जेल में मचा हड़कंप: अब यहां कैसे पहुंचा कोरोना, 10 बंदियों की रिपोर्ट पॉजिटिव
पिछले 8 दिनों से आगरा में पूल टेस्टिंग पूरी तरह से बंद थी। सीएम योगी ने डीएम पीएन सिंह को दोबारा पूल टेस्ट शुरू करने के आदेश दिए।
आगरा: पिछले कुछ महीनों से पूरे देश में कोरोना वायरस ने हाहाकार मचा रखा है। आए दिन कोरोना संक्रमितों की संख्या बढती ही जा रही है। सरकार के लाख प्रयासों के बावजूद कोरोना अपने पैर पसारता जा रहा है।इसी बीच आगरा के केंद्रीय कारागार में भी कोरोना ने अपनी दस्तक दे दी। आगरा के केंद्रीय कारागार में 10 बंदियों में कोरोना के संक्रमण की पुष्टि हुई है। जिसके बाद पूरे कारागार में हाहाकार मच गया। 3 मई को जेल में बंद झांसी निवासी एक बंदी को एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। जिसकी रिपोर्ट 6 मई को पॉजिटिव आई । जिसके बाद अब इन 10 बंदियों की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है।
पूरे जेल में होगी पूल टेस्टिंग
झांसी निवासी 60 वर्षीय बंदी की कोरोना वायरस से 9 मई को मौत हो जाने के बाद जिला प्रशासन ने उसके संपर्क में आने वाले 14 बंदी और 13 कर्मचारियों के कोरोना टेस्ट कराए थे। जिनकी रिपोर्ट आज बुधवार को पॉजिटिव पाई गई है। जिसके बाद से जेल सहित पूरे जिले में खलबली मची हुई है। जेल में एक साथ इतनी बड़ी संख्या में बंदियों के संक्रमित पाए जाने के बाद अब जेल में पूल टेस्टिंग कराने का निर्णय लिया गया है। बता दें कि कोरोना संक्रमण से मरने वाले बंदी के संपर्क में आने वाले सभी 14 बंदियों को जेल प्रशासन द्वारा तुरंत 7 मई को ही एक अलग बैरक में क्वारंटाइन कर दिया गया था।
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इसके साथ जेल स्टाफ के भी जो 16 लोग उस बंदी के संपर्क में आए थे उन्हें भी होम क्वारंटाइन कर दिया गया था। इससे पहले कोरोना संक्रमित जिस बैरक में था वहां मौजूद 100 अन्य बंदियों को पहले ही अलग बैरक में क्वारंटाइन कर दिया गया है। इन बंदियों को जम्मू-कश्मीर के बंदियों वाली विशेष बैरक में रखा गया, जबकि यहां निरुद्ध जम्मू-कश्मीर के बंदियों को हाई सिक्योरिटी सेल में शिफ्ट कर दिया गया है। वरिष्ठ अधीक्षक वीके सिंह ने बताया बंदियों को एहतियातन क्वारंटीन किया गया है। इन पर नजर रखी जा रही है।
पिछले 8 दिनों से बंद थी पूल टेस्टिंग
जानकारी देते हुए डीआईजी जेल लव कुमार ने बताया कि बंदी के साथ बैरक में रखे गए दस बंदियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इन सभी को विशेष बैरक में पहले से ही क्वारंटीन किया जा चुका है। जबकि चार बंदियों और स्टाफ के 13 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। अब बाकी 100 बंदियों के टेस्ट कराए जाएंगे। वहीं 100 कर्मचारियों के भी टेस्ट कराए जाएंगे। तब तक कर्मचारियों को जेल आवास परिसर से बाहर जाने के लिए मना किया गया है। इन सब घटनाओं के बीच सबसे प्रमुख सवाल ये उठता है कि झांसी निवासी बंदी जेल में रहते हुए भी कोरोना संक्रमित कैसे हुआ? आखिर जेल में ये संक्रमण आया कहा से? इस अहम् सवाल का जवाब फिलहाल अभी तक जेल प्रशासन भी नहीं दे पाया है।
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फिलहाल इतनीं बड़ी संख्या में बंदियों के संक्रमित पाए जाने के बाद अब जेल में पूल टेस्टिंग शुरू की जाएगी। मुख्यमंत्री ने पहले ही जिले में पूल टेस्टिंग के आदेश दिए थे। लेकिन पिछले 8 दिनों से आगरा में पूल टेस्टिंग पूरी तरह से बंद थी। डीएम पीएन सिंह को दोबारा पूल टेस्ट शुरू करने के आदेश दिए। जहां भी समूह में मामले मिलें, वहां पूल समूह चिहिन्त कर पूल टेस्टिंग कराएं। उन्होंने बताया कि सेंट्रल जेल चिह्नित कर पूल सैंपलिंग से जांच होगी। वहां के हालातों पर सेंट्रल जेल अधीक्षक से बात की है। जेल स्टॉफ की पूल टेस्टिंग से जांच होगी।