Chest Congestion बढ़ने के कारण मुलायम सिंह की स्थिति नाजुक, क्यों होता हैं चेस्ट कंजक्शन, जानें इसके लक्षण
Chest Congestion ke Lakshan: चेस्ट कंजक्शन वो होता है जब आपके फेफड़ों में अधिक मात्रा में कफ या बलगम जमा हो जाता है। सर्दी-जुकाम या फ्लू आदि हो जाए।
Mulayam Singh Yadav Chest Congestion: दरअसल रविवार की रात उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) के संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) की अचानक तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल (Medanta Hospital) के आईसीयू में भर्ती कराया गया। दरअसल यादव परिवार के हवाले से यह जानकारी सामने आई कि मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav Health) को यूरिन संक्रमण (Urine Infection) के साथ ही ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) की समस्या काफी बढ़ गई थी।
दरअसल मुलायम सिंह यादव को सांस लेने में तकलीफ होने लगी थी, जिसके बाद उन्हें ICU में शिफ्ट कराया गया लेकिन ऑक्सीजन का लेवल कम होने के कारण उन्हें यूरिनरी ट्रैक्ट और चेस्ट में इंफेक्शन की शिकायत हुई। ऐसे में आइए जानते हैं कि आखिर ये चेस्ट कंजक्शन क्या है और क्यों होता है? साथ ही जानते हैं कि चेस्ट कंजक्शन के लक्षण क्या हैं?
क्या है चेस्ट कंजकशन (What is Chest Congestion)
दरअसल चेस्ट कंजक्शन वो होता है जब आपके फेफड़ों में अधिक मात्रा में कफ या बलगम जमा हो जाता है। बता दे यह स्थिति अक्सर सर्दी जुकाम या फिर श्वसन तंत्र में संक्रमण आदि जैसी समस्याओं के साथ कारण होता है। दरअसल इनमें से कोई भी संक्रमण होने पर आपका शरीर अधिक मात्रा में कफ बनाने लग जाता है लेकिन जब आपको सर्दी-जुकाम या फ्लू आदि हो जाए तो ऐसी स्थिति में अधिक मात्रा में कफ बन जाता है और इससे आपको खांसी, छाती में कफ जमा होना और दर्द आदि होने लग जाता है। जानकारी के लिए बता दे यह ब्रोंकाइटिस, निमोनिया, अस्थमा, सिगरेट पीने या एलर्जी के कारण होती है।
चेस्ट कंजक्शन के लक्षण (Chest Congestion Symptoms)
सीने में भारीपन और सीने में दर्द होना
सांस लेते समय जोर जोर से आवाज आना
गले में बार बार कफ अटक जाना
खांसी के साथ कफ आना
लगातार सिरदर्द होना
सांस फूलने लगना
गले में कफ जमा हो जाना
नींद नहीं आने की समस्या
थकावट महसूस होना या बहुत जल्दी थक जाना
चेस्ट कंजेशन का इलाज (Chest Congestion Treatment)
दरअसल चेस्ट कंजेशन का इलाज कराने के लिए आपको डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए और कफ या बलगम को रोकने के लिए कुछ घरेलू नुस्खे का इस्तेमाल करना चाहिए। दरअसल आमतौर पर यह देखा गया है कि कुछ लोग इस समस्या के दौरान अपनी मर्जी से दवा लेते हैं या किसी के कहने पर ऐंटिबायोटिक दवाएं लेने लगते हैं और साथ में कुछ घरेलू नुस्खे अपनाते हैं। हालांकि ऐसा करने से थोड़ी राहत जरूर मिल जाएगी लेकिन इसका सही तरह से इलाज कराना भी बेहद जरूरी होता है ताकि फेफड़ों में जमा कफ आगे चलकर कोई बड़ी और नई समस्या खड़ी ना क दें। बता दे ऐंटिबायोटिक दवाएं सिर्फ बैक्टीरियल इंफेक्शन पर ही असर करती हैं, लंग्स में जमे कफ पर नहीं करती क्योंकि यह समस्या वायरस के कारण होती है बैक्टीरिया के कारण नहीं होता है। इसलिए आपको इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए क्योंकि सही इलाज के बाद ही दवाओं का सेवन करें और दवाएं लें। हालांकि इस दौरान कफ या बलगम से छुटकारा पाने के लिए कुछ घरेलू उपाय कर सकते हैं, जैसे: आप भाप ले सकते हैं या काढ़ा भी जरूर पी सकते हैं क्योंकि इसमें तुलसी और अदरक होने से यह काढ़ा कफ या बलगम में काफी आराम देता है और जल्दी ठीक होने में मदद करता है। साथ ही ध्यान रखें कि कफ के दौरान दूध और इससे बनी चीजों का सेवन नहीं करें क्योंकि इससे दूर रहने से आप कफ या बलगम की समस्या से बच सकते हैं हालांकि बता दे आपके लिए बेहतर ये होगा कि आप डॉक्टर से दिखाएं और डॉक्टर की सलाह भी जरूर मानें।