Delta Plus Variant: हल्के में न लें डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर के मरीज, अपनाएं ये सावधानियां
Delta Plus Variant: भारत में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का प्रकोप भले ही अब कम हुआ हो,लेकिन नए डेल्टा प्लस वेरिएंट के मामलों में लगातार बढ़ोतरी से एक बार फिर खतरे की घंटी बज गई है ।
Delta Plus Variant: कोरोना वायरस की तीसरी लहर (coronavirus third wave)ने एशिया-प्रशांत क्षेत्रों को सबसे अधिक प्रभावित किया है । भारत में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर (coronavirus second wave)का प्रकोप भले ही अब कम हुआ हो,लेकिन नए डेल्टा प्लस वेरिएंट के मामलों में लगातार बढ़ोतरी से एक बार फिर खतरे की घंटी बज गई है । जिसको देखते हुए कई राज्यों में सरकार ने बंदिशों को लागू कर दिया है ।
वहीं एक्सपर्ट्स के मुताबिक इसका कोई सबूत नहीं है कि डेल्टा प्लस, डेल्टा वेरिएंट (Delta Plus Variants) से कितना खतरनाक है, बावजूद इसके कोरोना नियमों का पालन करना अनिवार्य है । कोरोना के इन दोनों वेरिएंट्स से बचने के लिए उन नियमों का पालन किया जाना जरूरी है जो पहले से जारी हैं । मसलन मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, नियमित रूप से हाथ धोना ।
जहां कोविड रिकवरी के दौरान डायबेटिक मरीजों और ब्लैक फंगस black fungus), म्यूकोर्मिकोसिस (Mucormicosis) के बीच संबंध देखने को मिला था । लिहाजा, विशेषज्ञों ने कोरोना वायरस को लेकर ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर के मरीजों को आगाह किया है ।
ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के मरीजों को खतरा
जानकारी के मुताबिक, पूरी दुनिया में हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के मरीज दवा का इस्तेमाल करते हैं । इसका असर कोशिकाओं पर पड़ता है । कोशिकाओं की संरचना में बदलाव आ जाने के कारण कोरोना वायरस का संक्रमण दूसरे लोगों की तुलना में इनमें ज्यादा हो सकता है । अध्ययन के सामने आने के बाद डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के सामन दुविधा की स्थिति बन गई है कि वे इस दवा का इस्तेमाल जारी रखें या नहीं, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि बिना डॉक्टर की सलाह के कोई कदम उठाना ठीक नहीं हो सकता ।
वैसे तो अनियंत्रित मधुमेह के मरीजों को सामान्य रूप से सभी संक्रमणों का खतरा बढ़ जाता है । लेकिन ब्लड शुगर और हाई बीपी वाले लोगों के लिए खाने-पीने में सावधानी बरतनी चाहिए । कोरोना गाइडलाइंस में ऐसे मरीजों को रोजाना कसरत की भी सलाह दी गई है । साथ ही खाने-पीने में परहेज रखना भी आवश्यक है ।
इम्यून सिस्टम का मजबूत होना जरूरी
इम्यून सिस्टम के कमजोर रहने पर किसी भी वायरस का संक्रमण जल्दी होने की संभावना रहती है । इसलिए इम्यून सिस्टम को मजबूत करने पर ध्यान देना जरूरी है । इसे लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी दिशा-निर्देश जारी किए हैं । इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए खान-पान पर ध्यान देना जरूरी है । हरी सब्जियां, फल और मेवे खाने के साथ पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से शरीर की रोग प्रतिरोधात्मक क्षमता मजबूत बनी रहती है ।
इन सावधानियों को अपनाएं
1. समय पर खाएं- डायबिटीज मरीजों के लिए जरूरी है कि समय पर भोजन खाएं । उन्हें जागने के एक घंटे के अंदर कुछ खा लेना चाहिए । इसके अलावा, बार-बार छोटा भोजन खाएं । बार-बार छोटा भोजन खाने से आप ब्लड ग्लूकोज लेवल में बढ़ोतरी से बच सकते हैं । हर भोजन के बीच तीन घंटे का अंतराल रखें ।
2. प्रोटीन से भरपूर डाइट लें- अपनी डाइट में बहुत ज्यादा प्रोटीन से भरपूर भोजन शामिल करें । प्रोटीन आपकी भूख को संतुष्ट करने में मदद करता है और आपके मसल्स मास को बढ़ाता या बहाल करता है । आम तौर से प्लांट प्रोटीन जैसे राजमा, चना, दाल में शुगर की कम मात्रा होती है । डायबिटीज के लोगों को जरूर कम फैट वाले मांस जैसे अंडा, मछली और चिकन ब्रेस्ट अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए और कम फैट के दूध, दही और छेना भी उनकी डाइट में हो ।
3. मोसमी फलों को खाएं- फल विटामिन्स और मिनरल्स का भरपूर स्रोत होते हैं । विटामिन्स और मिनरल्स आपके शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं । इसके अलावा, फल एंटीऑक्सीडेंट्स और फाइबर में भी भरपूर होते हैं । ये ब्लड शुगल लेवल को स्थिर करने में मदद करते हैं । हालांकि, डायबिटीज पीड़ितों को केला, आम, चीकू जैसे फलों से जरूर परहेज करना चाहिए ।
4. साबुत अनाज शामिल करें । साबुत अनाज फाइबर में भरपूर होते हैं और उनसे ब्लड शुगर लेवल को स्थिर करने में भी मदद मिलती है । इसके अलावा, अगर आपको आवश्यक विटामिन्स और मिनरल्स से भरपूर भोजन खाना है, तो साबुत अनाज का इस्तेमाल उपयुक्त होगा । रागी, ज्वार, बाजरा जैसे साबुत अनाज को अपनी डाइट में शामिल करने की कोशिश करें ।
गौरतलब है कि कोरोना से सावधानी ही इसका बचाव है । वहीं जिन-जिन मरीजों को डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर हो, वे नियमित रूप से अपना ख्याल रखे, खाने में फल, हरी सब्जियां ले, जिससे वह मजबूत रहे ।