Pneumonia Symptoms: वायु प्रदूषण के कारण निमोनिया का शिकार हो रहे हैं बच्चे, इस तरह करें बचाव

Pneumonia Symptoms and Causes: देशभर में लगातार बढ़ रहें वायु प्रदूषण के कारण लोगों को घर से निकलना मुश्किल है। जिसके कारण कई बीमारियों के होने का खतरा बढ़ गया है।

Report :  Anupma Raj
Update: 2022-12-01 03:43 GMT

Pneumonia (Image: Social Media)

Pneumonia Symptoms and Causes: देशभर में लगातार बढ़ रहें वायु प्रदूषण के कारण लोगों को घर से निकलना मुश्किल है। जिसके कारण कई बीमारियों के होने का खतरा बढ़ गया है। हार्ट से लेकर स्किन से जुड़ी समस्या भी प्रदूषण के कारण हो रही है। वहीं एक रिपोर्ट के अनुसार वायु प्रदूषण के कारण बच्चे भी निमोनिया का शिकार हो रहे हैं। सबसे ज्यादा खतरा वैसे बच्चों को है जिन्होंने वैक्सीन नहीं लगाई गई है। जरूरी है निमोनिया के लक्षणों को समय से पहचान कर इलाज शुरु कर बच्चों का बचाव कर सकते हैं। 

प्रदूषण से निमोनिया का खतरा कैसे

दरअसल प्रदूषित हवा में कई तरह के हानिकारक बैक्टीरिया होते हैं, जो सांस लेने के दौरान हमारे शरीर में चले जाते हैं। ये बैक्टीरिया ही निमोनिया जैसी बीमारी को जन्म देते हैं। ऐसे में लगातार प्रदूषित हवा में रहने से यह बीमारी गंभीर रूप ले सकती है। इसलिए इन बातों का ध्यान रखना जरूरी है। ऐसे में आइए जानते हैं किस तरह करें इससे बचाव:

इस तरह करें निमोनिया से बचाव:

दरअसल निमोनिया से बचने का सबसे बेस्ट तरीका टीकाकरण है। रिपोर्ट की माने तो न्यूमोकॉकल वैक्सीन, पीसीवी 13, हिमोफिलस इन्फ्लूएंजा टाइप बी, यह वैक्सीन बैक्टेरियल निमोनिया से बचाने में मदद कर सकती हैं। 

इसके साथ ही हैंडवॉश से नियमित रूप से कई बार हाथों को अच्छी तरह से धोना चाहिए।

बता दें निमोनिया संक्रमित लोगों की ड्रॉपलेट से फैलता है इसलिए लोगों के संपर्क में आने से बचना चाहिए।

खांसते और छींकते समय मुंह को जरूर ढंक लेना चाहिए क्योंकि इससे खुद को संक्रमित होने से बचाया जा सकते हैं।

इसके अलावा शरीर में किसी भी तरह का बदलाव नजर आए तो डॉक्टर से जरूर संपर्क करना चाहिए।

वायु प्रदूषण से बचने के लिए पूरे बांह के कपड़े जरूर पहनें और अपने चेहरे को भी अच्छी गुणवत्ता वाले मास्क से ढकें।

साथ ही घर की हवा की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए दरवाजे और खिड़कियां भी बंद रखें। 

निमोनिया की समस्या होने पर भाप लें क्योंकि इससे संक्रमण में कमी आती है और रोगी की सांस लेने की क्षमता भी बेहतर होती है। भाप से खांसी कम होती है, और छाती की जकड़न की समस्या भी दूर हो जाती है।

निमोनिया के लक्षण क्या है

छाती में दर्द होना, खासकर जब आप सांस लेते हैं या खांसते हैं

कफ या बलगम पैदा करने वाली खांसी रहना, बलगम पीले, हरे या खून के रंग जैसे अलग-अलग हो सकते हैं। 

बहुत अधिक थकान

भूख में कमी 

बुखार आना

पसीना और ठंड लगना



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