25 जनवरी, राष्ट्रीय मतदाता दिवस, आपको पता है क्यों मनाया जाता है ये दिवस

राष्‍ट्रीय मतदाता दिवस 2020 का विषय है ‘मजबूत लोकतंत्र के लिए चुनावी साक्षरता’। सालभर चलने वाली गतिविधियों में मतदाता शिक्षा और चुनावी प्रक्रिया में नागरिको के विश्‍वास के नवीकरण पर ध्‍यान केंद्रित किया जाएगा।

Update: 2020-01-24 12:40 GMT

नई दिल्ली। 25 जनवरी 2020 को 10वां राष्‍ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाएगा। राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद निर्वाचन आयोग द्वारा मानेकशॉ केंद्र दिल्‍ली कैंट में आयोजित किए जा रहे 10वें राष्‍ट्रीय मतदाता दिवस (एनवीडी) समारोह में मुख्‍य अतिथि होंगे। केंद्रीय कानून और न्‍याय, संचार और इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स तथा सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद इस राष्‍ट्रीय समारोह की शोभा बढ़ाएंगे। यह वर्ष भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक महत्‍वपूर्ण मील का पत्‍थर है क्‍योंकि भारत का निर्वाचन आयोग अपनी यात्रा के 70 वर्ष पूरे कर रहा है।

क्या है इस मतदाता दिवस का विषय

राष्‍ट्रीय मतदाता दिवस 2020 का विषय है ‘मजबूत लोकतंत्र के लिए चुनावी साक्षरता’। सालभर चलने वाली गतिविधियों में मतदाता शिक्षा और चुनावी प्रक्रिया में नागरिको के विश्‍वास के नवीकरण पर ध्‍यान केंद्रित किया जाएगा।

कब से और क्यों हो रहा है आयोजन

राष्‍ट्रीय मतदाता दिवस वर्ष 2011 से हर साल 25 जनवरी को पूरे देश में दस लाख से अधिक स्‍थानों पर मनाया जा रहा है। इन स्‍थानों में मतदान केंद्र क्षेत्र, सब डिविजन, डिवीजन, जिला और राज्‍य मुख्‍यालय शामिल हैं। यह दिवस भारतीय निर्वाचन आयोग के स्‍थापना दिवस के उपलक्ष्‍य में मनाया जाता है।

निर्वाचन आयोग की स्‍थापना 25 जनवरी, 1950 को हुई थी। एनवीडी के समारोह का मुख्‍य उद्देश्‍य विशेष रूप से नए मतदाताओं के लिए नामांकन को प्रोत्‍साहित करना, सुविधा प्रदान करना और उसे अधिकतम बनाना है।

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देश के मतदाताओं को समर्पित इस दिवस का चुनावी प्रक्रिया में सूचित भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए मतदाताओं में जागरूकता फैलाने के लिए उपयोग किया जाता है। राष्‍ट्रीय मतदाता दिवस कार्यक्रम में नए मतदाताओं को उनके मतदाता फोटो पहचान पत्र सौंपे जाते हैं।

बैलेट-2 में विश्‍वास

भारतीय चुनावों के बारे में प्रकाशन प्रभाग के सहयोग द्वारा पूरे देश से विकसित 101 मानव कथाओं के एक संकलन का इस अवसर पर विमोचन किया जाएगा और आयोग इस संकलन की पहली प्रति राष्‍ट्रपति को भेंट करेगा।

‘शतवर्षीय मतदाता : लोकतंत्र के प्रहरी’

कठिन इलाकों, खराब स्‍वास्‍थ्‍य और अन्‍य चुनौतियों के बावजूद मतदान करने वाले बुजुर्ग मतदाताओं की 51 कहानियों का इस अवसर पर राष्‍ट्रपति द्वारा विमोचन किया जाएगा।

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सर्वश्रेष्‍ठ चुनावी प्रक्रियाओं के लिए राष्‍ट्रीय पुरस्‍कार जिला और राष्‍ट्रीय स्‍तर के अधिकारियों को आई.टी. पहल, सुरक्षा प्रबंधन, चुनाव प्रबंधन, मतदाता जागरूकता और पहुंच जैसे विभिन्‍न क्षेत्रों में चुनाव आयोजन में उत्‍कृष्‍ट प्रदर्शन के लिए सम्‍मानित किया जाएगा।

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मुख्‍य चुनाव आयुक्‍त और दक्षिण एशिया की चुनाव प्रबंधन निकायों के फोरम (एफईएमबीओएसए) की 10वीं वार्षिक बैठक में भाग लेने के लिए नई दिल्‍ली आ रहे अफगानिस्‍तान, बांग्‍लादेश, भूटान, कजाकिस्तान, किर्गिज़ गणराज्य, मालदीव, मॉरीशस, नेपाल, श्रीलंका और ट्यूनीशिया के प्रतिनिधियों की भी इस अवसर पर गरिमामयी उपस्थिति रहेगी।

वेब आईएफईएस और इंटरनेशनल आइडिया जैसे चुनाव में काम करने वाले प्रख्‍यात अंतर्राष्‍ट्रीय संगठन भी इस अवसर का हिस्‍सा बनेंगे। विभिन्‍न देशों के राजनीतिक दलों के सदस्‍य, सांसद, राजनयिक तथा लोकतंत्र और चुनाव के क्षेत्र में काम करने वाले राष्‍ट्रीय और अंतर्राष्‍ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों के भी इस समारोह में शामिल होने की उम्‍मीद है।

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