Heart Attack: कोरोना के बाद हार्ट अटैक का बढ़ा ज्यादा खतरा, बचने के लिए जरूर कराएं ये दो टेस्ट

Heart Attack: इन दिनों लगातार बढ़ रहें हर्ट अटैक के कारण हर किसी की चिंता बढ़ गई है। खराब खानपान से लेकर खराब लाइफस्टाइल के कारण हार्ट अटैक का खतरा रहता है।

Report :  Anupma Raj
Update:2022-12-06 10:27 IST

Heart attack (Image: Social Media)

Heart Attack: इन दिनों लगातार बढ़ रहें हर्ट अटैक के कारण हर किसी की चिंता बढ़ गई है। कम उम्र में भी कई लोग हार्ट अटैक का शिकार हो रहे हैं। खराब खानपान से लेकर खराब लाइफस्टाइल के कारण हार्ट अटैक का खतरा रहता है। लेकिन कोरोना के बाद से हार्ट अटैक के मामले में काफी उछाल देखने को मिला है। कई रिसर्च में भी यह जानकारी सामने आई है कि कोरोना का असर हार्ट पर भी ज्यादा देखने को मिल रहा है। कई बड़े सेलेब्रिटिज से लेकर आम लोगों तक हार्ट अटैक का शिकार हुए।

कोरोना के कारण ब्लड क्लॉट

दरअसल अमेरिका में हुए एक रिसर्च में बताया गया है कि कोविड वायरस में मौजूद एक प्रोटीन की वजह से हार्ट के फंक्शन पर इसका असर पड़ रहा है, जिससे अटैक आ रहे हैं। वहीं दिल्ली के राजीव गांधी सुपरस्पेश्यलिटी हॉस्पिटल के कार्डियोसर्जन का कहना है कि कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके लोगों पर हार्ट डिजीज का असर बहुत ज्यादा देखा जा रहा है। कोरोना के कारण हार्ट की आर्टरीज में ब्लड क्लॉट हो रहा है और इससे ब्लड पंप होने में रूकावट आ रही है, जिससे हार्ट अटैक आ रहा है। यही वजह है कि अब कम उम्र में ही लोगों को हार्ट अटैक हो रहा है। बता दें कोविड वायरस के हार्ट पर हुए असर को लेकर रिसर्च में भी यह जानकारी सामने आ चुकी है, जिसमें यह बताया गया है कि ये वायरस हार्ट अटैक का कारण बन रहा है। ऐसे में कोविड से संक्रमित हुए लोगों को दिल का दौरा पड़ने का खतरा सबसे ज्यादा है।

ये दो टेस्ट हैं जरूरी

डॉक्टर्स के अनुसार हार्ट अटैक से बचने के लिए हर तीन महीने में दो टेस्ट कराना जरूरी है। कोरोनरी सीटी एनजीओ टेस्ट और लिपिड प्रोफाइल टेस्ट इन दो टेस्ट को जरूर कराना चाहिए क्योंकि इन टेस्ट से हार्ट में मौजूद किसी भी ब्लॉकेज का आसानी से पता चल जाएगा और समय रहते हार्ट अटैक से बचाव किया जा सकेगा। साथ ही 25 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को नियमित रूप से अपने हार्ट की जांच करानी चाहिए। जो लोग एक्सरसाइज करते हैं या फिर जिम जाते हैं उन्हें भी सबसेपहले अपने टेस्ट कराने चाहिए, फिर इसके बाद ही वर्कआउट करना चाहिए। पहले से जिन लोगों को डायबिटीज और मोटापे की समस्या है, वैसे व्यक्ति को हार्ट के चेकअप हर तीन महीने में कराते रहना चाहिए। इसके अलावा खानपान पर ध्यान देना बेहद जरूरी है और लाइफस्टाइल को भी सही रखने की जरूरत है।



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