Protect yourself from Heat Wave: गर्मी में हीट वेव से हो रहा शरीर को नुकसान, ऐसे करें अपना बचाव
Protect yourself from Heat Wave: पूरे उत्तर भारत में पारा लगातार बढ़ रहा है ऐसे में आपके शरीर को कई तरह के नुकसान हो रहे हैं आइये जानते हैं कैसे इससे आप अपना बचाव कर सकते हैं।
Protect yourself from Heat Wave: उत्तर भारत में तापमान लगातार बढ़ने से हर कोई बेहद बेहाल है। लगातार पारा बढ़ने से कई तरह की समस्याएं भी लोगों को आ रहीं हैं। हाल ही में पारा 44 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया। हीट वेव ने सभी का घर से निकलना भी दूभर कर दिया है। वहीँ भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कई शहरों में भीषण गर्मी की स्थिति के कारण रेड अलर्ट भी जारी कर दिया है। जिसमे दिल्ली से लेकर लखनऊ और कई अन्य शहर भी शामिल हैं। डॉक्टर की माने तो इस तरह के हालात गंभीर स्वास्थ्य जोखिम पैदा कर सकते है, खासकर शिशुओं, बुजुर्गों और उन लोगों के लिए जिन्हें पहले से किसी तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हैं। लेकिन वहीँ कई लोग ऐसे भी हैं जो इस गर्मी से होने वाले नुकसान और उनके शरीर पर पड़ने वाले असर के बारे में पूरी जानकारी नहीं रखते हैं। आइये इसके बारे में हम आपको पूरी जानकारी देते हैं।
लू से ऐसे करें अपना बचाव (How to Protect yourself from Heat Wave)
इस समय पारा इतना बढ़ चुका है कि आपको अपना ख्याल रखना बेहद ज़रूरी है। ऐसे में बाहर निकलना जितना हो सके उतना सीमित करें। साथ ही शरीर में पानी की कमी न होने दें। इसके लिए पानी के साथ साथ मौसमी फल, सब्जियां, छाछ, नींबू पानी और नारियल पानी को अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं। अपने शरीर को अगर आप ठंडा नहीं रखते हैं तो आपको कई तरह की समस्याओं से दो चार होना पड़ सकता है। आइये जानते हैं इस भीषण गर्मी का हमारे शरीर पर क्या प्रभाव पड़ सकता है और हम इससे अपना कैसे बचाव कर सकते हैं।
जब तापमान 45 डिग्री सेल्सियस को पार हो जाता है तो ऐसे में हम अपना बचाव कैसे कर सकते हैं। वहीँ कई लोगों को सनबर्न जैसी समस्या भी हो रही है। ऐसा तब होता है जब आपकी त्वचा अत्यधिक धूप और खासकर पराबैंगनी (यूवी) किरणों के संपर्क में आती है। वहीँ अगर किसी व्यक्ति की त्वचा ज़्यादा धूप के संपर्क में आती है तो ये त्वचा कैंसर का खतरा भी बढ़ा सकती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि त्वचा कोशिकाओं में डीएनए को नुकसान पहुंचाता है। इतना ही नहीं धूप में ज़्यादा देर रहने से आपको कई तरह की त्वचा सम्बन्धी अन्य परेशानियां भी हो सकती है। जैसे लाल चकत्ते और खुजली। तो ऐसे में दिन के समय कॉटन कपड़े ही पहने और सनस्क्रीन लगाकर ही अपनी स्किन की देखभाल करें और तभी घर से बाहर निकले।
ज़्यादा गर्मी में लोगों में हार्ट सम्बन्धी समस्याएं भी बढ़ रहीं हैं। क्योंकि जैसे-जैसे गर्मी बढ़ रही है हृदय प्रणाली पर अतिरिक्त दबाव बढ़ने लगता है। जिसकी वजह से रक्त वाहिकाएं फैल जाती हैं और इसके अलावा ये हृदय रक्त प्रवाह को बढ़ाने के लिए अधिक पंप करता है। जिन्हे पहले से कोई ह्रदय सम्बन्धी समस्या है तो ऐसे व्यक्तियों और बुज़ुर्गों को इस समय अपना ख़ास ख्याल रखने की ज़रूरत है। साथ ही जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है उन्हें भी इस हीट वेव में अपना ख्याल रखना ज़रूरी है।
आपको बता दें कि जब गर्मी ज़्यादा बढ़ जाती है तो हमे पसीना भी ज़्यादा आता है इससे हमारे शरीर से पसीना ज़्यादा निकलता है। इससे भी पानी की कमी तेज़ी से होने लगती है। वहीँ अगर आप ज़्यादा पानी या लिक्विड पदार्थ नहीं पी रहे हैं तो ये आपको डीहायड्रेशन की स्थिति तक पंहुचा सकता है। निर्जलीकरण होने पर आपको थकान, शुष्क मुँह, कम पेशाब और चक्कर आना शामिल है। ऐसे में खुद को ज़्यादा से ज़्यादा हाइड्रेटेड रहने की कोशिश करें।