Kidney Cancer: गुर्दे में कैंसर होने के कारण शरीर में आते हैं ये बदलाव, सतर्कता ही है समाधान
Kidney Cancer: ब शरीर में कुछ कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़कर दोनों में से किसी एक किडनी में ट्यूमर बना देती है तो गुर्दे में कैंसर या फिर किडनी कैंसर की समस्या हो जाती है। लेकिन बावजूद इसके शरीर में गुर्दे के कैंसर होने के कुछ लक्षण दिखाई देते हैं जिन्हें इग्नोर करना मौत को दावत देने जैसा है।
Kidney Cancer: गुर्दे यानी किडनी (kidney cancer) मानव शरीर के सबसे जरूरी अंगों में से एक माना जाता हैं। जिसके बिना लंबे और स्वस्थ जीवनकाल की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। बता दें कि मानव शरीर में दो किडनी दाएं और बाएं हिस्से में पसलियों के नीचे की ओर मौजूद होती हैं। इनका मुख्य काम रक्त में जमा होने वाली गंदगी को बाहर निकालकर पेशाब के जरिए बाहर करना होता है। उल्लेखनीय है कि शरीर से गंदगी पेशाब के जरिए बाहर निकलने से आपकी किडनी हेल्दी (kidney cancer) और स्वस्थ बनी रहती है।
आपको बता दें कि जब शरीर में कुछ कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़कर दोनों में से किसी एक किडनी में ट्यूमर बना देती है तो गुर्दे में कैंसर या फिर किडनी कैंसर की समस्या हो जाती है। लेकिन बावजूद इसके शरीर में गुर्दे के कैंसर होने के कुछ लक्षण दिखाई देते हैं जिन्हें इग्नोर करना मौत को दावत देने जैसा है।
बता दें कि गुर्दे मुख्य रूप से दो प्रकार का कैंसर से ग्रसित होता है (signs and symptoms of kidney cancer)
1. रेनल सेल कार्सिनोमा
बता दें कि ये गुर्दे में होने वाले कैंसर का सबसे आम प्रकार में से एक है। ये आपकी किडनी (kidney cancer) के भीतर मौजूद छोटी-छोटी ट्यूब की लाइनिंग के भीतर बन सकता है। हालाँकि आमतौर पर ये एक किडनी के भीतर एक ही ट्यूमर होता है लेकिन कुछ लोगों को एक ही वक्त पर एक या फिर दोनों किडनी में दो या उससे ज्यादा में भी कैंसर हो सकते हैं।
2. ट्रांजिसनल सेल कार्सिनोमा
गौरतलब है कि इस प्रकार के कैंसर किडनी (kidney cancer) में नहीं होकर रेनल पेल्विस नाम की जगह पर बनते हैं। ये शरीर में वहीं जगह है, जहां यूरेट्रस, ट्यूब होता है, जो कि पेशाब को ब्लेडर में ले जाने का काम करते हैं और किडनी में मिलते हैं।
गौरतलब है कि पुरुषों को महिलाओं के मुकाबले ज्यादा किडनी कैंसर होने की सम्भावना होती है।
गुर्दे के कैंसर के प्रमुख लक्षण और संकेत (signs and symptoms of kidney cancer)
आपको बता दें कि रेनल और ट्रांजिसनल कैंसर दोनों ही अलग-अलग तरीके से आपकी किडनी (kidney cancer) को प्रभावित कर सकते हैं। लेकिन बावजूद इसके दोनों के संकेत और लक्षण लगभग समान ही हो सकते हैं। इसके अलावा शुरुआती चरणों में शरीर में गुर्दे के कैंसर के कोई और विशेष संकेत दिखाई नहीं देते हैं। इसके अलावा देखा जाय तो किडनी कैंसर के कुछ संभावित लक्षण भी हो सकते हैं। जिसमें पेशाब में खून आना, किसी गंभीर बीमारी के परिणामस्वरूप जैसे ब्लैडर में इंफेक्शन या फिर गुर्दे में पथरी आदि का होना भी शामिल है। यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
किडनी (kidney cancer) होने के कुछ विशेष लक्षण :
- पेशाब में खून आने की समस्या (जिसे रक्तमेह भी कहा जाता है) ।
- बिना किसी कारण के पीठ के निचले हिस्से या फिर पेट के निचले हिस्से में दर्द महसूस होना।
- बुखार बने रहना या बुखार का न उतरना।
- आम दिनों के मुकाबले ज्यादा थकान महसूस करना।
- भूख न लगना।
- अकारण ही वजन तेज़ी से कम होना।
- कमर व् पेट के एक हिस्से में दर्द का अहसास होना।
गौरतलब है कि कई बार गुर्दे के कैंसर (kidney cancer) से जुड़े किसी तरह के कोई शुरुआती लक्षण दिखाई नहीं देते हैं। कई बार तो शरीर में कैंसर के फैलने के बाद भी इससे जुड़े लक्षण नहीं दिखते हैं। बता दें कि ये संकेत शरीर के किसी भी हिस्से में जाकर उस स्थान के आधार पर इसके लक्षण दिखाई दे सकते हैं। कई बार ये आपकी स्किन पर दिखाई देने के अलावा फेफड़ों में भी जा सकते हैं, जिसके कारण खांसने पर खून आने की समस्या भी हो सकती है। लेकिन अगर ये आपके दिमाग में जाते हैं तो आपको देखने या फिर संतुलन रखने में भी दिक्कतों का सामना करना पद सकता है।