Vitamin B12 deficiency: क्या आपको भी है जलन और चुभन की शिकायत ? जानिये बी12 की कमी से जुड़े सभी लक्षण

Vitamin B12 deficiency: बता दें कि विटामिन बी 12 का मुख्य काम आपके शरीर में मौजूद लाल रक्त कोशिकाओं और डीएनए के निर्माण के लिए जिम्मेदार होने के अलावा, मस्तिष्क और तंत्रिका कोशिकाओं को मजबूती प्रदान करना भी है।

Written By :  Preeti Mishra
Update:2022-08-19 14:36 IST

Vitamin B12 ( Image: Social Media)

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Vitamin B12 deficiency: दुनिया भर में विटामिन बी12 की कमी आज बेहद आम समस्या बन गयी है। ख़ास कर भारत में विटामिन बी12 बेहद चिंताजनक स्वास्थ्य समस्या बन गई है। कई रिसर्च के अनुसार कम से कम 47 प्रतिशत भारतीय आबादी के शरीर में बी 12 का स्तर बेहद कम है जबकि केवल 26 प्रतिशत लोगों में ही विटामिन बी 12 पर्याप्त मात्रा मौजूद है।

ये बेहद चौंका देने वाला डेटा न केवल भारतीय लोगों में विटामिन बी 12 के प्रसार को दर्शाता है, बल्कि लोगों को इस समस्या के प्रति अधिक जागरूक होने के लिए भी चेताता है जो आगे चलकर उनके स्वास्थ्य में अपरिवर्तनीय क्षति का भी कारण बन सकता है। बता दें कि विटामिन बी 12 का मुख्य काम आपके शरीर में मौजूद लाल रक्त कोशिकाओं और डीएनए के निर्माण के लिए जिम्मेदार होने के अलावा, मस्तिष्क और तंत्रिका कोशिकाओं को मजबूती प्रदान करना भी है।

उल्लेखनीय है कि विटामिन बी 12 की कमी शरीर में त्वचा की समस्याओं, खराब आंखों के स्वास्थ्य और तंत्रिका संबंधी कई स्वास्थ्य समस्याओं का भी कारण बन सकती है। इसलिए,ऐसे सभी लक्षणों पर गौर करना बेहद जरुरी है जो बीमारी का भी संकेत दे सकते हैं।

इस पोषक तत्व की कमी से जुड़े कुछ ख़ास लक्षण जिन्हें बिलकुल नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए। जिसमें आपकी त्वचा पर हल्का पीला रंग दिखाई देना , एक पीड़ादायक और लाल जीभ (ग्लोसाइटिस), एक मुंह के छाले, आपके चलने और घूमने के तरीके में बदलाव, कमज़ोर दृष्टि , चिड़चिड़ापन और अवसाद (irritability and depression) इत्यादि शामिल हैं।

एक्सपर्ट्स विटामिन बी 12 की कमी के लक्षणों को नज़रअंदाज़ नहीं करने की सलाह दी है गौरतलब है कि विटामिन बी 12 की कमी के लक्षण आपके शरीर के चार हिस्सों में उत्पन्न हो सकते हैं, जो हाथ, हाथ, पैर या पैर हैं। इसके अलावा इस विटामिन की कमी से जूझ रहे लोगों के शरीर में इन चार क्षेत्रों में "अजीब" सी सनसनी का भी अनुभव हो सकता है। उल्लेखनीय है कि इसे परिभाषित करने के लिए प्रयुक्त शब्द 'पेरेस्थेसिया' या पिन और सुई कहलाता है।

क्या है पेरेस्टेसिया ?

बता दें कि पेरेस्टेसिया या पिन और सुई एक जलन या चुभन की तरह महसूस होती है जो व्यक्ति के आमतौर पर हाथ, पैर या पैरों में होती है, लेकिन शरीर के अन्य हिस्सों में भी हो सकती है। आमतौर पर ये दर्द रहित होने के कारण बिना किसी चेतावनी के अचानक उठते हैं।

रिपोर्ट के अनुसार यह तब होता है जब नसों को रक्त की आपूर्ति काट दी जाती है। आमतौर पर यह तब होता है जब आप अपने शरीर के किसी हिस्से पर बैठते हैं या सोते हैं।

गौरतलब है कि आमतौर पर यह अनुभूति कुछ मिनटों तक ही रहती है और जब आप शरीर के प्रभावित हिस्से से वजन उठाते हैं तो यह अनुभूति रुक जाती है। क्योंकि यह रक्त प्रवाह को फिर से शुरू करने की अनुमति दे देता है।

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