Bubonic Plague: अमेरिका में सामने आया ब्लैक डेथ का पहला केस, जानें कारण और बचाव
Bubonic Plague: अमेरिका में एक बार फिर ब्लैक डेथ का मामला सामने आया है। ये टिक्स की वजह से फैलने वाला संक्रमण है।
Bubonic Plague : हर थोड़ी समय में कोई ना कोई ऐसी बीमारी सामने आती है जो चिंता बढ़ा देती है। अब हाल ही में अमेरिका में एक और बीमारी सामने आई है जिसने लोगों को परेशान कर दिया है। अलास्का पॉक्स का मामला सामने आने के बाद अब यहां बुबोनिक प्लेग का मामला भी सामने आया है। संयुक्त राज्य अमेरिका के ओरेगॉन राज्य में ब्लैक डेथ के नाम से मशहूर इस बीमारी ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। यहां पर 2015 के बाद पहली बार बुबोनिक प्लेग का मामला दर्ज किया गया है। ऐसा बताया जा रहा है कि यह एक पालतू बिल्ली की वजह से हुआ है। आज हम आपको इसके लक्षण और बचाव की जानकारी देते हैं।
क्या है बुबोनिक प्लैग
सबसे पहले तो यह जान लीजिए कि यह बीमारी क्या होती है। दरअसल यह एक बैक्टीरियल इंफेक्शन है जो चौहान पर रहने वाले संक्रमित टिक्स की वजह से मनुष्य को हो जाता है। इस संक्रमण ने मध्य युग के दौरान लाखों यूरोपीय लोगों की जान ले ली थी। यह प्लेग यर्सिनिया पेस्टिस बैक्टीरिया की वजह से उत्पन्न होता है। यह संक्रमित पिस्सू के संपर्क में आने से फैल जाता है। यह अक्सर चूहे गिलहरियों जैसे जानवरों के काटने पर फैलता है। कल के मुताबिक इस बीमारी की वजह से लिंफ नोड्स में सूजन आ जाती है। इससे कमर, बगल और गर्दन में अंडे जैसी गांठ हो जाती है जिसमें से मवाद निकल सकता है।
बीमारी के लक्षण
इस बीमारी के लक्षणों की बात करें तो ठंड लगना, सिर दर्द, अचानक तेज बुखार, पेट हाथ और पैर में दर्द, लिंफ नोड्स में सूजन या गठान जिनमें से मवाद निकल रहा हो दिखाई देते हैं।
कैसे फैलता है
बुबोनिक प्लेग एक ऐसा संक्रमण है जो एक बैक्टीरिया की वजह से होता है जो चूहा और अन्य जानवरों में पिस्सू की वजह से फैल जाता है। यह एक जूनोटिक बीमारी है। बीमार चूहों को खाने की वजह से अक्सर बिल्लियां इससे संक्रमित होती हैं। यह जानवरों से इंसानों में तो हो जाता है लेकिन इंसान से इंसान में फैलने की संभावना नहीं होती।
क्यों कहते हैं ब्लैक डेथ
14 वीं शताब्दी के दौरान इस प्लेग ने 25 मिलियन से ज्यादा लोगों की जान ले ली थी। उस दौरान यात्री जहाज पर चूहे भी जाते थे जो अपने साथ पिस्सू और महामारी लेकर आते थे। प्लेग से संक्रमित ज्यादातर लोगों की मौत हो गई थी और कई लोगों की टिश्यू काले हो गए थे इसलिए इसे ब्लैक डेथ कहा जाता है।
कैसे जीवन बचाव
इस बीमारी से बचने के तरीके की बात करें तो घर में या आसपास चूहे, गिलहरियों और अन्य जंगली जानवरों को न रहने दें।
पालतू जानवरों के लिए टिक्स कंट्रोल प्रोडक्ट का उपयोग करें।
बीमार पालतू जानवरों को चिकित्सा के पास जरूर लेकर जाएं।
पालतू जानवरों को अपने बिस्तर पर ना सोने दें।
अगर आप मृत जानवरों को संभालते हैं या ऐसा कोई काम करते हैं तो सुरक्षात्मक कपड़े पहने।
टिक्स के संपर्क में आने जैसे स्थानों पर जाते समय आपको थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है।