Yoga Day 2021: आलस को दूर भगाते हैं ये योगासन, मिनटों में आएगी ताजगी
Yoga Day 2021: योग न केवल आपको फिट रहने में मददगार होता है, बल्कि यह बीमारियों को भी दूर भगाता है। साथ ही इसके जरिए आप सुस्ती को भी दूर भगा सकते हैं।
Yoga Day 2021: आज 21 जून को पूरी दुनिया में विश्व योग दिवस (International Yoga Day 2021) मनाया जा रहा है। इस मौके पर तमाम बड़ी हस्तियों ने बधाई दी है। साथ ही पीएम मोदी ने भी देश और दुनिया को इस मौके पर संबोधित किया और योग करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि योग सिर्फ शारीरिक शक्ति ही नहीं, बल्कि मानसिक रूप से भी चुस्त-दुरुस्त करता है।
जाहिर है कि योग भारत से ही बौद्ध अनुयायियों के साथ चीन, जापान, तिब्बत, दक्षिण पूर्व एशिया और श्रीलंका में फैला। वहीं अब तो करीब पूरा विश्व इससे परिचित है। योग के जरिए लोग शारीरिक और मानसिक विकास के साथ-साथ मन की शांति पाते हैं। यही नहीं योग के माध्यम से कई समस्याओं और रोगों को जड़ से दूर किया जा सकता है। ये लोगों को हेल्दी रहने में मदद करता है।
कोरोना काल में फिट रहने का जरिया
कोरोना काल में भी लोग कई तरह की चुनौतियों से गुजर रहे हैं। फिजकली परेशानियों के साथ साथ मेंटली भी कई समस्याओं का सामना लोगों ने किया है। हालांकि इस मुश्किल समय में भी योग के जरिए खुद को फिट रखा जा सकता है। ऐसा देखा भी गया कि जब कोरोना के केस बढ़ने की वजह से जिम बंद हुए तो लोगों ने किस तरह योग का सहारा लेकर खुद को फिट रखा।
सुस्ती को दूर भगाता है योग
योग के जरिए कई बीमारी को दूर भगाने, वजन कम करने के साथ साथ शरीर को पूरे दिन एनर्जी से भरे रहने में भी मदद मिलती है। ऐसे में आज हम आपको अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) के मौके पर कुछ ऐसे योगासनों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनसे आप फिट भी रहेंगे और आपकी शरीर की सुस्ती मिनटों में गायब हो जाएगी। अगर इन योगासनों का नियमित अभ्यास किया जाए तो फिर शरीर की सुस्ती भगाने और मानसिक शांति पाने में मदद मिलेगी।
ज्यादातर लोगों को देखा गया है कि सुबह सोकर उठने के बाद अक्सर शरीर में सुस्ती बनी रहती है। ऐसे में बेड छोड़कर काम करने का मन नहीं करता है। लेकिन आज हम जो आपको योगासन बताने जा रहे हैं, उनसे आप अपनी इस समस्या को दूर कर लेंगे। तो चलिए जानते हैं कि सुस्ती को दूर करने के लिए आपको किन किन आसनों का अभ्यास करने की जरूरत है।
पवनमुक्तासन
इस आसन के बारे में कहा जाता है कि इसे नियमित अभ्यास करके सुस्ती को दूर भगाया जा सकता है। इस योगासन को करने के लिए सबसे पहले जमीन पर लेट जाएं। दोनों पैर को एक सीध में रखें और हाथ को बगल में रखें। एक गहरी सांस लें और उसे छोड़ते हुए अपने घुटनों को छाती की ओर ले आएं और फिर जाघों को अपने पेट पर दबाएं। इस दौरान आप अपने पैरों के चारों ओर हाथों को कस के जकड़े रहें।
पश्चिमोत्तानासन
एक्सपर्ट्स कहते हैं कि यह आसन न केवल आपकी सुस्ती को दूर करने में मदद करता है बल्कि अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो आपके लिए पश्चिमोत्तानासन काफी मददगार साबित हो सकता है। साथ ही इस आसन के अभ्यास से पीठ व पेट के निचले अंगों का व्यायाम हो जाता है।
इस आसन को करने के लिए सबसे पहले किसी समतल जगह पर सीधे बैठ जाएं और अपने पैरों को बाहर की ओर फैलाएं। अब अपने हाथों को ऊपर की ओर उठाएं और गहराई से सांस लें। आगे की तरफ झुकें और फिर अपनी सांस छोड़ें। अब अपने पैर की उंगलियों को अपने हाथों से छूने की कोशिश करें। ध्यान रहे ऐसा करते वक्त अपने सिरों को घुटनों से लगाकर रखें।
वज्रासन
यह एक ध्यानात्मक आसन है, जो कि मन की चंचलता को दूर करता है। बता दें कि भोजन के बाद किया जानेवाला यह एक मात्र आसन है। इसकी मदद से ना सिर्फ भोजन का पाचन सही तरह से होता है, बल्कि इससे सुस्ती भी दूर होती है। इस आसन को करने के लिए सबसे पहले आप अपने दोनों पैरों को पीछे की तरफ मोड़ते हुए घुटनों के बल बैठ जाएं। कमर, पीठ और कंधे सीधे रखें। गर्दन को सीधा रखते हुए मुंह सामने की तरफ रखें। दोनों हाथों को घुटनों के ऊपर या ध्यान मुद्रा में गोद में रखें। आंखें बंद कर मन को शांत करने का प्रयास करें और गहरी सांसे लें। इससे सुस्ती दूर करने में मदद मिलेगी।
मार्जरासन-बिटिलासन योग
बिटिलासन जिसका अर्थ है गाय का आसन, जिसे Cow pose भी कहते हैं। यह उन लोगों के लिए काफी फायदेमंद है जो बहुत ज्यादा आलसी है, सुबह उठते ही जिनके कमर, मांसपेशियों और शरीर के कई हिस्सों में दर्द होता है। ये उन शिकायतों को दूर भगाने में मदद करता है। इससे आपकी दर्द तो दूर भागता ही है साथ ही आलस भी दूर हो जाता है।
नौकासन (Boat Pose)
इस आसन के लिए सबसे पहले जमीन पर कमर के बल लेट जाएं। फिर पैरों और हाथों को ऊपर की ओर उठाना है। इस दौरान हिप्स जमीन से मिले होने चाहिए और बाकी शरीर को ऊपर उठाना है। यह आसन आपके कमर, कंधे, पेट, हिप्स और पैर की मांसपेशियों को स्ट्रेच करता है और शरीर में ऑक्सीजन के प्रवाह को बढ़ाता है।