Jaiphal Ke Fayde: एक ही पौधे से मिलते हैं जायफल और जावित्री, जानें इस अदभुत मसाले के जबरदस्त लाभ
Nutmeg Health Benefits: जायफल स्वास्थ, स्वाद, सौंदर्य में वृद्धि के साथ घरों में धन समृद्धि लाने में कारगर सिद्ध होता है। आइए जानते हैं इसके कुछ अचूक उपाय।
Jaiphal Ke Fayde In Hindi: भारतीय रसोईयों में शामिल पसंदीदा पकवानों में प्रमुखता से इस्तेमाल होता है जायफल (NutMeg)। इसके साथ ही गरम मसालों में शामिल जायफल एक आयुर्वेदिक हर्ब (Jaiphal Ke Ayurvedic Upyog) भी है, जो अपनी खास महक, स्वाद और औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। पारम्परिक चिकित्सा पद्धतियों में इस्तेमाल किया जाने वाला जायफल मिरिस्टिका फ्रेग्रेंस (Myristica fragrans) नामक पेड़ के बीज से प्राप्त किया जाता है। जायफल का वैज्ञानिक नाम मिरिस्टिका फ्रेग्रेंस हौट (Myristica Fragrans Houtt) भी है।
भोजन का स्वाद, फ्लेवर और रंग बेहतर बनाने के लिए भारतीय और दक्षिण एशियाई रसोइयों में जायफल का इस्तेमाल विभिन्न मिठाइयों और पकवानों सहित कई प्रकार के व्यंजनों में एक लंबे समय से किया जाता रहा है। जायफल कई प्रकार के स्वास्थ्यवर्धक गुणों (Jaiphal Health Benefits In Hindi) से भी समृद्ध होता है और इन्हीं गुणों के चलते जायफल का इस्तेमाल विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं का इलाज करने और उसके लक्षणों से राहत पाने के लिए भी किया जाता है। आयुर्वेद में जायफल को एक महत्वपूर्ण औषधि (Jaiphal Medicine In Ayurveda) का स्थान दिया गया है। आइए जानते हैं जायफल के सेवन के विभिन्न स्वास्थ्य लाभों और गुणों के अलावा इसके उपयोग के तरीकों और स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभावों के बारे में विस्तार से...
एक ही पेड़ से मिलते हैं जायफल और जावित्री (Jaiphal And Javitri Masala Tree)
जायफल, मिरिस्टिका फ़्रेग्रेंस नाम के पेड़ के फल के अंदर पाई जाने वाली गुठली या बीज होता है। जायफल अंडाकार आकार का होता है। जावित्री, जायफल के बीज को ढकने वाली रेशेदार परत होती है। इसे अंग्रेज़ी में मेस (Mace) कहते हैं। जावित्री पीले-भूरे रंग की होती है और लाल जाल की तरह दिखती है।
दुनियाभर में यहां से होता है जायफल और जावित्री का सबसे ज्यादा निर्यात
जायफल, इंडोनेशिया के मोलुक्कास द्वीपों का मूल निवासी है। यह दुनिया भर में कई देशों में पाया जाता है, जिनमें से कुछ ये रहेः भारत में जायफल की खेती केरल के त्रिशूर, एरनाकुलम और कोट्टयम ज़िलों में होती है। इसके अलावा, तमिलनाडु के कन्याकुमारी और तिरुनेलवेली के कुछ हिस्सों में भी जायफल की खेती की जाती है। चीन के गुआंगडांग और युन्नान प्रांत, ताइवान, मलेशिया, ग्रेनेडा, श्रीलंका, और दक्षिणी अमेरिका में भी जायफल पाया जाता है।
दुनिया भर में जायफल और जावित्री के निर्यात का 50 प्रतिशत से ज़्यादा हिस्सा इंडोनेशिया से आता है। ग्रेनेडा, दुनिया में जायफल और जावित्री का दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक देश है।
गमले में जायफल का पौधा कैसे लगाएं (Jaiphal Ka Paudha Kaise Lagaye In Hindi)
घर पर जायफल उगाने के लिए गमले में मिट्टी तैयार करें। खाली गमले में 2 मुट्ठी वर्मी कंपोस्ट, 2 मुट्ठी रेत, 2 मुट्ठी गार्डन की मिट्टी और 4 मुट्ठी नारियल का भूसा मिलाएं। अब गमले में जायफल की कटिंग या बीज को डालकर उस पर ऊपर से मिट्टी डाल दें और थोड़ा सा पानी का स्प्रे कर दें। इस मिश्रण से जायफल के पौधे की जड़ मजबूत होती है। साथ ही पौधों का विकास अच्छे से होता है। जायफल के पौधे (Jaiphal Ka Paudha) एक साल में तैयार हो जाते हैं। जिसके बाद उस पर फल आना शुरू हो जाते हैं।
जायफल के पेड़ से जुड़ी कुछ बातें (About Nutmeg Tree In Hindi)
जायफल का इस्तेमाल भारतीय किचन में आम है। यह स्वाद बढ़ाने के साथ ही स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक (Jaiphal Ke Labh) होता है। इसकी पूरे साल भर अच्छी मांग रहती है।
- जायफल के पौधों को सदाबहार पौधा माना जाता है। जिसे किसी भी मौसम में लगाया जा सकता है।
- जायफल के पेड़ को उगने के लिए गर्म और आर्द्र जलवायु की ज़रूरत होती है।
- जायफल के पेड़ को समुद्र तल से करीब 1,300 मीटर की ऊंचाई तक उगाया जा सकता है।
- जायफल के पेड़ को आंशिक छाया पसंद होती है। जायफल के पेड़ की जड़ें उथली होती हैं।
जायफल और जावित्री में अंतर (Jaiphal Aur Javitri Mein Antar)
जायफल और जावित्री का स्वाद एक जैसा नहीं होता। जायफल थोड़ा मीठा होता है, जबकि जावित्री में ज़्यादा नाज़ुक खुशबू होती है। जायफल के बीज को या तो पूरा रखा जा सकता है या फिर पीसकर रखा जा सकता है. वहीं, जावित्री को पहले निकाला जाता है और लाल रंग के मसाले में पीस लिया जाता है।
जायफल और जावित्री का इस्तेमाल एक साथ नहीं किया जाता, लेकिन ये एक दूसरे के स्थान पर इस्तेमाल किए जा सकते हैं। जायफल में ऐसे रसायन होते हैं जो केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को प्रभावित कर सकते हैं। जायफल को लंबे समय तक गर्म करने से उसका स्वाद खराब हो जाता है। इसलिए, इसे अक्सर आखिरी समय में डिश पर कद्दूकस किया जाता है।
जायफल से होने वाले स्वास्थ लाभ (Nutmeg Health Benefits In Hindi)
जायफल में कई ऐसे यौगिक पाए जाते हैं, जो न सिर्फ अलग-अलग स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करते हैं, बल्कि इनसे समस्त शरीर को स्वस्थ रखने में मदद मिल सकती है। इसके कुछ फायदे इस तरह हैं-
1. दांतों की समस्या में होता कारगर
जायफल के तेल दांतों को विभिन्न बीमारियों से दूर रखने में मदद करता है। जायफल में एंटी-बैक्टीरियल गुण भी पाए जाते हैं, जो दांतों में संक्रमण होने से भी बचाते हैं।
2. मानसिक स्वास्थ्य में करता है सुधार
प्राचीन चिकित्सा पद्धतियों में जायफल को शारीरिक व मानसिक शक्ति प्रदान करने वाली दवाओं में इस्तेमाल किया जाता है।
3. अच्छी नींद लाने में है मददगार
जायफल का सही तरीके से इस्तेमाल में लाने से न सिर्फ नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है, बल्कि इसके सेवन से गहरी नींद आती है।
4. सूजन व लालिमा को कम करने में सहायक
अर्थराइटिस, डायबिटीज व हृदय रोगों के मरीजों में सूजन व लालिमा जैसे लक्षणों को कम करने के लिए जायफल को प्रभावी माना गया है। शरीर पर किसी प्रकार की सूजन या चोट लगने से आई लालिमा को कम करने में जायफल का इस्तेमाल बेहद प्रभावी माना जाता है।
जायफल में पर्याप्त मात्रा में सेबिनेन sebinene, टर्पिनिओल (Terpineol) और पिनेन (Pinene) जैसे एंटी-इंफ्लेमेटरी कंपाउंड पाए जाते हैं, जिन्हें मोनोटर्पेनेज (Monoterpenes) कहा जाता है। ये यौगिक शरीर में लंबे समय से हो रही सूजन व लालिमा जैसी समस्याओं को कम करने में मदद करते हैं।
5. डायबिटीज को कम करने का कारगर उपाय है जायफल
जायफल का नियमित रूप से सेवन करने से अग्नाशय की कार्यक्षमता बढ़ जाती है और परिणामस्वरूप बढ़े हुए ब्लड शुगर लेवल या रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में भी मदद मिल सकती है।
6. जायफल से कोलेस्ट्रॉल लेवल रहता है कंट्रोल
जायफल के सेवन से दिल से संबंधित बीमारी होने का खतरा कम हो जाता है। आयुर्वेद चिकित्सा में जायफल का नियमित रूप से सेवन करने से बैड कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड को कम करने में मदद मिल सकती है।
जायफल के नुकसान (Jaiphal Ke Nuksan)
यदि आप किसी स्वास्थ्य समस्या के उपचार के रूप में जायफल का सेवन करने पर विचार कर रहे हैं, तो इसके सेवन से पहले संबंधित चिकित्सक से इसके सही इस्तेमाल को लेकर परामर्श अवश्य करें। क्योंकि एक नट की शक्ल में दिखने वाला जायफल जितना हमारे शरीर के लिए लाभकारी है, उतना ही इसके अनुचित इस्तेमाल से शरीर पर कोई विपरीत प्रभाव पड़ता है। इसका अधिक सेवन करने से कुछ स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं (Disadvantages Of Nutmeg) हो सकती हैं।
जायफल में मायरिस्टिन और सैफरॉले नामक तत्व पाए जाते हैं, जो जायफल के अधिक सेवन से मतिभ्रम, उलझन व अन्य मानसिक समस्याओं को जन्म देते हैं। जायफल को अन्य दवाओं के साथ लेने पर शरीर में रिएक्शन भी हो सकता है और ऐसे में यह एक नशीली दवा के रूप में काम कर सकता है।
इस तरह करें जायफल का उपयोग (Jaiphal Ka Upyog Kaise Kare In Hindi)
सोने से पहले जायफल का सेवन करने से पाचन संबंधी समस्याएं भी दूर होती हैं। इसके लिए आप जायफल वाला दूध पी सकते हैं। इसे बनाने के लिए, थोड़ा दूध गर्म करें और उसमें एक चुटकी ताजा कसा हुआ जायफल डालें । स्वाद बढ़ाने के लिए आप इसमें कद्दूकस किया हुआ बादाम या खजूर भी मिला सकते हैं। अच्छी तरह से मिलाएं और इस आरामदायक और गहरी नींद लाने वाले पेय का आनंद लें।
जायफल को मीठे व नमकीन कई अलग-अलग प्रकार के व्यंजनों में इस्तेमाल किया जाता है, जैसे कि कढ़ी, खीर और काढ़े आदि में। इसके स्वास्थ्य लाभों को देखते हुए समस्याओं का इलाज करने के लिए जायफल का सेवन निम्न तरीके से किया जा सकता है-
1- एक कप चाय, कॉफी या दूध में आधा चम्मच पिसा हुआ जायफल डालकर।
2- ओटमील, दलिया या खिचड़ी में मिलाकर।
3- सूप या रस में मिलाकर इस्तेमाल कर सकते हैं।
सौंदर्य वृद्धि में जायफल का उपयोग (Jaiphal For Skin Care In Hindi)
जायफल में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं, जो त्वचा के लिए फायदेमंद (Jaiphal Skin Benefis In Hindi) होते हैं। जायफल से त्वचा की खूबसूरती बढ़ाने के लिए, इसका कई तरीके से इस्तेमाल किया जाता है-
1. जायफल और गुलाब जल का पैक
एक कटोरी में 2 चम्मच जायफल पाउडर, 2 चम्मच गुलाब जल, और एक चुटकी केसर मिलाएं। इस पेस्ट को चेहरे पर लगाकर 10 से 15 मिनट के लिए छोड़ दें। इसके बाद चेहरा साफ़ कर लें।
2. जायफल और नींबू का पैक
एक चम्मच जायफल पाउडर में एक चम्मच नींबू का रस मिलाएं। इस पेस्ट को चेहरे पर लगाकर 15 से 20 मिनट के लिए छोड़ दें। इसके बाद गुनगुने पानी से चेहरा धो लें।
3. जायफल और नारियल दूध का पैक
इस पैक को बनाने के लिए एक कटोरी में सबसे पहले एक चम्मच जायफल पाउडर और एक चम्मच नारियल दूध डालकर अच्छी तरह मिला लें। फिर इस पेस्ट को अपने साफ चेहरे पर लगाकर 15 से 20 मिनट के लिए छोड़ दें।
4. जायफल और शहद, दूध, या नीलगिरी के तेल का पैक
इसके लिए सबसे पहले जायफल को पीस लें। फिर इसमें शहद, दूध, या नीलगिरी का तेल डालकर मिलाएं और चेहरे पर लगाएं। इसे 10 मिनट के लिए छोड़ दें और फिर चेहरा धो लें।
पूजा पाठ में जायफल का उपयोग (Puja Mein Jaiphal Ka Upyog)
1- पान के पत्ते में दो लौंग के साथ जायफल रखकर दक्षिणमुखी हनुमान जी को चढ़ाने से कार्यों में आ रही बाधाएं दूर हो जाती हैं।
2- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जायफल का एक छोटा-सा बीज बेहद प्रभावशाली होता है। इसलिए हवन, यज्ञ और तंत्र विद्या में विशेषतौर पर इसका इस्तेमाल किया जाता है। मान्यता है कि जायफल के कुछ उपायों को अपनाकर जीवन से जुड़ी हर एक समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
शनि दोष से मुक्ति पाने के लिए शनिवार के दिन शमी के पौधे से जायफल को कलावे की मदद से बांधे। इस दौरान शनि मंत्र का जाप करें और जायफल की पूजा करें। धार्मिक मान्यता के अनुसार, जो व्यक्ति ये उपाय सच्चे मन से करता है, उनकी कुंडली में शनि ग्रह की स्थिति मजबूत होती है। साथ ही शनि दोष से भी छुटकारा मिलता है।
जायफल से होता है आर्थिक स्थिति में सुधार (Jaiphal Ka Upay For Money In Hindi)
11 दिन तक रात में सोने से पहले अपने तकिए के नीचे एक जायफल और एक सुपारी को रखें। सोने से पहले अपने इष्ट देवता का ध्यान करें और भगवान शंकर के नाम का जाप करें। अगले दिन उसी जायफल और सुपारी को शंकर जी को अर्पित कर दें। 11 दिन तक आप ये उपाय सच्चे मन से करते हैं, तो जल्द ही आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार होने लगेगा।
जायफल से तरक्की पाने के उपाय (Jaiphal Upay For Success)
मंगलवार के दिन पान के पत्ते में एक जायफल और दो लौंग को रखकर दक्षिण मुखी हनुमान जी को अर्पित कर दें। अगर आप ये उपाय नियमित रूप से हर मंगलवार को करते हैं, तो कुछ ही समय में आपके सभी रुके हुए काम पूरे हो जाएंगे। साथ ही जीवन में भी अपार सफलता मिलेगी।
बीमारियों से छुटकारा पाने के उपाय (Jaiphal Remedy For Health)
आपके घर में अगर कोई व्यक्ति हर समय बीमार रहता है, तो हफ्ते के किसी भी एक दिन हल्दी के पानी में जायफल डालकर, उससे शिवलिंग का अभिषेक करें। इस उपाय से घर में सुख-शांति बनी रहेगी। साथ ही परिवारवालों की सेहत में भी सुधार होने लगेगा।
(लेखिका वरिष्ठ पत्रकार हैं।)