Jodo Mein Dard: बुढ़ापे में नहीं होगा जोड़ों में दर्द, बस अपनाएं ये 3 आदतें
Jodo Mein Dard Ke Gharelu Upay: बुढ़ापे में लोगों के घुटनों में दर्द, कमर में दर्द की परेशानी का सामना करना पड़ता है। लेकिन कुछ आदतों को अपनाकर जोड़ों के दर्द को टाला जा सकता है।
Joint Pain Home Remedies: ऐसा कहा गया है कि कल किसने देखा है। बीते कल के बारे में न सोचें, न भविष्य की चिंता करें, आज में खुशीपूर्वक जीयें। लेकिन स्वास्थ्य को लेकर ऐसा सोचना सही नहीं है। क्योंकि अगर आप चाहते हैं कि बुढ़ापे में आपको कोई दिक्कत न हो, तो आपको आज को बेहतर बनाना होगा। बढ़ते उम्र के साथ जोड़ों में दर्द (Jodo Mein Dard) की समस्या बढ़ जाती है। बुढ़ापे में लोगों के घुटनों में दर्द, कमर में दर्द की परेशानी (Joint Pain In Old Age) का सामना करना पड़ता है। लेकिन अगर आप समय रहते ही अपनी कुछ आदतों में सुधार कर लें तो इन समस्याओं को टाला या कम किया जा सकता है। आज हम आपको उन आदतों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आपको बढ़ती उम्र में ज्वाइंट पेन (Joint Pain) की समस्या से बचाएंगे।
अपनाएं ये आदतें (Habits To Avoid Joint Pain)
1- डाइट पर दें ध्यान (Healthy Diet)
अपनी हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए आपको अपनी डाइट (Joint Pain Diet) पर ध्यान देने की जरुरत है। आपकी डाइट शरीर के विकास और बॉडी को मजबूत बनाने का काम करती है। हड्डियों की मजबूती (Strong Pain) में कैल्शियम और विटामिन डी अहम भूमिका निभाते हैं। ऐसे में आहार में उन चीजों को जरुर शामिल करें, जो कैल्शियम (Calcium) और विटामिन डी (Vitamin D) से भरपूर हों।
- बोन हेल्थ को इम्प्रूव करने के लिए आप दूध और दूध से बनी चीजें खाएं।
- फल और हरी सब्जियों को भी अपने मील का हिस्सा बनाएं।
- नट्स और सीड्स भी बोन्स की मजबूती में काम आते हैं।
- ओमेगा-3 फैटी एसिड और विटामिन से भरपूर मछली का सेवन भी आप कर सकते हैं।
- इसके अलावा अपनी डाइट में नमक का सेवन कम करें। इससे भी हड्डियों पर काफी असर पड़ता है।
2- एक्सरसाइज व योग (Exercise And Yoga)
एक्सरसाइज और योग शरीर को लंबे समय तक तंदुस्त और हेल्थी रखते हैं। हर किसी को डेली थोड़ा समय निकालकर योग व व्यायाम जरूर करना चाहिए। यह जोड़ों के दर्द (Joint Pain) को कम करने में भी मदद करता है। हां, लेकिन ओवर एक्सरसाइज (Over Exercise) भी नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह हेल्थ और शरीर के लिए बुरा साबित हो सकता है। सेतुबंधासन, ताड़ासन और भुजंगासन जैसे योगासन पीठ, कमर और जोड़ों के दर्द में राहत दिलाते हैं। इसके अलावा अपने रूटीन में डेली वॉक या रनिंग जैसी चीजों को भी शामिल करना चाहिए। खुले वातावरण में वॉक और रनिंग से आप फिट तो बनेंगे ही साथ ही आप रिलैक्स और तनावमुक्त भी फील करेंगे। कई अध्ययनों में भी सामने आया है कि रोजाना टहलने से व्यक्ति तनाव से दूर रहता है।
जोड़ों में दर्द से छुटकारा पाने के योगासन
- वीरभद्रासन
- सेतुबंधासन
- भुजंगासन
- ताड़ासन
- धनुरासन
- उष्ट्रासन
- त्रिकोणासन
3- वजन को रखें मेंटेन (Weight Control)
मोटापा (Obesity), जोड़ों के दर्द की एक मुख्य वजहों में से एक है। अधिक वजन बढ़ने या मोटापे से ग्रस्त लोगों में गठिया (Arthritis) का खतरा अधिक होता है। दरअसल, अगर आपका मोटापा (Motapa) बढ़ेगा तो शरीर के कई अंगों पर अत्याधिक दबाव पड़ेगा, जिससे दर्द (Pain) की समस्या शुरू हो जाएगी। शारीरिक तनाव भी जोड़ों के दर्द का कारण हो सकता है। वेट बढ़ने से सबसे ज्यादा दबाव पीठ, कूल्हों और हिप पर पड़ता है और ज्वाइंट पेन (Joint Pain) होने लगता है। आज के समय में मोटापे की समस्या (Motape Ki Samasya) काफी बढ़ी भी है। ऐसे में आप हेल्दी डाइट, बेहतर लाइफस्टाइल, योग व एक्सरसाइज से अपना वजन कंट्रोल में रख सकते हैं। साथ ही आपको जंक फूड (Junk Food) से दूरी बनाने की भी जरुरत है।
नोट- ये खबर सामान्य जानकारी पर आधारित है। इन उपायों पर अमल करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।