Second Dose of Dengue Vaccine: क्या वाकई डेंगू की दूसरी वैक्सीन होगी असरदार? WHO ने भी दी है मान्यता
Dengue Vaccine: डेंगू जहां भारत और अन्य कई देशों को अपना निशाना बनता है वहीँ अब 'वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन' ने डेंगू की दूसरी वैक्सीन प्रीक्वालिफिकेशन के लिए मान्यता दे दी है।
Second Dose of Dengue Vaccine: डेंगू हर साल भारत और कई अन्य देशों में अपने डंक का कहर बरसता है वहीँ बीते कल लोगों ने जहाँ नेशनल डेंगू डे (National Dengue Day 2024) मनाया वहीँ एक और बड़ी खबर आई जहाँ ये कहा गया कि डेंगू की दूसरी वैक्सीन प्रीक्वालिफिकेशन के लिए 'वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन' द्वारा मान्यता मिल गयी है।
डेंगू की दूसरी वैक्सीन कितनी असरदार (Is Second Dose of Dengue Vaccine Effective?)
'वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन' ने डेंगू की दूसरी वैक्सीन प्रीक्वालिफिकेशन के लिए मान्यता दे दी है। बीते कल जान पूरा देश नेशनल डेंगू डे मना रहा था तब ये खबर चिकित्सा जगत में ख़ुशी की लहर लेकर आई। लेकिन क्या ये वैक्सीन वाकई असर करेगी? दरअसल इसे जापानी दवा निर्माता टेकेडा फार्मास्यूटिकल्स द्वारा बनाया गया है। जिसका नाम TAK-003 है।
जहाँ एक तरफ कोविड वैक्सीन कोविडशील्ड के इतने सालों के बाद आये साइड इफेक्ट्स ने सभी को हैरान कर दिया है वहीँ अब डेंगू की इस दूसरी वैक्सीन पर कितना भरोसा किया जा सकता है ये एक बड़ा सवाल है। लेकिन WHO की मोहर के बाद लोग इसपर विश्वास कर सकते हैं। दरअसल जापानी दवा निर्माता टेकेडा फार्मास्यूटिकल्स द्वारा बनाए गए डेंगू के दूसरे टीके को 'वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन' ने प्रीक्वालिफाइड कर दिया है।
डेंगू ने भारत और कई अन्य देशों में बड़ी तेज़ी से अपने पैर पसारे हुए हैं हर बदलते मौसम में इसकी दस्तक से लोग ख़ौफ़ज़दा रहते हैं। दरअसल डेंगू संक्रमित मच्छर के काटने से फैलता है, विश्व के कई देश इसकी चपेट में आये हैं जिसमे एशिया, अफ्रीका और अमेरिका कॉन्टिनेंट के कई देश शामिल हैं। हर साल इसकी चपेट में आये लोगों का आकड़ा चौका देता है। अगर एक औसत आंकड़े की बात करें तो 10 से 40 करोड़ से भी ज्यादा लोग हर साल इससे प्रभावित होते हैं। वहीँ कई लोगों की इससे जान भी चली जाती है।
फिलहाल डेंगू के वैक्सीन आने के बाद से लोगों ने थोड़ी चैन की सांस ली है। वही आपको बता दें कि WHO के मुताबिक अभी 6-16 साल के बच्चों को टाक- 003 का टीका लगाया जायेगा ये उन इलाकों में लगेगा जहाँ डेंगू के मरीजों की संख्या ज्यादा है। अभी इसकी दो खुराक तय की गयी है। वहीँ एक टीके के बाद दूसरा टीका लगवाने तक तीन महीने का अंतराल होना ज़रूरी है। वहीँ WHO ने जानकारी दी है कि अब इस वैक्सीन टाक-003 का प्रीक्वालिफिकेशन डेंगू के टीका दुनिया भर में पहुंचाया जायेगा जिसके लिए कुछ ख़ास कदम उठाये जायेंगे। वहीँ इस वैक्सीन को यूनिसेफ और पीएएचओ सहित 'संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों' के द्वारा खरीदा जा सकेगा।
आपको बता दें कि डेंगू मच्छर साफ़ पानी में पनपते हैं जहाँ कई दिनों से पानी स्टोर होता है जैसे कूलर की टंकी या किसी कंटेनर या बाल्टी में रखा पानी। इसमें ही ये मच्छर अपने अंडे देते हैं। वहीँ भारत में डेंगू का खतरा पूरे साल भर रहता है जिसमे सबसे ज़्यादा केस जून से सितंबर तक आते हैं। वहीँ आपको बता दें कि WHO की एक रिपोर्ट के मुताबिक इससे पहले साल 2023 में 18 दिसंबर तक सिर्फ भारत में ही 1 लाख 46 हजार 878 डेंगू के मामले आये थे। वहीँ इसमें से 688 लोगों की मौत हो गई थी।