Congress President: कांग्रेस में सियासी सरगर्मी बढ़ी, गहलोत या थरूर, कौन होगा अध्यक्ष ?
Congress President Name: कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर पार्टी के अंदर सियासी सरगर्मी बढ़ गई है।
Congress President Election 2022: कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर पार्टी के अंदर सियासी सरगर्मी बढ़ गई है। भारत जोड़ो यात्रा पर निकले पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साफ इनकार किए जाने के बाद अब कांग्रेस को लंबे समय बाद गैर – गांधी सरनेम वाला अध्यक्ष मिलना लगभग तय हो चुका है। कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में सबसे आगे चल रहे राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सक्रियता काफी बढ़ गई है। मंगलवार रात कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद गहलोत आज पार्टी की अंतरिम अध्यक्षा सोनिया गांधी से मुलाकात की है।
सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद राजस्थान सीएम केरल के कोच्चि रवाना हो जाएंगे। जहां वह वायनाड सांसद राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होंगे। अशोक गहलोत शुरू से ही अध्यक्ष पद के लिए गांधी परिवार की पसंद रहे हैं। उन्हें शुरूआत में सोनिया गांधी द्वारा ये पद ऑफर भी किया गया था लेकिन तब गहलोत ने राजस्थान में ही रहने की इच्छा जताई थी।
जिम्मेदारी संभालने के लिए तैयार गहलोत
कुछ समय पहले तक कांग्रेस अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालने में इनकार करने वाले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अब नई भूमिका के लिए तैयार हो गए हैं। उन्होंने अपने ट्वीट में इस बात के संकेत दे दिए हैं। गहलोत ने आज एक के बाद एक कई ट्वीट किए। उन्होंने अपने पहले ट्वीट में कहा, आज मुझे पार्टी ने सबकुछ दिया है, हाईकमान ने सबकुछ दिया है, पिछले 40 साल, 50 साल से मैं पदों पर ही हूं, मेरे लिए अब कोई पद इम्पोर्टेंट नहीं है, मेरे लिए है कि किस प्रकार से मैं जो भी जिम्मेदारी मिलेगी मुझे या जो जिम्मेदारी मुझे लेनी चाहिए, वो मैं निभाऊंगा।
सीएम पद को लेकर बड़ी बात बोल गए गहलोत
अशोक गहलोत के बारे में कहा जाता रहा है कि वो किसी भी सूरत में राजस्थान के मुख्ममंत्री की कुर्सी नहीं गंवाना चाहते हैं। उन्हें ये तो हरगिज मंजूर नहीं कि उनके द्वारा खाली किए गए जगह पर आकर युवा नेता सचिन पायलट बैठ जाएं। दिल्ली पहुंचे अशोक गहलोत ने सीएम पद छोड़ने पर बात बोल दी है। उन्होंने कहा, हमारे लिए कोई पद मायने नहीं रखता। एक व्यक्ति, एक पद का नियम केवल नॉमिनेटेड पोस्ट के लिए है। चुनाव लड़कर कोई भी दो पोस्ट पर रह सकता है।
शशि थरूर भी रेस में
उधर, दक्षिण भारत से आने वाले कांग्रेस के एक और दिग्गज नेता अध्यक्षी का चुनाव लड़ने का मन बना रहे हैं। केरल की राजधानी तिरूवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर बुधवार सुबह कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे और सेंट्रल इलेक्शन ऑथोरिटी से मुलाकात की। थरूर कह चुके हैं कि अगर कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए हिंदी जरूरी है तो उन्हें भी हिंदी बोलनी आती है। उनके इस बयान को अध्यक्षी के चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। ऐसे में अब देखना दिलचस्प होगा कि अशोक गहलोत और शशि थरूर में से किसे तकरीबन 24 सालों बाद कांग्रेस का गैर-गांधी सरनेम वाला अध्यक्ष बनने का सौभाग्य प्राप्त होता है।