री फार्म में काम करने वाले या मुर्गियों आदि का व्यापार करने वाले साफ सफाई का पूरा ध्यान रखें। बीमार पक्षियों के संपर्क में न आएं। पक्षियों की बीट से दूर रहें।
- साफ-सफाई रखें और अपने हाथ धोते रहें।कच्चे या फ्रोजेन अंडे या मुर्गे को हैंडल करने के बाद अपने हाथों को साबुन से अच्छी तरह धोएं।
- कच्चे मांस के संपर्क में आने वाले सभी बर्तनों और सतहों को कीटाणुरहित करें और धो लें।