Cardiac Arrest: हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट में क्या होता है अंतर, क्यों कुछ मिनट में ही चली जाती है जान?
Cardiac Arrest: दिल की बीमारियों में हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट से ही सबसे ज्यादा लोगों की मौतें होती हैं। लेकिन कई लोगों को इन दोनों में अंतर की जानकारी नहीं होती।
Lucknow: आजकल की अनियमित लाइफस्टाइल (irregular lifestyle) और अव्यवस्थित जीवन शैली का सबसे बुरा असर आपके स्वास्थ्य (Health) पर पड़ा है। बता दें कि रोज़मर्रा की भागती- दौड़ती ज़िंदगी में लगभग सभी लोग स्ट्रेस और तनाव से जूझ रहे हैं। जीवन में बहुत कुछ पाने की इच्छा ,या जीवन में सबसे आगे निकलने की होड़ हो हर व्यक्ति अपने जीवन में इन बातों को लेकर जबरदस्ती का तनाव और स्ट्रेस (stress and tension) पाले हुए है।
जिसके कारण पिछले कुछ समय से लोगों में दिल की बीमारियों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। बता दें कि पहले ज़माने में दिल से जुड़ी बीमारियां सिर्फ बुज़ुर्गों में ही देखी जाती थी, लेकिन आजकल के टाइम इस बीमारी के चपेट में आने वाले लोगों की कोई उम्र सीमा नहीं रह गयी है। गत कुछ वषों में हमारे आस-पास ऐसे कई केस देखने को मिले हैं। आज एक जुलाई 2022 को भी मशहूर सिंगर केके (Famous singer KK Death) की अचानक हुई मौत ने भी लोगों को स्तब्ध कर दिया है।
गौरतलब है कि दिल की बीमारियों में हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट से ही सबसे ज्यादा लोगों की मौतें होती हैं। लेकिन कई लोगों को इन दोनों में अंतर की जानकारी नहीं होती। ज्यादातर लोग इन दोनों बिमारियों को एक ही बीमारी मानते हैं। गौरतलब है कि इन दोनों में बेसिक अंतर जानने के लिए यह जानना ज़रूरी है कि इनके होने पर आपके शरीर में किस तरह का प्रभाव पड़ता है।
हार्ट अटैक क्या होता है ? (What is Heart Attack?)
दिल का दौरा पड़ने का सबसे बड़ा कारण कोरोनरी धमनियों में रुकावट पैदा हो जाना होता है। बता दें कि यह रक्त वाहिकाएं होती हैं जो आपके हृदय की मांसपेशी तक खून पहुंचाने का काम करती हैं। गौरतलब है कि दिल एक मांसपेशी है, इसे अपना काम करने के लिए ऑक्सीजन युक्त रक्त की ज़रूरत होती है।उल्लेखनीय है कि कोरोनरी धमनियों में रुकावट के कारण मांसपेशियों तक खून नहीं पहुंच नहीं पाता है जो हार्ट अटैक का कारण बनता है । बता दें कि अगर रुकी हुई कोरोनरी धमनियों को तुरंत चिकित्सीय इलाज़ से नहीं खोला जाता है, तो दिल की मांसपेशियां भी मरने लगती हैं।
हार्ट अटैक के लक्षण
-सीने में जकड़न,
-जलन,
-दबाव और दर्द
-अत्यधिक दर्द भी हो सकता है।
-व्यक्ति को बाएं कंधे और बाएं हाथ सहित शरीर के ऊपरी-बाएं क्षेत्रों में दर्द का अनुभव होना
गौरतलब है कि आमतौर पर हार्ट अटैक में कार्डियक अरेस्ट की तरह दिल धड़कना नहीं बंद होता है ।
कार्डियक अरेस्ट क्या होता है ?
जब दिल पूरी तरह से धड़कना बंद कर देता है तो ऐसी स्थिति को कार्डियक अरेस्ट माना जाता है। बता दें कि इसकी शुरुआत दिल में एक इलेक्ट्रिक खराबी से होता है, जिसके कारण दिल की धड़कने अनियमित हो जाती हैं। हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट के बीच प्राथमिक अंतर यह है कि दिल के दौरे के मामले में, हृदय धड़कता रहता है, भले ही हृदय की मांसपेशी को खून न मिल रहा हो।
कार्डियक अरेस्ट के लक्षण
उल्लेखनीय है कि इसमें दिल धड़कना अचानक से बंद कर देता है, जिसके कारण इंसान बेहोश हो जाने के साथ सांस नहीं ले पाता और ना ही उसकी पल्स होती हैं। गौरतलब है कि कार्डिएक अरेस्ट होने पर अगर फौरन व्यक्ति को इलाज न मिले तो कुछ ही मिनटों में उसकी मौत भी हो जाती है।