Hypothyroidism : शरीर को नुकसान पहुंचाता है हाइपोथायरायडिज्म, जानें इसके लक्षण और बचाव
Hypothyroidism : हमारे शरीर में अक्सर हार्मोनल इंबैलेंस की समस्या होती है जिसके चलते हम काफी परेशानी का सामना करते हैं। हाइपोथायरायडिज्म एक ऐसी ही बीमारी है।
Hypothyroidism : हमारे शरीर में अलग-अलग तरह की हार्मोन बनते हैं जो हमें स्वस्थ और स्वस्थ बनाने का काम करते हैं। हमारे शरीर में जब थायराइड हार्मोन ठीक तरह से नहीं बन पाते हैं तब उसकी कमी से होने वाली बीमारी हाइपोथायरायडिज्म कहलाती है। इसकी वजह से हार्टबीट अचानक कम या ज्यादा हो जाती है। व्यक्ति का वजन या तो बढ़ जाता है या कम हो जाता है। उसे कब्ज की परेशानी होने लगती है और वह ठीक से नींद भी नहीं ले पाता है। अगर किसी को ही परेशानी हो रही है तो सबसे पहले उसे डॉक्टर का ट्रीटमेंट लेना चाहिए। डॉक्टर का ट्रीटमेंट जीतना जरूरी है उतना सही डाइट भी लेना काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। चलिए आज हम आपको बताते हैं कि आपको कौन सी डाइट फॉलो करना चाहिए जिससे आप इस बीमारी से बच सकते हैं।
जानें क्या है हाइपोथाइरायडिज्म
बता दें कि हमारे गले के निचले स्तर पर एक ग्रंथि होती है जो हार्मोंस प्रोड्यूस करने का काम करती है। इसकी वजह से हमारा मेटाबॉलिज्म कंट्रोल में बना रहता है। जब इस ग्रंथि से पर्याप्त मात्रा में हार्मोन रिलीज नहीं हो पाते हैं तो बॉडी के सभी फंक्शन पर इसका असर देखने को मिलने लगता है। यही हार्मोनल समस्या हाइपोथायरायडिज्म कहलाती है। इसके कारण शरीर में कई तरह की दिक्कत होती है।
क्या है लक्षण
इस बीमारी के लक्षणों की बात करें तो व्यक्ति के बाल झड़ने लगते हैं। कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है। वजन अचानक बढ़ने लगता है। चेहरे पर सूजन आ जाती है। आवाज भी बदल जाती है। मांसपेशियों में ऐंठन हो सकती है। पीरियड्स समय पर नहीं आते हैं। तनाव और थकान महसूस होती है स्किन संबंधित परेशानियां होने लगती है और जोड़ों में दर्द रहता है।
ऐसे करें बचाव
अगर आप इस बीमारी से बचना चाहते हैं तो आपको अपनी डाइट का खास तौर पर ख्याल रखना होगा। आपको आयरन से भरपूर चीज खानी चाहिए जैसे दाल, किशमिश, गुड, आलू बुखारा, अंजीर, हरे पत्तेदार सब्जियां जो आपको हाइपोथायरायडिज्म कंट्रोल करने में मदद करेगी। इसके अलावा जिंक की कमी को पूरा करने के लिए कद्दू के बीज, राजमा, पालक, काजू, चना, सेलमैन फिश आदि खाना चाहिए। इन चीजों को खाने से थायराइड हार्मोन के प्रोडक्शन में मदद मिलती है। इसी के साथ डेयरी प्रोडक्ट, अलसी के बीज, सूरजमुखी के बीज, नट्स और अंडे जैसी चीजों का सेवन कर भी इस बीमारी से बचा जा सकता है। इसके अलावा आपको अपने रूटीन में एक्सरसाइज जरूर शामिल करनी चाहिए और सही वक्त पर लिया गया इलाज आपको इस पर काबू पाने में मदद करेगा।