रसोई में मौजूद इन चीजों से बनाएं आयुर्वेदिक काढ़ा, बचेंगे कोरोना से इम्यूनिटी होगी बूस्ट

अगर आपको लगता है कि गर्मी में काढ़ा सेहत के लिए सही नहीं है तो आप गलत है। इस समय भी आयुर्वेदिक काढ़ा का सेवन कर सकते हैं।

Published By :  Suman Mishra | Astrologer
Update: 2021-05-18 05:31 GMT

कांसेप्ट फोटो( सौ. से सोशल मीडिया)

लखनऊ: देश में कोरोना का संक्रमण पूरी तरह से है। लोगों को इससे बचने के लिए घरों में रहने, मास्क पहनने , सैनिटाइजर के इस्तेमाल और इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए अच्छी डायट के साथ काढ़ा पीने को कहा जाता है। सर्दी के मौसम में काढ़ा सेहत के लिए रामबाण है, लेकिन गर्मी में थोड़ा रिस्की है।

अगर आपको लगता  है कि गर्मी में काढ़ा सेहत के लिए सही नहीं है तो जान लीजिए कि गर्मी में काढ़ा गर्म नहीं ठंडा करके पीने से लाभ होता है। गर्मी के मौसम में बनने वाला काढ़ा भी अलग  आयुर्वेदिक तरीके से बनाया जाता है।काढ़ा में इस्तेमाल होने वाली चीजें आपको रसोई में  आसानी से मिल जाती है।

ऐसे बनाएं आयुर्वेदिक काढ़ा

-गर्मी में अगर आप इस तरह का काढ़ा बनाते हैं तो आपकी इम्यूनिटी बढ़ने के साथ शरीर में स्फूर्ति भी बनी रहती है। इसके लिए तुलसी की पत्तियां, दालचीनी, अदरक , कच्ची हल्दी , गिलोय की थोड़ी डंडी और 2-4 पत्तियां, थोड़ा अश्वगंधा, एक लीटर पानी में इन सभी चीजों को डालकर धीमी आंच पर उबाल लें। थोड़ा कम से कम 200 लीटर तक बचें तो इसे छान लें। छानने के बाद धीरे-धीरे इसका सेवन करें।

-इसके अलावा इस तरीके से भी एक और आयुर्वेदिक काढ़ा बना सकते हैं। हल्दी की एक गांठ, एक टुकड़ा अदरक का, काली मिर्च और लौंग 4 से 5, दालचीनी एक टुकड़ा, गिलोय का पत्ता, तुलसी के पत्ते 4-5, मुनक्का, नींबू का रस और शहद या गुड़ सबको कूट लें।


-दूसरी तरफ गैस पर करीब डेढ़ गिलास पानी को पैन में डालकर धीमी आंच पर चढ़ा दें। पानी जैसे ही गर्म हो जाए तो उसमें ये कुटी हुई चीजें डाल दें। अब इस पानी में गिलोय के दो पत्तों को पानी से धोएं और तोड़ कर इसी पानी में डालें। इसके बाद 4-5 तुलसी की पत्तियां, आधा चम्मच सौंफ, 10-12 मुनक्के डालकर अच्छे से खौलाएं। जब डेढ़ गिलास पानी आधा रह जाए तो इसे छानकर गिलास में कर लें। जब से हल्का गुनगुना हो तो इसमें नींबू का रस डालकर पी लें।

-थोड़ी गिलोय की डंठल, 5-6 तुलसी , थोड़ी सी मात्रा में अदरक, कच्ची हल्दी का छोटा सा टुकड़ा, 10-12 नीम की पत्तियां, थोड़ी अर्जुन क छाल, 1 इंच दालचीनी, थोड़ी सी मुलेठी, इन सभी चीजों को इमामदस्ता में डालकर अच्छी तरह से कूट लें। इसके बाद 400 एमएल पानी में डालकर उबाल लें। जब पानी 100 एमएल बच जाए तो गैस बंद कर दें। इसके बाद इसे ठंडा होने दें। ठंडा होने के बाद इसका सेवन करें।

ये जो भी काढ़ा आपको बनाने बताया गया है वो सब दवा की तरह ही पीने से फायदेमंद है तो आज ही से ट्राई करें और शुरू कर दीजिए काढ़ा बनाना और पीना।

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