फिर महामारी का प्रकोप: छात्र-कर्मचारी निकले कोरोना पॉजिटिव, स्कूल में मचा हड़कंप
परीक्षण किए गए 638 छात्रों में से 149 कोविड पॉजिटिव निकले और 51 कर्मचारियों में से 39 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वहीं एक अन्य स्कूल में 43 स्टूडेंट और 33 स्टाफ का टेस्टर पॉजिटिव आया है।
केरल: कोरोना संकट के दौरान देश भर में सारे स्कूल कॉलेज बंद कर दिए गए थे, कोरोना के असर को कम होने के बाद 1 जनवरी से 10वीं, 12वीं के स्कूल दोबारा खोले गए थे। बता दें कि कोरोना संक्रमण के चलते बंद चल रहे स्कूलों को बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी के लिए खोला गया था। बोर्ड परीक्षा के स्टूडेंट्स प्रैक्टिकल के लिए स्कूल आ रहे हैं और सभी जरूरी निर्देशों के अनुसार ही कक्षाएं आयोजित हो रही हैं। इस बीच मल्ल पुरम में दो स्कूलों में हुए कोविड 19 टेस्ट में 192 छात्र और 72 कर्मचारी कोविड-19 पॉजिटिव आये हैं।
51 कर्मचारियों में से 39 और 638 छात्रों में से 149 की रिपोर्ट पॉजिटिव
बताया जा रहा है कि मारनचेरी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के छात्रों में से एक को पहले लक्षण दिखने के बाद कोरोना टेस्ट् किया गया था। फिर उस स्कूल के शिक्षकों सहित स्टूडेंट्स और स्टाफ का परीक्षण किया गया। परीक्षण किए गए 638 छात्रों में से 149 कोविड पॉजिटिव निकले और 51 कर्मचारियों में से 39 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वहीं एक अन्य स्कूल में 43 स्टूडेंट और 33 स्टाफ का टेस्टर पॉजिटिव आया है। ये सभी क्लारस 10 के छात्र हैं, इन्हें क्वामरनटीन गाइडलाइन का पालन करने के लिए कहा गया है।
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रिवीज़न और डाउट क्लियरिंग सेशन की कक्षाएं चल रही हैं
बता दें कि बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी के लिए लग रही इन कक्षाओं में मॉडल एग्जाम, रिवीज़न और डाउट क्लियरिंग सेशन लग रहे हैं। स्कूल केवल बोर्ड परीक्षार्थियों के लिए खोले जा रहे हैं जिससे स्कू ल में छात्रों की संख्याव भी कम ही है। यहां केवल जरूरी क्लासेज़ ही आयोजित की जाएंगी। क्ला सेज़ में सोशल डिस्टेंसिंग लागू रखने के लिए प्रत्येक बेंच पर केवल एक ही छात्र को बैठने की अनुमति है। क्लास के भीतर छात्रों की संख्या़ भी सीमित रखी जा रही है।
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छात्रों को थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही कक्षाओं में प्रवेश
केरल में भी केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार केवल वो ही छात्र ऑफलाइन क्लासेज़ के लिए स्कू्ल आ सकते हैं जिनके पास माता-पिता का लिखा हुआ परमिशन लेटर हो। अभिभावक यदि चाहेंगे तो ही छात्र स्कूल जा सकेंगे, क्लाजसेज़ अटेंड करने की कोई अनिवार्यता नहीं है। छात्रों को थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही कक्षाओं में प्रवेश दिया जा रहा है। यदि किसी छात्र का तापमान ज्यातदा होता है तो उसे क्लाकस में एंट्री नहीं दी जाती है।
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