Thyroid Diet- थायराइड में ना करें इन चीजों का सेवन
Thyroid Diet: थायराइड में अक्सर मरीजों को चलने में दिक्कत, वजन बढ़ जाना, थकान आदि जैसी समस्या होने लगती है। थायराइड को कंट्रोल नहीं करने पर यह तेजी से बढ़ता है।
Thyroid Diet: थायराइड में अक्सर मरीजों को चलने में दिक्कत, वजन बढ़ जाना, थकान आदि जैसी समस्या होने लगती है। थायराइड को कंट्रोल नहीं करने पर यह तेजी से बढ़ता है। थायराइड में डाइट (Diet) का ज्यादा ख्याल रखना पड़ता है। थायराइड के मरीजों को प्रोटीन युक्त आहार, सफेद तिल, अलसी के बीज, दही, दूध आदि का सेवन करना चाहिए। तो आइए जानते हैं थायराइड में कौन सी चीज़ों का सेवन नहीं करनी चाहिए।
जंक फूड से परहेज
थायराइड की समस्या होने पर जंक फूड से परहेज करना चाहिए। जितना हो सके घर पर खाना खाएं। ज्यादा तेल, मसाले से दूरी बनाएं। थायराइड के मरीजों को जंक फूड से परहेज करना बेहद जरूरी होता है। साथ ही थायराइड होने पर मीठा भी कम खाना चाहिए। ज्यादा चीनी का सेवन थायराइड के मरीज को नुकसान पहुंचाता है। चीनी के सेवन के कारण वजन बढ़ने लगता है। जिसका असर थायराइड के मरीज पर पड़ता है।
सोयाबीन से बनाएं दूरी
सोयाबीन (Soyabean) में कई तरह के पोषक तत्व होता है। जो शरीर के फायदेमंद होता है। लेकिन सोयाबीन का सेवन थायराइड के मरीजों के लिए अच्छा नहीं माना जाता। थायरॉइड के मरीज को सोयाबीन से दूरी बनानी चाहिए। सोयाबीन में प्रोटीन भरपूर मात्रा में होता है। जो सेहत के लिए लाभदायक है लेकिन थायराइड के मरीज को इसके सेवन से बचना चाहिए। इसके ज्यादा सेवन से हाइपो थायरॉइडिज्म का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए थायराइड के मरीज अपनी थाली में सोयाबीन को जगह न दें।
कैफीन युक्त पदार्थ
थायराइड की समस्या होने पर कैफिन वाले पदार्थों से दूरी बनानी चाहिए। कैफीन थायराइड ग्लैंड को बढ़ाकर दवा का असर भी कम कर देता है। थायराइड की समस्या होने पर चाय और कॉफी से परहेज करना चाहिए। थायराइड में जितना हो सकें कम चाय और कॉफी का सेवन करना चाहिए। कैफीन का असर थायराइड के मरीज पर बुरा पड़ता है। इसलिए कोशिश करें चाय और कॉफी का सेवन कम कर सकें।
ग्रीन टी से नुकसान
ग्रीन टी (Green Tea) के सेवन से कई बीमारियों से बचा जा सकता है। ग्रीन टी सेहत से लेकर स्किन की खूबसूरती बढ़ाने तक में सहायक है। लेकिन थायराइड में ग्रीन टी का सेवन सेहत को नुकसान पहुंचाता है। सबसे ज्यादा नुकसान हाइपोथायराइड के मरीज को होता है क्योंकि हाइपो में थायराइड हार्मोन बनना कम या बंद हो जाता है। जिसके कारण सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इसलिए थायराइड के मरीज को ग्रीन टी का सेवन नहीं करना चाहिए।