जयपुर:नवजात शिशु बहुत कोमल होते हैं जिसकी वजह से उनका खास ख्याल रखना होता है। जब बच्चा बीमार होता है तो उनका ज्यादा ध्यान रखना जरुरी होता है। क्योंकि उनकी बीमारी को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। बच्चों के साथ सबसे बड़ी परेशानी यह होती है कि उनकी बीमारी के बारे में कई बार पता नहीं चलता है। उनकी अपनी बात बता ना पाने की वजह से बच्चों की बीमारी समझ पाना मुश्किल होता है। बस उनकी परेशानी को समझा जा सकता है। अगर बच्चे के बीमार होने पर कुछ लक्षण दिखाई देते हैं तो उनको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
जब बड़े हो जाते हैं तो बुखार आने के पीछे का कारण आपको ज्यादा परेशान नहीं करता है। लेकिन अगर आपके शिशु को बुखार है तो उसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। अगर आपका बच्चा 4 महीने से भी छोटा है और उसे ज्यादा बुखार होता है तो उसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
अगर आपका बच्चा पर्याप्त मात्रा में पानी पीता है तो यह उसके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। लेकिन अगर अचानक से बच्चे को ज्यादा प्यास लगने लगे तो अपने डॉक्टर से इस बारे में बात करें। यह ज्यादा भूख, थकावट के संकेत हो सकते हैं।
चाहते हैं अपने बच्चे का बेहतर विकास तो बन जाएं उसके साथ आप बच्चा
कट लग जाने पर खून बहना सामान्य होता है लेकिन बच्चे को लग जाने के काफी देर तक खून बहना ना रुके तो तुरंत डॉक्टर के पास लेकर जाएं। जब तक डॉक्टर के पास नहीं जाते हैं तो उसे साफ कपड़े सो ढ़ककर रखें।
अचानक से ज्यादा वजन कम होना बच्चे के लिए हानिकारक होता है। अगर आपके बच्चे का अचानक से वजन कम हो गया है थोड़े दिन देखें कि उसका वजन बढ़ रहा है कि नहीं। अगर नहीं बढ़ रहा है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं क्योंकि यह स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं की तरफ इशारा करता है।
बच्चे के एक साल तक होने के दौरान तक उन्हें कई बार उल्टी होती है। कई बार ज्यादा खा लेने कि वजह से तो कई बार किसी और कारण की वजह सें। लेकिन अगर आपके शिशु को हरे या पीले रंग की उल्टी हो रही है तो यह आंत से ब्लॉक होने से संकेत होते हैं। तो बच्चे को डॉक्टर के पास लेकर जाएं।बच्चे में कुछ संकेत दिखने पर उन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यह उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।